बदलाव कांग्रेस पार्टी तभी ला पाएगी, जब आप जागरूक बनेंगे— प्रियंका गांधी
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने उत्तराखंड में वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद। आपने बहुत-बहुत प्यार दिया, प्यार से मेरा स्वागत किया, उसके लिए आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद।
श्री हरीश रावत, जिनके साथ काम करके मैंने बहुत कुछ सीखा, उनके अनुभव और उनके विवेक से हमेशा मैं प्रेरित होती हूं। प्रदेश अध्यक्ष श्री गणेश गोदियाल , श्री प्रीतम सिंह , उत्तराखंड प्रभारी श्री देवेंद्र यादव , श्री नव प्रभात श्री मोहन प्रकाश , श्री गौरव वल्लभ, आप सबका इस सभा में बहुत-बहुत स्वागत और जितने हमारे साथी, हमारी बहनें, हमारे भाई, हमें जगह-जगह में इस भाषण को देख रहे हैं, उनको भी मेरा बहुत-बहुत प्यार और बहुत-बहुत धन्यवाद।
भगवान केदारनाथ, भगवान बद्रीनाथ, गंगोत्री जी, यमुनोत्री जी की ये देवभूमि है। उत्तराखंड की इस भूमि को मैं नमन करती हूं। इस भूमि के साथ मेरे परिवार का पुराना रिश्ता है। आप तो जानते ही होंगे, मेरे पिता जी, मेरे चाचा जी यहीं देहरादून में पढ़े, मेरे भाई भी यहीं पढ़े, मैं भी यहीं पढ़ी, मेरा बेटा भी यहाँ पढ़ा। कई पीढियों से हम इस प्रदेश में आ रहे हैं, आप सबसे मिल रहे हैं, आप सबकी बातों को सुन रहे हैं और यहाँ की जो सुंदरता है, यहाँ की प्रकृति जो है, उसको देखकर हमेशा खुश होते थे। लेकिन आज यहाँ आकर इस देवभूमि में जिस तरह की सरकार चल रही है, उसको देखकर दुख होता है।
रैली को संबोधित करते हुए श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा मैं कहना चाहती हूं कि ये दुख क्यों होता है – ठीक है, हर सरकार आती है, जनता की समस्याएं होती हैं और जो विकास है, चाहे कितना भी कोई सरकार करे, वो कभी पूरा नहीं होता। तो हमेशा ये एहसास होता है कि चलो और काम हो सकता था। लेकिन सबसे बड़ा दुख तो इस सरकार के कार्य को देखकर इसलिए होता है क्योंकि इन्होंने कुछ भी नहीं किया। बड़े-बड़े सपने दिखाए आज महंगाई चरम सीमा पर है आम आदमी त्रस्त है।
आप सबसे कहना चाहती हूं कि हर जगह बेरोजगारी है, नौजवान बेरोजगार हैं। हम (अन्य राजनैतिक दल) बेरोजगारी की बात नहीं कर रहे हैं चुनाव के समय। यहाँ के जो राजनैतिक दल हैं, जो सरकार चलाते हैं, क्या बात करते हैं – यहाँ आकर धर्म की बात करते हैं, जाति की बात करते हैं, रोजगार की बात नहीं करेंगे। ये आपको नहीं बताएंगे कि रोजगार कैसे दिलवाए हैं या कैसे दिलवाएंगे? कभी नहीं बताएंगे। ये नहीं बताएंगे कि पिछले पांच सालों में इन्होंने कितने रोजगार दिए। क्योंकि दिए ही नहीं, क्योंकि पद खाली पड़े हुए हैं। तो शिक्षा के बारे में आपके लिए सुविधाओं के बारे में कौन सोच रहा है? ये सरकार का काम होता है। सरकार का काम है आपको सुरक्षित रखना और आपके जीवन को अच्छा बनाना।
अगर आप आज भाजपा की पांच साल की सरकार के बारे में सोचें, अपने मन में झांक कर सोचें कि इन्होंने क्या किया आपके लिए – क्या आप आगे बढ़ पाए, क्या आपको जीवन जीने में पहले से कोई आसानी हुई है या आप और भी त्रस्त हो गए? चाहे महंगाई हो, चाहे दूसरी समस्याएं, चाहे हमारे किसान भाई हों। आपने देखा कि कितना आंदोलन किया। यहाँ मैं जानती हूं कि गन्ने का जो बकाया है, उसकी इतनी बड़ी समस्या है। अब आप सोचिए, पूरे देशभर में जो गन्ने का बकाया है, कितना है – 14 हजार करोड़ रुपए, ठीक है। प्रधानमंत्री जी ने अपने लिए दो हवाई जहाज खरीदे, कितने के – 16,000 करोड़ के। प्रधानमंत्री जी के दो हवाई जहाज के खर्चे में पूरा गन्ने का बकाया चुकाया जा सकता था, पूरा हो सकता था, लेकिन उन्होंने क्या चुना – अपने लिए दो हवाई जहाज खरीदे। लेकिन आप ये मीडिया में नहीं देखेंगे। क्योंकि उनकी आलोचना तो मीडिया में होती नहीं है। आप तक ये बातें पहुंचती नहीं हैं। आप जानते हैं कि किसानों को कितनी परेशानी है, कितने त्रस्त हैं। आज खाद नहीं मिलती है, उनको। तमाम मुश्किलें हैं। पेट्रोल-डीजल के दाम जो हैं, इतने बढ़ गए हैं, उससे किसानों पर कितना असर पड़ता है।