अध्यात्म ज्ञान के प्रचार-प्रसार एवं मानव सेवा में संलग्न श्री भोले जी महाराज
हमारा देश प्राचीन काल से ही ऐसे संत-महापुरुषों की जन्मभूमि रहा है जिन्होंने अध्यात्म ज्ञान के
प्रचार-प्रसार के साथ-साथ अपना सारा जीवन गरीब, असहाय तथा जरूरतमंद लोगों की सेवा में लगा दिया।
देवभूमि उत्तराखण्ड में जन्में ऐसे ही संत-महापुरुषों की श्रृंखला में महत्वपूर्ण नाम है परमपूज्य श्री भोले जी
महाराज का, जो अध्यात्म ज्ञान के द्वारा लोगों के हृदय को तो प्रकाशित कर रहे हैं साथ ही मानव सेवा के
माध्यम से उनके भौतिक कष्टों को दूर करने का भी प्रयास कर रहे हैं। श्री भोले जी महाराज बहुत ही सौम्य,
सरल, मृदुभाषी और उदार हृदय के हैं तथा निःस्वार्थ भाव से बेसहारा व जरूरतमंद लोगों की सेवा-सहायता में
संलग्न हैं।
श्री भोले जी महाराज के अनुसार भौतिक शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को आध्यात्मिक शिक्षा दिये जाने
को बहुत जरूरत है क्योंकि इसी के द्वारा वे आदर्श नागरिक बनकर राष्ट्र के विकास में अपना योगदान कर
सकते हैं। अध्यात्म ज्ञान के प्रचार तथा मानव सेवा की प्रेरणा उन्हें अपने पिता योगीराज श्री हंस जी महाराज तथा
माताश्री राजेश्वरी देवी से मिली। उन्हीं के आशीर्वाद से आज श्री भोले जी महाराज माताश्री मंगला जी के साथ
मिलकर मानव कल्याण के लिए अनेक परियोजनाओं का संचालन कर रहे हैं, जिनमें श्री हंस करुणा स्वास्थ्य
परियोजना, हंस गौशाला योजना, राजेश्वरी करुणा शिक्षा परियोजना, गरीब वृध्द, विकलांग एवं विध्वा मासिक
पेंशन योजना, राजेश्वरी करुणा स्व-रोजगार योजना, निःशुल्क चिकित्सा शिविर योजना, जैविक खेती को बढ़ावा
देना तथा पर्यावरण संरक्षण आदि प्रमुख हैं।
श्री भोले जी महाराज का जन्म 27 जुलाई को उत्तराखण्ड के पवित्रा तीर्थस्थल हरिद्वार में हुआ। इनके
पिता योगीराज श्री हंसजी महाराज तथा माताश्री राजेश्वरी देवी मूल रूप से पोखड़ा ब्लाक, जिला-पौड़ी गढ़वाल
उत्तराखण्ड के निवासी थे। श्री भोले जी महाराज ‘द हंस फाउण्डेशन’, ‘श्री हंसलोक जनकल्याण समिति’ तथा
‘हंस कल्चरल सेंटर’ जैसी कई र्ध्मार्थ, सामाजिक तथा आध्यात्मिक संस्थाओं के प्रेरणास्रोत हैं। उनके कुशल
मार्गदर्शन में ये संस्थाएं देश के विभिन्न भागों में गरीब, बेसहारा तथा जरूरतमंद लोगों को बेहतर स्वास्थ्य एवं
शिक्षा सुविधएं उपलब्ध् कराने के साथ ही उनके आध्यात्मिक एवं भौतिक विकास के लिए निरंतर प्रयास कर
रही हैं।
श्री हंस करफणा स्वास्थ्य परियोजना के तहत सतपुली, जिला-पौड़ी गढ़वाल उत्तराखण्ड में गरीब लोगों
के इलाज के लिए आधुनिक सुविधओं से युक्त ‘‘द हंस फाउण्डेशन जनरल हॉस्पिटल’’ का संचालन किया जा
रहा है। इस अस्पताल से प्रति माह हजारों रोगी इलाज कराकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं। अस्पताल द्वारा देश
के विभिन्न भागों में निःशुल्क चिकित्सा शिविर भी लगाये जाते हैं। हरिद्वार के पास बहादराबाद ‘द हंस
पफाउण्डेशन आइ र् केयर’ का भी संचालन किया जा रहा है। ‘आइ र् केयर’ की ओपीडी तथा निःशुल्क चिकित्सा
