हिंदी दिवस पर सु-विख्यात ‘कुमाऊं केसरी’ सम्मान 2019 वरिष्ठ पत्रकार सी एम पपनैं को
गदरपुर, उधमसिंह नगर। (अमर सन्देश व्यूरो) जनसरोकारों से जुड़े विभिन्न क्षेत्रो मे निरंतर उत्कृष्ठ योगदान देने हेतु सम्मान स्वरूप दिया जाने वाला सु-विख्यात ‘कुमाऊं केसरी’ सम्मान 2019 हिंदी दिवस पर बजाज कालेज ऑफ मैनेजमैन्ट गदरपुर (उधमसिंह नगर) मे भव्य समारोह आयोजित कर प्रदान किए गए।
‘अमर सन्देश’ साप्ताहिक के दिल्ली व्यूरो सु-प्रसिद्ध पत्रकार सी एम पपनैं को प्रवासी जनपक्षीय पत्रकारिता के क्षेत्र मे ‘कुमाऊं केसरी’ प्रिंट व इलक्ट्रोनिक मीडिया सम्मान से नवाजा गया।
विगत अनेक दशको से प्रिंट मीडिया के साथ-साथ इलेक्ट्रोनिक मीडिया के अनेक राष्ट्रीय चैनलों मे उत्तराखंड के जनसरोकारों से जुड़े विषयो को बेबाक तरीके से उठाने वाले सी एम पपनैं (चंद्रमोहन पपनैं) 35 वर्षो तक इन्डियन एक्सप्रेस ग्रुप से जुड़े रहे। मीडिया यूनियन व फैडरेशनो तथा खेल व हाउसिंग सोसाइटियों मे अध्यक्ष व महासचिव के पदों का निर्वाह तथा ख्यातिप्राप्त सांस्कृतिक संस्था पर्वतीय कला केंद्र के महासचिव रहे। वर्तमान मे भारत सरकार मीडिया वेजबोर्ड कमेटी सदस्य रही नेशनल फैडरेशन आफ न्यूज पेपर इम्प्लाइज के राष्ट्रीय महासचिव पद पर आसीन हैं। एक दर्जन से अधिक हिंदी पुस्तको के रचयिता हैं। आपकी पुस्तके विदेश मंत्रालय व हिंदी निदेशालय भारत सरकार द्वारा स्वीकृत होकर देश विदेश तक पहुची हैं। उत्तराखंड की अनेक जनसरोकारों से जुडी सांस्कृतिक, सामाजिक संस्थाओं से सक्रिय तौर पर जुड़े रहे हैं। रानीखेत से प्रकाशित पत्रिका प्रकृतलोक के प्रबंध संपादक हैं। आपकी लेखन सक्रियता, निष्पक्ष समाचार संकलन व व्यापक सामाजिक आधार पर आपको ‘कुमाऊं केसरी’ सम्मान 2019 से नवाजा जाना साप्ताहिक ‘अमर सन्देश’ अपना भी सम्मान समझता है
अन्य सम्मानित होने वाले प्रबुद्ध जनो मे चीन मे आयोजित विश्व पुलिस ओलंपिक खेलो मे कांस्य पदक विजेता उत्तराखंड के मुकेश पाल को खेल, वैद्य पद्मश्री बालेंदु प्रकाश, हरीश चंद्र पांडे (काठगोदाम) समाज सेवा, डॉ दयाल शरण संयुक्त निदेशक सीआईडी फारेंशिक लैब, नवीन जोशी आयुर्वेद, डॉ उमाशंकर साहिल काव्य, नटराज कला केंद्र हल्द्वानी की वंदना शर्मा को नृत्य, शैरी सिंगर को संगीत, पवन बजाज तथा संजय कुमार सिंह को शिक्षा के क्षेत्र मे उल्लेखनीय व उत्कृष्ट योगदान देने हेतु सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ दयाल शरण संयुक्त निदेशक सीआईडी फारेंशिक लैब उत्तराखंड सरकार व विशिष्ट अतिथि पद्मश्री बालेंदु प्रकाश, गुलाम गौस चेयर मैन नगर पालिका, डॉ पवन बजाज मैनेजिंग डायरेक्टर बजाज कॉलेज आफ मैनेजमैन्ट, मीडिया प्रभारी सुनील बमेठा, पुलिस खेल अधिकारी मुकेश पाल, थानाध्यक्ष जसविंदर सिंह, उप निरीक्षक विनय मित्तल, समाज सेवी एच सी पांडे, सुभाष बहल, प्रमोद बजाज, विजय पाल, डॉ रेनु सरन, नवीन जोशी, राकेश अनेजा, दिवेश पाल, देवभूमि वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन महासचिव प्रदीप फुटेला इत्यादि के हाथों दीप प्रज्वलन, देवी सरस्वती के चित्र पर फूल अर्पण व बजाज कालेज आफ मैनेजमैन्ट की छात्राओं द्वारा वंदना-
