श्री संतोषी माता मंदिर, जेल रोड, हरिनगर मे 104वां नवरात्र मेला उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा—-अमित सक्सेना
आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि चैत्र नवरात्रों के पावन पर्व के अवसर पर श्री संतोषी माता मंदिर, जेल रोड, हरिनगर, नई दिल्ली में प्रसिद्ध सिद्धेश्वरी कलियुग तारिणी संतोषी माता मंदिर के प्रांगण में प्रेम संतोष, क्षमा, खुशी और आशा की प्रतीक माँ संतोषी के पुनित अवसर पर का 104वां नवरात्र मेला उत्सव का आयोजन दिनाँक 09 अप्रैल से 16 अप्रैल, 2024 तक मंदिर के संचालक एवं संरक्षक श्री अमित सक्सेना के तत्वावधान में ज्योति प्रज्ज्वलित कर चैत्र नवरात्रों को श्री गणेश किया जाएगा । यह जानकारी अमर संदेश समाचार पत्र को मंदिर के सेवादार, सुरेन्द्र कुमार बजाज)
दी।
आपको ज्ञात हो नवरात्री के समापन बेला पर 16 अप्रैल को माँ भगवती जागरण रात्रि 9 बजे से सुबह 5 बजे तक होगा।
हिन्दू पंचांग के अनुसार 8 अप्रैल को सूर्य ग्रहण के कारण मन्दिर के द्वार नहीं खोले जाएंगे। 9 अप्रैल को प्रातः 6 बजे मन्दिर के द्वार खोल दिए जाएंगे। धार्मिक कार्यक्रम के कारण मन्दिर के द्वार निम्न कार्य के लिए प्रति दिन कुछ देर के लिए बंद कर दिए जाएंगे:
शृंगार आरती प्रातः 4 बजे
भोग दोपहर 3 बजे
सांयकाल श्रृंगार श्याम 6 बजे
भोग रात्रि 10 बजे
साफ सफाई और सजावट के लिए मंदिर के द्वार 17 अप्रैल 2024 को प्रातः 9 बजे से सांय 5 बजे तक मन्दिर के द्वार बंद रहेंगे।
इस नवरात्रि मेला उत्सव मेले का विशेष आकर्षण माँ संतोषी, माँ दुर्गा, माँ सरस्वती, श्री सद्गुरु जी एवं सद्गुरु माता जी, माँ की प्रतिमाओं की भव्य सजावट, विशाल अष्टधातु प्रतिमा की छवि आप सभी को प्रफुल्लित एवं उत्साहित करेगी। श्री संतोषी माता मन्दिर को रंग बिरंगी लड़ियों, गुब्बारों, फूलों एवं लाइटों से सजाया जाता है जोकि रात्रि के समय विशेषत: अत्यन्त सुन्दर दिखाई देता है।
मंदिर गुरु श्री अमित सक्सेना ने यह बताया कि अनन्त कोटि ब्रहमाण्डात्मक प्रपत्य की अधिष्ठान भूता, सच्चिदानंदारूपा भगवती सिद्देश्वरी माँ संतोषी मंदिर के प्रांगण में संपूर्ण विश्व को बल-बुद्धि व सरसता प्रदान करने वाली प्राणदायी की प्रतीक माँ संतोषी को माँ दुर्गा के सबसे शांत, कोमल और विशुद्ध रूपों में से एक माना जाता है, माँ संतोषी अपने भक्तों के हृदय में सदैव अपने शान्त स्वभाव और सौम्य रूप में विराजमान रहती हैं। जिन भक्तों के मंदिर रूपी मन में माता के प्रति सच्ची भावना होती है वहाँ माता का वास होता है अर्थात माता संतोषी उनकी सभी मनोकामाओं को पूर्ण करती हैं। भक्तजनों की इच्छाओं को पूर्ण करने तथा सुख एवं समृद्धि प्रदान करने वाली प्रसिद्ध सिद्धेश्वरी मॉ संतोषी के इस पावन मंदिर पर आयोजित नवरात्रों समारोह के संदर्भ में आपको सूचित किया जा रहा है कि मनुष्य के अंदर सतोगुण, राजोगुण और तमोगुण तीनों प्रकार के मन व्याप्त हैं।वर्तमान समय के इस अराजकता के वातावरण में संतोष एवं शान्ति ही ऐसे दो महत्वपूर्ण गुण है जिससे सम्पूर्ण विश्व में भाईचारा एवं मानवता का उत्थान किया जा सकता है। भक्ति अपने आप में उसी अवस्था में सार्थक है जब वह प्रत्येक मनुरूप को प्रेम में बांधकर एकता का संदेश दें।
मॉ संतोषी के भक्त एवं दर्शनार्थी, जिन्होंने माता के प्रति सच्ची श्रद्धा, सच्चे मन से पूजापाठ व उपवास रखते है उनके लिए विशेष व्यवस्था का प्रबंध किया जाताहै। भक्तों के लिए मंदिर के द्वार 24 घंटे खुले रहते है जिससे माँ के भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। आपको अवगत कराया जाता है कि लगभग 12 हजार से अधिक भक्तों को प्रतिदिन प्रसाद वितरण किया जाता है। माँ संतोषी के मंदिर में दिन का शुभारम्भ मॉ भगवती के भजनों से प्रारम्भ होता है तथा दुर्गा सप्तशती पाठ, हनुमान चालीसा, भजनसंध्या, रंगमंच कलाकारों द्वारा आयोजन भी किया जाता है।
माँ श्री संतोषी जी की कृपा से माता जीकी चौकी दिन प्रति मंगलवार, शुक्रवार तथा रविवार होती है। आयोजित माता चौकी के दिनों में जो भक्त अपनी व्यथाओं, ‘समस्याओं को लेकर माँ की चौकी में हाजिरी देकर (केवल अरदास और सेवामात्र से) अपनी समस्त समस्याओं से छुटकारा प्राप्त करने का अवसर भी प्राप्त होता है।
आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि नवरात्रे मेला पिछले 52 वर्षों से विधिपूर्वक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के विभिन्न भागों से भक्तजन अपनी-अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं, जिन्हें मॉ संतोषी के दर्शन मात्र से भक्तों की मनोकामना, बीमारी व अनन्य कष्टों का निवारण होता हैं।
संतोषी माता के संचालक एवं संयोजकगुरु श्री अमित सक्सेना की ओर से सभी भक्तजनों को पावन पवित्र नवरात्रे की हार्दिक शुभकामनाएं भी प्रेषित की।
मंदिर परिसर की विभिन्न जानकारी हेतु श्री संतोषी माता की वेबसाइड www.shrisantoshimatamandir.com
पर जा कर सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते है।