भारतीय स्टेट बैंक ने मार्च 2025 में समाप्त चौथी तिमाही में 10% की गिरावट के साथ 18,643 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया
नई दिल्ली, 03 मई ।।भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने शनिवार को चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2025) के लिए 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,643 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ दर्ज किया है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक का लाभ 20,698 करोड़ रुपये था।
बैंक ने एक विनियामक फाइलिंग में बताया कि इस तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 1,43,876 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 1,28,412 करोड़ रुपये थी। ब्याज आय भी बढ़कर 1,19,666 करोड़ रुपये हो गई, जो एक वर्ष पहले 1,11,043 करोड़ रुपये थी।
बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में भी सुधार देखा गया है। सकल एनपीए मार्च 2025 के अंत में कुल अग्रिमों का 1.82 प्रतिशत रहा, जो मार्च 2024 में 2.24 प्रतिशत था। इसी प्रकार, शुद्ध एनपीए घटकर 0.47 प्रतिशत हो गया, जो पिछले वर्ष 0.57 प्रतिशत था।
समेकित आधार पर, SBI का शुद्ध लाभ 8 प्रतिशत घटकर 19,600 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 21,384 करोड़ रुपये था। हालांकि, कुल आय बढ़कर 1,79,562 करोड़ रुपये हो गई, जो पहले 1,64,914 करोड़ रुपये थी।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए बैंक ने स्टैंडअलोन आधार पर 16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 70,901 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले वर्ष 61,077 करोड़ रुपये था।
बैंक के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए प्रति इक्विटी शेयर 15.90 रुपये के लाभांश की घोषणा की है। इसके अलावा, बोर्ड ने 2025-26 के दौरान एक या अधिक किस्तों में क्यूआईपी/एफपीओ अथवा किसी अन्य माध्यम से 25,000 करोड़ रुपये तक की इक्विटी पूंजी जुटाने को भी मंजूरी दी है।
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