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आज समय बुद्धि प्रधानता,इकानामी का है—-शेखावत

नई दिल्ली, 8 अप्रैल 2023, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के व्यापार एवं उद्योग से जुड़े उद्यमियों के लिए श्री क्षत्रिय युवक संघ के आनुषांगिक संगठन- श्री क्षात्र पुरूषार्थ फाउंडेशन के प्रकल्प- श्री क्षत्रिय इकानामिक फोरम द्वारा एक दिवसीय वृहद कार्यशाला का आयोजन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मुख्य अतिथि एवं संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर के सान्निध्य में संपन्न हुआ। इस अवसर पर श्री शेखावत ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के प्लेटफार्म की आज समाज को जरूरत है। इसके माध्यम से समाज के विकास के साथ ही देश की अर्थव्यवस्था को फायदा मिलें, यह सभी का उद्देश्य रहना चाहिए।

अशोक होटल, चाणक्यपुरी, दिल्ली में आयोजित इस कार्यशाला के माध्यम से सभी उद्यमियों के बीच पारस्परिक समझ और संपर्क विकसित करना श्री क्षत्रिय इकानामिक फोरम का उद्देश्य है, जिसे अभिनंदनीय बताते हुए केंद्रीय मंत्री श्री शेखावत ने कहा कि दुनियाभर में क्षत्रिय समाज के लोग किसी-न-किसी रूप में काम करते हुए अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, जो गर्व की बात है। जयपुर के बाद आज दिल्ली में श्री क्षत्रिय इकानामिक फोरम द्वारा यह कार्यशाला आयोजित करने के बाद अब इस प्लेटफार्म को विस्तार देने की जरूरत है, प्रोफेशनल्स को भी इससे जोड़ा जाएं। श्री शेखावत ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अपने पुरूषार्थ, पराक्रम व क्षत्रियोचित गुणों के माध्यम से हमें अनेक अवसर प्रदान किए हैं, जिनसे हम प्रेरणा ले सकते हैं और गर्व भी कर सकते है।

श्री शेखावत ने कहा कि आज समय बुद्धि प्रधानता,इकानामी का है, जिसमें श्रेष्ठता कायम कर झंझावतों से जूझते हुए समाजजनों को आगे बढ़ाना एवं साथ मिल-बैठकर विचार-मंथन करना है। उन्होंने कहा कि दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है, अब परिवर्तन की आंधी चल रही है, इस बदलते हुए परिदृष्य में हम कैसे प्रासंगित हो और अवसरों का उपयोग कर सकते हैं, विचार करें। भविष्य बहुत बदला हुआ परिलक्षित होता है, ऐसे स्थिति में भारत भी तेजी से प्रगति कर रहा है। नवाचारों के साथ आगे बढ़ते हुए हमारी पीढ़ी, आने वाली पीढ़ी के लिए उच्च आदर्श स्थापित करें।

श्री क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोलसाहबसर ने व्यापार-उद्योग के विकास के लिए विशेषज्ञों की बातों के अनुसरण की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि इस प्लेटफार्म के माध्यम से एकता का संदेश प्रसारित हुआ है। उन्होंने कहा कि निःस्वार्थ भाव से सेवा करने के साथ ही और भी का फर्क समझते हुए जड़ तक पहुंचना जरूरी होता है। कोई भी कोटेशन सिर्फ लिखने-पढ़ने के लिए नहीं बल्कि जीवन के उतारने के लिए होता है। भक्ति, ज्ञान व कर्म की त्रिवेणी की पूर्ति श्री क्षत्रिय युवक संघ करता है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में एकता व अनुशासन जरूरी है। हम सब ईश्वर की संतान है तो कोई छोटा या बड़ा नहीं है। मन में ईश्वर भाव का होना आवश्यक है। अच्छे काम में बाधाएं आती है, महापुरूषों को भी आई लेकिन अंततः सच्चे प्रयासों से बाधाओं को पार किया जा सकता है, कोई भी कार्य निर्भय होकर करें। भगवान श्री कृष्ण जैसे कमयोगी बनें और सद्कर्म करते रहे। व्यापार-उद्योग के द्वारा रोजगार को बढ़ाएं।

कार्यशाला के दौरान पेनल डिस्कशन में आईपीआर, एक्जिम, आईबीसी इत्यादि विषयों पर दिनभर विभिन्न सत्रों में विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों द्वारा चर्चा की गई। अंतरराष्ट्रीय बिजनेस कोच डा. योगेश पंवार ने ग्रोथ और स्केलेबिलिटी पर प्रकाश डालते हुए बिजनेस की मूलभूत आवश्यकताओं एवं समाधानों के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में श्री क्षत्रिय युवक संघ के संस्थापक तनसिंह द्वारा रचित गीत की प्रस्तुति हुई और प्रारंभ में श्री गणेश वंदना की गई।

 

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