रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट से पीड़ित 19 वर्षीय ऐश्वर्या को डॉक्टरों ने दिया नया जीवन
नई दिल्ली। 19 वर्षीय ऐश्वर्या सैनी को हमलावरों से अपना बचाव करते समय रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लग गई थी, जिसके बाद उसके जीवन में कोई उम्मीद नहीं बची थी परंतु चिकित्सा जगत में एक और अद्भुत प्रदर्शन करते हुए श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में स्पाइनल सर्जरी और रिहैबिलिटेशन के चीफ डॉक्टर एचएस छाबड़ा के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने सही समय पर उचित सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
15 अप्रैल को श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में गंभीर रूप से पीड़ित ऐश्वर्या को लाया गया, जहां डॉक्टर एचएस छाबड़ा के नेतृत्व में अनुभवी विशेषज्ञों की एक टीम ने सफल ऑपरेशन के द्वारा ऐश्वर्या को भविष्य में ठीक होने की नई किरण दिखाई।
ऐश्वर्या की स्थिति की गंभीरता के बारे में विस्तार से बात करते हुए डॉ एचएस छाबड़ा ने बताया कि अस्पताल में जांच करने पर पता चला कि उसकी रीड की हड्डी में चोट के साथ फ्रैक्चर डिसलोकेशन टी 12 एल 1 था। हमने माता-पिता से बात की और इस बात पर जोर देते हुए की चोट के 48 घंटों के भीतर पेरिअनल संवेदना और वॉल्यून्ट्री एनल कंस्ट्रक्शन की कमी भी न्यूरोलॉजिकल रिकवरी पर निर्भर करेगा। इस तरह की रिकवरी के बिना निचले अंगों में न्यूरोलॉजिकल बहाली की संभावना बेहद कम होगी। प्रारंभिक हस्तक्षेप के बाद बेहतर परिणामों के साक्ष्य को देखते हुए उसी दिन तत्काल सर्जरी की गई, जिसमें सामान्य एनेस्थीसिया के तहत टी 1- एल 1- एल 2 पेडीकल स्क्रु फिक्सेशन और डीकंप्रेशन शामिल था।
इस महत्वपूर्ण 48 घंटे बाद भी दुर्भाग्यवश पेरिअनल संवेदना और वॉल्यून्ट्री एनल कंस्ट्रक्शन अनुपस्थित रहे। मेडिकल स्टाफ ने परिवार को इस बारे में सूचित किया, जिससे ऐश्वर्या और उनके प्रियजनों को गहरा दुख हुआ। हालाँकि, उन्हें सलाह दी गई कि व्यापक पुनर्वास के साथ ऐश्वर्या के लिए व्हीलचेयर से भी सामान्य जीवनशैली में वापस आना संभव होगा।