अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ पर फरीदाबाद मे भव्य आयोजन सम्पन्न
सी एम पपनैं
फरीदाबाद। आध्यात्मिक योग एवं नेचुरोपैथी सैन्टर, सैक्टर 16-ए फरीदाबाद के संस्थापक डाॅ.आर.बी.बारी के सानिध्य मे 21 जून को ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ का आयोजन आयुष मन्त्रालय भारत सरकार प्रोटोकॉल के अनुसार ‘इन्टरनेशनल नेचुरोपैथी आर्गनाइजेशन सूर्या फाउण्डेशन’ की गाइडलाइन्स के आधार पर ‘बसुधैव कुटुम्बकम् के लिए योग’ थीम पर गीता मन्दिर पार्क सैक्टर 16-ए मे प्रातः 6 से 7 बजे तक आयोजित किया गया।
वैश्विक फलक पर आयोजित ‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के इस अवसर पर फरीदाबाद के अनेको गणमान्यो मे विशाल पाहवा, पंडित भीम दत्त शास्त्री, सलोनी सिंह, काजल सिंह, गीता मन्दिर सचिव सोमनाथ गुप्ता, विजय पपनैं, सुपर सील्स इंडिया निर्देशक (एचआरडी) टी एस रावत, भारतीय योग संस्थान शीर्ष अधिकारी शीला जी व आर के शर्मा, आरती गुप्ता इत्यादि इत्यादि सहित बडी संख्या मे प्रबुद्ध जनो द्वारा योग एक्सपर्ट पूजा शर्मा द्वारा बताऐ गए योग साधना गुर, नेचुरोपैथी और योग के द्वारा विना पिल्स और ड्रग्स के स्वस्थ रहने के बावत अवगत कराया गया।
डाॅ.विजय लक्ष्मी बारी निर्देशक ‘आध्यात्मिक योग एवं नेचुरोपैथी सैन्टर’ द्वारा इस अवसर पर असाधारण और असाध्य बीमारियों से पीड़ित लोगों को राहत पहुचाने हेतु महत्वपूर्ण और उपयोगी गुर देते हुए योग और नेचुरोपैथी के प्रमुख सिद्धांत व भोजन के विषय के बावत अवगत कराया गया। गम्भीर प्रकार के मरीजों को समय से इलाज कराने की सलाह दी गई।
डाॅ.आर.बी.बारी द्वारा योग के माध्यम से स्वास्थ्य के क्षेत्र में होने वाले चमत्कारी गुर मे आसन, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से योग और प्राकृतिक चिकित्सा के द्वारा असाध्य बीमारियों से छुटकारा पाने हेतु महत्वपूर्ण जानकारी से अवगत कराया गया। शलभासन, कपालभाति, अनुलोम विलोम, शीतली प्राणायाम विधि की व्याख्या करते हुए योग के वैज्ञानिक लाभ और भ्रामरी प्राणायाम द्वारा ध्यान के माध्यम से पूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने हेतु ध्यान लगाने की विधि से अवगत कराया गया।
दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण से जनमानस के स्वास्थ्य पर पड़ रहे प्रभाव पर चिंता व्यक्त करते हुए डाॅ बारी द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक को मानव जाति के लिए घातक बताते हुए व्यक्त किया गया, पर्यावरण विभाग के शोध के अनुसार दिल्ली और आसपास के लोगों के लंग्स में काले पेपर की तरह कार्वन पाए जा रहे हैं जो कि मानव जीवन के लिए बहुत ही घातक है। इसके अलावा नवजात शिशुओं के स्तनपान में माइक्रो प्लास्टिक के एलीमेंट पाए जाने के बावत भी अवगत कराया गया। डाॅ बारी द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक को बन्द करने की सलाह दी गई।
‘अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के इस अवसर पर आयोजकों द्वारा स्वास्थ्य संरक्षण हेतु वृक्षारोपण अभियान को बढ़ावा देने के लिए सभी उपस्थित जनो को पौंधे भेंट किए गए।
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