वर दे वीणा वादिनी वर दे…
स्वागत गीत-
मन की वीणा से गूंजी ध्वनि मंगलम, स्वागतम…।
की रश्म अदायगी के साथ ही हिंदी दिवस व ‘कुमाऊं केसरी’ सम्मान समारोह शुभारम्भ हुआ।
बजाज कालेज आफ मैनेजमैन्ट विभागाध्यक्ष अवस्थी ने उदबोधन कर सभी गणमान्य अतिथियो का अभिनन्दन किया। हिंदी दिवस व आयोजित सम्मान समारोह के महत्व पर प्रकाश डाला। देवभूमि वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के नागेश दुबे, प्रदीप फुटेला इत्यादि द्वारा गणमान्य अतिथियो को पुष्प गुच्छ भेट किए गए।
आयोजन मुख्य वक्ता सु-विख्यात वैद्य पद्मश्री बालेंदु तथा अन्य वक्ताओं मे शिक्षा विद संजय सिंह, मनोज कांडपाल, मर्म चिकित्सक नवीन जोशी, समाज सेवी हरीश चंद्र पांडे, पुलिस खेल अधिकारी मुकेश पाल, डॉ दयाल शरण, प्रमोद बजाज, अध्यक्ष नगर पालिका गुलाम गौस इत्यादि ने हिंदी दिवस के महत्व व हिंदी भाषा की उपयोगिता, उसके संवर्धन व संरक्षण पर सारगर्भित विचार व्यक्त किए।
वक्ताओं ने व्यक्त किया, हिंदी भाषा के प्रति सम्मान जताने के लिए हिंदी दिवस मनाने की परिपाठी रही है, जो वंदनीय है। अवगत कराया विदेशी भूमि मे भी हिंदी फलफूल रही है। हिन्दी स्कूल खुले हैं। हिंदी का महत्व बढ़ रहा है। करोड़ो लोगो की हिंदी भाषा मुख्य माध्यम है।
वक्ताओं ने व्यक्त किया, हिन्दी बाजार की भाषा बने। सम्मान की भाषा बने। वक्ताओं ने आह्वान किया, हिंदी भाषा के विकास के लिए एक जुट होकर कार्य करना होगा।
हिंदी दिवस पर वक्ताओं व कवियों ने ठसा-ठस भरे सभागार मे हिंदी गीत, व्यंग व सामाजिक पीड़ा से सम्बद्ध काव्य पाठ कर जहां श्रोताओं को गुद-गुदाया, वही गम्भीर भी बनाया, साथ ही चेतना जगा हिंदी भाषा की समृद्धि व लोकसंस्कृति के संवर्धन व संरक्षण तथा हिंदी भाषा का प्रयोग कर देश प्रेम व एकता के भाव जगा जागरूक किया।
हरीश चंद्र पांडे (गीत)-
है प्रीत जहां की रीत सदा, मै गीत वहां के गाता हूं।
भारत का रहने वाला हूं, भारत के गीत सुनाता हूं..।
श्याम सिंह हिंदी गीत-
एक प्यार का नगमा है…।
अनिता पंत (काव्य)-
…हिंदी से ही हिंद बना, हिंदी से हिंदुस्तान हमारा, हिंदी भारत की धरती धरा है…हिंदी से मै जानी जाती, हिंदी से पहचानी जाती…ज्ञान सागर हिंदी मे, संगीत हमारा हिंदी मे…।
गौरव त्रिपाठी (काव्य)-
हिंदी भारत माँ की विंदी है, ये कैसी शर्मन्दगी है…।
सुबोध कुमार शर्मा के काव्य पाठ ने श्रोताओं को अति जागरूक किया।
आयोजित हिंदी दिवस व सम्मान समारोह कार्यक्रम के आयोजन मे देवभूमि वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन से जुड़े उत्तराखंड के पत्रकारो, सु-प्रसिद्ध साप्ताहिक कुमाऊं केसरी की मुख्य भूमिका रही। मंच संचालन क्रमशः बसंत उनियाल व रिम्पी बिष्ट ने बखूबी निर्वाहित किया।