ये ऐसा चुनाव है, जिसमें आप उत्तराखंड का भविष्य बदल सकते हैं। आपका अपना अभिमान है, स्वाभिमान है। अपने स्वाभिमान को मत भूलिए और जब भी आपके सामने एक नेता आए, किसी भी पार्टी का हो, उससे ये पूछिए कि वो क्या करने जा रहा है, आपके लिए? और जब तक करके नहीं दिखाएगा, तब तक दोबारा अपना वोट उसके पक्ष में मत दीजिए। ये बातें करना चाहती थी, मैं आपसे। मैं आपसे कहना चाहती थी, कि ये जो आपको वोट है, ये बहुत महत्वपूर्ण है। इसको हल्के में मत लीजिए। किसी ने कुछ कह दिया कि ये ले लो, वोट दे दो। किसी ने बहका दिया, किसी ने कह दिया कि जाति के आधार पर दे दो, धर्म के आधार पर दे दो, बहकना मत। आप अपना हक मांगो और अपने हक के आधार पर अपना वोट दो। तभी आप आगे बढ़ोगे, तभी आपका प्रदेश आगे बढ़ेगा, तभी आपका देश आगे बढ़ेगा और तभी उन नेताओं को एहसास होगा कि आपके सामने जो झूठ बोलते हैं, जो आपको गुमहार करने का काम करते हैं कि उनकी बात अब नहीं चलने वाली।
श्रीमती प्रियंका गांधी ने इस मौके पर कहा कि अब समय आ गया है, खासतौर से मैं अपनी बहनों को कहना चाहती हूँ। आप लड़की हो, लड़ सकती हो। अपने हक के लिए लड़ सकती हो। आपका हक है, ये सब। आप बच्चों को पालते क्यों हैं? आप उनकी परवरिश क्यों करते हैं, क्योंकि आपके दिल में ये आशा है न कि बड़े होकर कुछ बनेंगे, बड़े होकर सबकी देखभाल करेंगे, उनका भविष्य मजबूत बनेगा। आप नहीं चाहते कि आपकी तरह संघर्ष करें, तो इसलिए लड़िए, अपने हक के लिए लड़िए, अपने बच्चों के भविष्य के लिए लड़िए और सबसे बड़ा औजार, सबसे बड़ा हथियार आपका वोट है। सबसे बड़ा हथियार है, सबसे बड़ा औजार है, इसका इस्तेमाल करिए, ध्यान से, विवेक से और जिम्मेदारी से, क्योंकि चुनाव आने वाला है, ये सब बातें करनी थी आपसे।
इसके साथ-साथ मैं आपको ये भी बताना चाहती हूँ कि हमारे घोषणा पत्र में हमने क्या-क्या लिखा है, क्योंकि ये बहुत जरुरी है कि जैसा मैंने कहा कि हर पार्टी आपको बताए कि आपके लिए करना क्य़ा चाहती है। तो हमारे घोषणा पत्र में हमने लिखा है कि रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें 500 रुपए से पार नहीं होंगी। तो अगर ये रसोई गैस सिलेंडर आपको आज हजार रुपए का मिल रहा है, सरकार आपको 500 रुपए में देगी और बाकी भरपाई सरकार करेगी। 4 लाख रोजगार दिलवाए जाएंगे। पर्यटन को बहुत बढ़ावा दिया जाएगा। आप सबको तो मालूम ही है कि यहाँ पर कोरोना की वजह से, लॉकडाउन की वजह से पर्यटन का बहुत नुकसान हुआ है, तो इसके लिए एक खास पैकेज बनाए जाएंगे और पर्यटन पुलिस पर भर्ती से रोजगार बढ़ाए जाएंगे। तो पर्यटन पुलिस एक अलग फोर्स बनेगी, जिसमें और रोजगार पैदा किए जाएंगे। 40 प्रतिशत सरकारी रोजगार में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। ये सब हमारे यूपी के घोषणा पत्र से आपने लिया। तो इसको पढ़कर तो मुझे बहुत खुशी हो रही है। पुलिस विभाग में 40 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। सरकारी बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा मिलेगी। मेरी आशा और आंगनबाड़ी की बहनों के लिए, उनका मानदेय डेढ़ गुना बढ़ाया जाएगा। कमजोर परिवारों की मदद के लिए, खासतौर से उन परिवारों के लिए, जिन्होंने सबसे ज्यादा कोरोना की वजह से जिन्होंने सहा है और कोरोना की मार सबसे ज्यादा सही है, उनके लिए 40 हजार रुपए की मदद सालाना मिलेगी और स्वास्थ्य सेवाएं, जो हैं, वो गांव-गांव तक पहुंचाई जाएंगी। आज इसमें मैं पूछ रही थी की कैसे करेंगे, तो मुझे बताया जा रहा था कि नई-नई तकनीक है, आजकल आधुनिक तकनीक है, उनका इस्तेमाल किया जाएगा और आप बता रहे थे मुझे, शायद देवेंद्र जी बता रहे थे कि ड्रोन्स के जरिए भी दवाईयों को पहाड़ी इलाकों में पहुंचाना, इसकी पूरी योजना बनाई है। तो ये कुछ प्रतिज्ञाएं हैं, जो हमारे घोषणा पत्र में लिखी गई हैं और मैं प्रतिज्ञा शब्द इसलिए इस्तेमाल कर रही हूँ, क्योंकि इनका मतलब है कि इनको पूरा किया जाएगा, लेकिन पूरे घोषणापत्र को भी जरुर पढ़िए। इसमें हर व्यक्ति के लिए कुछ है। किस तरह से हम करना चाह रहे हैं, पूरा खाका तैयार है, और हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग पढ़ें और समझे कि कांग्रेस की सरकार आपकी समस्याओं को सुलझाने के लिए बनेगी और आपकी समस्याओं को सुलझाने के लिए दिन-रात काम करेगी।