शिविरों के द्वारा हजारों रोगियों की आंखों का परीक्षण कराकर उन्हें दवाइयां प्रदान की जाती हैं। विगत वर्ष
प्रयागराज महाकुम्भ तथा हरिद्वार महाकुम्भ, 2021 के अवसर पर द हंस फाउण्डेशन द्वारा न ेत्रा कुम्भ का आयोजन
किया गया जिसमें हजारों रोगियों की आंखों की जांचकर उन्हें निःशुल्क चश्मे एवं दवाइयां प्रदान की गई। द हंस
फाउण्डेशन द्वारा उत्तराखण््रड के चार धर्मों बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्तरी एवं यमुनोत्तरी के यात्रा मार्गों के
अलावा दूरस्थ क्षेत्रों में आधुनिक सुविधओं वाले 8 स्वामी विवेकानंद र्ध्मार्थ अस्पतालों के संचालन में सहयोग
प्रदान किया जा रहा है। इन अस्पतालों से चारधम की यात्रा पर देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों एवं क्षेत्रा
के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मिलती हैं। देश के बड़े धर्मिक एवं सांस्कृतिक मेलों तथा राष्ट्रीय पर्वों पर
निःशुल्क चिकित्सा शिविरों का आयोजन कर हजारों लोगों को स्वास्थ्य लाभ दिया जाता है। श्री भोले जी महाराज
एवं माताश्री मंगला जी की प्रेरणा से चार धाम यात्रा तथा दूरस्थ क्षेत्रों के लिए आधुनिक सुविधओं से युक्त
एम्बुलेंस प्रदान की गईं। द हंस फाउण्डेशन तथा हंस कल्चरल सेंटर द्वारा माताश्री राजेश्वरी देवी के नाम से
उत्तराखण्ड, दिल्ली तथा नागालैंड आदि कई राज्यों में स्कूलों का संचालन किया जा रहा है जिनमें गरीब बच्चों
को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जाती है। दूरस्थ क्षेत्रा से स्कूली बच्चों को लाने व ले जाने के लिए बसें प्रदान की
गई। द हंस फाउण्डेशन द्वारा भाटी, नई दिल्ली तथा मियांवाला देहरादून में हंस गौशालाओं का संचालन किया
जा रहा है। श्री भोले जी महाराज एवं माताश्री मंगला जी की प्रेरणा से द हंस फाउण्डेशन द्वारा कोरोना महामारी
से बचाव के लिए देश के विभिन्न राज्यों के अस्पतालो ं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में दवाइयां, मास्क, ग्लोव्ज, सेनिटाइजर,
ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, आइ र्सीयू बैड, मैडिकल बेड, थर्मामीटर, पीपीई किट, स्टीमर, राशन किट तथा
अन्य जरूरी सामग्री प्रदान की गई।
आध्यात्मिक ज्ञान के व्यापक प्रचार हेतु हंस ज्योति एवं यूनिट ऑफ हंस कल्चरल सेंटरद्ध द्वारा देश भर
में विशाल सत्संग समारोहों तथा साध्ना शिविरों का आयोजन किया जाता है जिनमें श्री भोले जी महाराज एवं
माताश्री मंगला जी अपने शास्त्रा-सम्मत प्रवचनों के द्वारा लोगों के अज्ञान-अंध्कार को दूर कर उन्हें अध्यात्म का
व्यावहारिक बोध् कराते हैं। इस कार्य में उनके सैकड़ो शिष्य एवं संत-महात्मा देश भर में घूम-घूमकर सत्संग के
माध्यम से अध्यात्म ज्ञान का प्रत्यक्ष बोध् करा रहे हैं। श्री भोले जी महाराज के पावन जन्मोत्सव 27 जुलाई,
2021 पर हम सब उनके पावन श्रीचरणों में प्रणाम करते हुए उनके यशस्वी तथा दीर्घजीवी होने की भगवान से
प्रार्थना करते हैं।