उत्तराखण्डराष्ट्रीय

पौड़ी गढ़वाल के आनंद प्रकाश बडोला भारतीय तटरक्षक में अपर महानिदेशक बने

देवभूमि उत्तराखण्ड के एक लाल को सोप गई सुरक्षा की क्षेत्र में एक बड़ी जिम्मेदारी उत्तराखंड के पौडी गढ़वाल के पथोल गांव के मूल निवासी आनंद प्रकाश बडोला को इंडियन कोस्ट गार्ड का अपर महानिदेशक नियुक्त किया गया है। उन्होंने अपने लगभग 35 साल के सेवाकाल के दौरान पूर्वी और पश्चिमी क्षेत्र के तट रक्षक कमांडर के अलावा विभिन्न श्रेणी के पोतों की कमान सम्भाली है। विकास नगर देहरादून और एसजीआरआर कॉलेज देहरादून से उनकी पढ़ाई हुई। वर्ष 1990 में वह भारतीय तटरक्षक में शामिल हुए।

 

उनकी सतर्क कमान के तहत इस तरह के समकालिक प्रयासों ने क्षेत्र में प्रमुख समुद्री सुरक्षा प्रदाता के रूप में भारत के कद को मजबूत किया और देश को गौरवान्वित किया। उन्हें बीते वर्ष गणतंत्र दिवस पर विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति तटरक्षक पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। इससे पूर्व वर्ष 2021 में भी तटरक्षक मुख्यालय नई दिल्ली में आयोजित अलंकरण समारोह में रक्षामंत्री की ओर से उन्हें मेधावी सेवा के लिए राष्ट्रपति तटरक्षक पदक से नवाजा गया।

 

इस सम्मान के साथ, वह प्रमुख और समर्पित सेवा के लिए सर्वाधिक पदकों से विभूषित सशस्त्र बल अधिकारियों के संघ में शामिल हो गए हैं। फ्लैग ऑफिसर एक दूरदर्शी योजनाकार और पूर्णतावादी स्पर्श के निष्पादक हैं। उन्होंने केवल चार दशकों में अत्यधिक पेशेवर और सक्षम प्रमुख समुद्री सुरक्षा बल के रूप में परिपक्व होने के लिए भारतीय तटरक्षक बल के प्रयास में बहुत योगदान दिया है।

 

ADG आनंद प्रकाश बडोला, वर्ष 1990 में भारतीय तटरक्षक में शामिल हुए। फ्लैग ऑफिसर नौचालन एवम निर्देशन के विशेषग्य हैं और प्रतिष्ठित यूएस नेवल स्टाफ महाविद्यालय , न्यूपोर्ट, यूएसए के पूर्व छात्र हैं। मई 2017 में फ्लैग रैंक पर पदोन्नत होने पर, अधिकारी ने तटरक्षक पूर्वी और पश्चिमी दोनों समुद्र तटों के मुख्यालयों में चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में कार्य किया।

 

दिसंबर 2019 से जून 2021 तक मुंबई में कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (पश्चिम) के रूप में सफल कार्यरत रहे हैं। फ्लैग ऑफिसर ने चेन्नई में कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (पूर्व) की कमान 11 जून 2021 से 20 November 2023 तक संभाली। एडीजी कोस्ट गार्ड के पद सँभालने से पहले बडोला, तट रक्षक मुखालय में उप महानिदेशक (पॉलिसी एवम योजना) में कार्यरत थे ।

Share This Post:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *