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अपशिष्ट जल उपचार हेतु श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी हरियाणा व जापानी कम्पनी देकी एक्सिस इंडिया का पायलट कार्यक्रम सम्पन्न

सी एम पपनैं

पलवल (हरियाणा)। कौशल आधारित शिक्षा और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए स्थापित श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी हरियाणा सरकार तथा भारत में स्थापित जापानी कम्पनी

देकी एक्सिस इंडिया द्वारा अपशिष्ट जल उपचार में लगे व्यक्तियों को अधिक नियंत्रित और कुशल वातावरण में काम करने के लिए शिक्षित और प्रशिक्षित करने हेतु छह दिवसीय पायलट कार्यक्रम के 11 अप्रेल को सफलता पूर्वक समापन पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन देकी एक्सिस इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर रिओ वाजा, डायरेक्टर व सीईओ कमल तिवारी, जापानी कम्पनी मुख्य सलाहकार के सी पांडे, शिमामुरा हितकारी, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय कुलपति राज नेहरू तथा विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसरो की उपस्थित मे आयोजित किया गया।

अपशिष्ट जल उपचार हेतु आयोजित पायलट कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के 12 छात्रों और तीन अधिकारियों द्वारा जापान से प्रशिक्षण देने के लिए आए देकी एक्सिस इंडिया के अति अनुभवी प्रशिक्षक प्रोफेसर नवोकी कदोया के सानिध्य में विशिष्ट प्रशिक्षण और अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करने हेतु तकनीकी प्रशिक्षण लिया गया। प्रशिक्षण प्राप्त बारह छात्रों मे से चार छात्रों को योग्यता आंकलन के आधार पर जापानी कम्पनी देकी एक्सिस इंडिया द्वारा नौकरी हेतु चयनित किया गया है।

 

छात्रों व अधिकारियों को प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य विकेंद्रीकृत अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों के महत्व और उनके उचित संचालन पर शिक्षा प्राप्त कर भविष्य मे उक्त क्षेत्र मे अहम योगदान देना है। स्वच्छ भारत मिशन और अमृत मिशन के साथ गठबंधन, जो जल उपचार के लिए सीवेज उपचार संयंत्रों (एसटीपी) की स्थापना को बढ़ावा देता है। पायलट कार्यक्रम का उद्देश्य एसटीपी की कार्यक्षमता के संबंध में बाजार में अंतर को दूर करना भी रहा है।

 

सम्बंधित कार्य के बावत अधिकारियों के पास उचित प्रशिक्षण और शिक्षा का अभाव होने के परिणामस्वरूप अक्सर एसटीपी विफल हो जाते हैं। देकी एक्सिस इंडिया के लक्ष्य अनुसार अधिक स्थायी और प्रभावी अपशिष्ट जल उपचार समाधानों के लिए मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करके इस अंतर को पाटना इंडिया मे स्थापित इस जापानी कम्पनी की मुख्य सोच रही है।

 

विगत वर्ष माह नवंबर 2022 मे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर तथा केन्द्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर की उपस्थिति मैं जापानी कम्पनी देकी एक्सिस इंडिया चेयरमैन हिरोशी ओगामे व श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी पलवल के बीच अपशिष्ट जल समाधान पर दोनों पक्षो द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। आयोजन के इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा देकी एक्सिस के भारतवर्ष मे दूसरे प्लांट का श्रीगणेश भी किया गया था।

 

देकी एक्सिस इंडिया एक स्थाई अपशिष्ट जल समाधान प्रदाता जापानी कम्पनी है। एसटीपी लगाने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पानी खपत के लायक है। अपशिष्ट जल उपचार में शामिल व्यक्तियों को शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करके इस जापानी कम्पनी का उद्देश्य पूरे हरियाणा में अपशिष्ट जल उपचार सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार करना है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय हरियाणा कौशल विकास से जुडे विभिन्न विषयों मे स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रदान करता है। ।

 

आयोजित आयोजन के इस अवसर पर श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू द्वारा व्यक्त किया गया, अपशिष्ट जल उपचार पर छात्रों को प्रशिक्षित करने वाले कार्यक्रम का सफलता पूर्वक संचालन करके श्रीविश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय द्वारा नौकरी और ज्ञान दोनों क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यह पर्यावरण पेशेवरों की अगली पीढ़ी को प्रशिक्षण और कौशल में सशक्त बनाने हेतु तथा वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए हमारे समर्पण को दर्शाता है जो आवश्यक ज्ञान से परिपूर्ण होंगे। कुलपति द्वारा व्यक्त किया गया, विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे प्रयास देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने हेतु कटिबद्ध है। जहा कुशल पेशेवर सभी के लाभ के लिए सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।

 

देकी एक्सिस इंडिया सीईओ कमल तिवारी द्वारा कार्यक्रम के सफल समापन पर व्यक्त किया गया, कार्यक्रम का उद्देश्य देश भर में स्थायी अपशिष्ट जल समाधान प्रदान करना और एसटीपी की दक्षता में वृद्धि करना है। अपशिष्ट जल में लगे व्यक्तियों को प्रशिक्षित करके उपचार कार्यक्रम ने विशेष रूप से युवाओं के लिए नए व्यवसायों और नौकरियों के अवसर पैदा किए हैं। इस स्वच्छ और हरित पहल में हजारों युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने की क्षमता है। अर्थव्यवस्था को भी लाभ होता है। प्रदूषण मुक्त जल सकारात्मक भारत में योगदान देता है। व्यक्त किया गया, इस कार्यक्रम के माध्यम से बनाए गए कुशल कार्यबल संभावित रूप से हमारे युवाओं के लिए रोजगार के लाखों अवसर पा सकते हैं। इस कार्यक्रम से न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश में अपशिष्ट जल उपचार सुविधाओं की गुणवत्ता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।

 

आयोजित कार्यक्रम का प्रभावशाली मंच संचालन विश्वविद्यालय सहायक प्रोफैसर भावना रूपराई द्वारा बखूबी किया गया।

 

अवलोकन कर ज्ञात होता है, जापानी कम्पनी देकी एक्सिस इंडिया अपने लम्बे अनुभव के अनुरूप एक संगठन के रूप में आज दुनिया के सामने आने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों को दूर करने के महत्व को पहचानने मे सक्षम है। इस जापानी कंपनी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के साथ अपने संचालन को संरेखित करने के लिए रणनीतिक निर्णय लिया गया है। यह जापानी कम्पनी लक्ष्यों को प्राप्त करने में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध भी दिखती है। विशेष रूप से स्थायी और जिम्मेदार अपशिष्ट जल समाधानों के संबंध में। यह संगठन मानता है कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी भविष्य सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी अपशिष्ट जल प्रबंधन आवश्यक है।

 

जापानी कम्पनी देकी एक्सिस लगातार नए और पर्यावरण के अनुकूल समाधान विकसित करने की दिशा में काम करता आ रहा है जो अपशिष्ट जल उपचार के पर्यावरणीय प्रभाव को कम कर सकते हैं। इस जापानी कंपनी का उद्देश्य ऐसे समाधान तैयार करना रहा है जो न केवल अपशिष्ट जल के उपचार में प्रभावी हों बल्कि आर्थिक रूप से व्यवहारिक और सामाजिक रूप से जिम्मेदार भी हों। एसडीजी के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के माध्यम से यह जापानी कम्पनी सभी के लिए अधिक टिकाऊ भविष्य के निर्माण की दिशा में वैश्विक प्रयास में महत्वपूर्ण योगदान देने की ओर अग्रसर है, जिसमे कोई संशय नहीं है।

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