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फरवरी 2025 में औद्योगिक उत्पादन में 2.9% की वृद्धि, विनिर्माण और बुनियादी ढांचा क्षेत्र बने मुख्य चालक

नई दिल्ली: भारत के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में फरवरी 2025 के महीने में 2.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि यह वृद्धि जनवरी 2025 की 5.0 प्रतिशत की दर से कुछ कम है, फिर भी यह देश की आर्थिक गतिविधियों में स्थिरता और मजबूती का संकेत देती है।

औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के ये त्वरित अनुमान हर महीने की 12 तारीख को जारी किए जाते हैं और इन्हें विभिन्न स्रोत एजेंसियों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर तैयार किया जाता है।

मुख्य बिंदु:

  • तीन प्रमुख क्षेत्रों में वृद्धि:
    फरवरी 2025 में खनन क्षेत्र में 1.6%, विनिर्माण क्षेत्र में 2.9% और बिजली क्षेत्र में 3.6% की वृद्धि दर्ज की गई।
  • IIP का सूचकांक:
    फरवरी 2024 में जहां IIP सूचकांक 147.1 था, वहीं फरवरी 2025 में यह बढ़कर 151.3 पर पहुंच गया।
  • विनिर्माण क्षेत्र का प्रदर्शन:
    कुल 23 विनिर्माण उद्योग समूहों में से 14 ने सकारात्मक वृद्धि दिखाई। इसमें सबसे अधिक योगदान निम्नलिखित क्षेत्रों का रहा:

    • बुनियादी धातुओं का निर्माण – 5.8%
    • मोटर वाहन, ट्रेलर और अर्ध-ट्रेलर निर्माण – 8.9%
    • अन्य गैर-धातु खनिज उत्पादों का निर्माण – 8.0%

प्रमुख उत्पादों का योगदान:

  • बुनियादी धातुओं में वृद्धि का प्रमुख कारण मिश्र धातु इस्पात के चपटे उत्पाद, इस्पात के पाइप और ट्यूब, और हल्के इस्पात की छड़ें और बार रहे।
  • मोटर वाहनों के क्षेत्र में ऑटो कंपोनेंट्स, एक्सल और वाणिज्यिक वाहन जैसे उत्पादों ने सकारात्मक योगदान दिया।
  • नॉन-मेटैलिक खनिज उत्पादों में सीमेंट (सभी प्रकार), सीमेंट क्लिंकर, और पूर्व-निर्मित कंक्रीट ब्लॉक (RMC सहित) का प्रमुख योगदान रहा।

उपयोग-आधारित वर्गीकरण अनुसार IIP:

श्रेणी सूचकांक (फरवरी 2025) वृद्धि दर (फरवरी 2024 की तुलना में)
प्राथमिक वस्तुएं 152.3 2.8%
पूंजीगत वस्तुएं 115.5 8.2%
मध्यवर्ती वस्तुएं 159.9 1.5%
बुनियादी ढांचा/निर्माण 191.3 6.6%
उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएं 126.5 3.8%
उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुएं 146.7 (-)2.1%

बुनियादी ढांचा, प्राथमिक वस्तुएं और पूंजीगत वस्तुएं फरवरी 2025 में IIP वृद्धि के तीन प्रमुख प्रेरक रहे हैं।

संशोधित आंकड़े:

फरवरी 2025 के साथ ही जनवरी 2025 और नवंबर 2024 के आंकड़ों में भी संशोधन किया गया है। ये संशोधन क्रमशः 89%, 94% और 95% की भारित प्रतिक्रिया दरों पर आधारित हैं।

अगली रिपोर्ट:

मार्च 2025 के महीने के लिए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक की रिपोर्ट सोमवार, 28 अप्रैल 2025 को जारी की जाएगी।


इस रिपोर्ट से स्पष्ट है कि भारत की औद्योगिक गतिविधियां अब पुनरुत्थान की दिशा में बढ़ रही हैं, विशेष रूप से बुनियादी ढांचा और वाहन निर्माण जैसे क्षेत्रों में। हालांकि उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं में गिरावट चिंताजनक है, फिर भी समग्र रुझान सकारात्मक बना हुआ है।

 

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