दिल्ली पुलिस का इंटरफेथ-इंटरफेस ओपन हाउस कार्यक्रम संपन्न: कट्टरता संस्कृति पर चर्चा
दिल्ली पुलिस की स्पैशल सेल ने 75वें दिल्ली पुलिस स्थापना दिवस के मौके पर मनाए जा रहे दिल्ली पुलिस सप्ताह के तत्वावधान में कराए जा रहे कार्यक्रमों की कड़ी में दिल्ली स्थित श्री सत्य साई ऑडोटेरियम लोधी रोड पर इंटरफेथ-इंटरफेस ओपन हाउस चर्चा-दिल्ली पुलिस की एक पहल- कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों के सदस्यों सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ता, प्रबुद्ध नागरिको को बुलाया गया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि 1997 बैच के आईपीएस अधिकारी दिल्ली स्पेशल सेल के चीफ, एंटी टेरर यूनिट, साइबर सेल, एंटी टैरो यूनिट, क्राइम केस आदि जैसी कई उप इकाइयों का नेतृत्व करने वाले श्री एच जी एस धालीवाल ने संबोधित करते हुए कहा समाज के सुधार के लिए हम सबको सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए और वर्तमान में सोशल मीडिया पर भेजी जा रही समाज को भड़काने वाली पोस्ट से प्रभावित होकर कोई गैर-कानूनी काम नहीं करे। अभिभावकों को भी गलत रास्ते पर जाने से अपने बच्चों को रोकना चाहिए। अच्छी पेरेंटिंग को अपनाना चाहिए। सभी धर्म गुरूओं को अपने-अपने अनुयायियों को समाज सुधार, आपसी सौहार्द और भाईचारा कायम रखने की , देश को आगे बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। अच्छे नागरिको से ही अच्छा देश बना सकते है। अन्य वरिष्ठ अधिकारियों में गृह मंत्रालय से स्पेशल ऑपरेशन मेडल प्राप्त करने वाले 1995 बैच के दानिप्स अफसर स्पेशल सेल के एडिशनल सीपी श्री पी एस कुशवाह आईपीएस ने उपस्थित सभी धर्मगुरुयों से आग्रह किया कि वह अपने-अपने अनुयायियों को कट्टरता संस्कृति के दुष्प्रभाव की काउंसिलिंग करें। डीसीपी स्पेशल सेल श्री राजीव रंजन आईपीएस, डीसीपी स्पेशल सेल श्री मनीषी चंद्रा आईपीएस ने उदाहरण देते हुए अच्छी पुलिसिंग पर प्रकाश डाला, मनोचिकित्सक व मनोविज्ञानी डा रजत मित्रा क्रिमिनल के साथ करें काउंसिलिंग और सकारात्मक प्रभाव के बाबत उदाहरण सहित संबोधन किया। जेएनयू में असिस्टेंट प्रोफेसर डा सुधीर कुमार सुथार ने इसी सन्दर्भ मे अपने शोध पर विचार रखे, मंच संचालन आईपीएस अधिकारी डीसीपी स्पेशल सेल श्री इंगित प्रताप सिंह ने किया। राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ पंजाब के उप-कुलपति प्रोफेसर डा जी एस बाजपेयी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के द्वारा कार्यक्रम को संबोधित किया और (Radicalization) कट्टरता संस्कृति को बढ़ावा नहीं देने पर बल दिया। कार्यक्रम में सभी धर्मों में कट्टरता संस्कृति के कारण हो रहे क्राइम के प्रति चिंता व्यक्त की गई। हिन्दु मुस्लिम सिख ईसाई एकता कमेटी की तरफ से अध्यक्ष डा० परवेज मियाँ द्वारा दिल्ली पुलिस की अच्छे कार्यो की सरहना करते हूए कहा की हमारा देश अलग-अलग धर्म अलग-अलग जातियो का जरूर है, इसके बावजूद देश का प्रत्येक नागरिक एकता आपसी भाईचारा और अमन चाहता है। हम देश के हर एक नागरिक से कहना चाहते है की देश में कट्टरवाद (Radicalization) को कभी भी बढने नही दे। इस मौके पर पूर्वी दिल्ली कमेटी के कोषाघ्यक्ष रियाजुद्दीन सैफी ने सभी धर्मों को एकजुट होकर देश हित में सहयोग करना चाहिए जिससे समाज में ओर अधिक सुधार हो। इस मौक़े पर पूर्वी दिल्ली कमेटी के सदस्य एडवोकेट हरीश गोला दिल्ली पुलिस सप्ताह कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा की देश के संविधान का सम्मान करते हुए उसके अनुसार प्रत्येक नागरिक को व्यवहार करना चाहिए। अच्छी पेरेंटिंग और अच्छी पुलिसिंग दोनो ही आवश्यक है। श्री गोला ने कहा की मेरा मानना है कि समाज में कट्टरता (Radicalization) का कोई स्थान नहीं होना चाहिए है। अच्छी पुलिसिंग और अच्छी पेरेंटिंग दोनों से क्राइम ग्राफ में निश्चित तौर पर कमी आएगी और अच्छे समाज का सृजन संभव होगा। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के द्वारा आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में अच्छी पुलिसिंग के संदर्भ में उदाहरण हेतु स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार कर काउंसलिंग प्रक्रिया से छोड़े गए कुछ आरोपितों ने खुले मंच पर अपने विचार शेयर करें। कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों से संबंधित महानुभावों ने अपने अपने विचार रखे और कार्यक्रम पश्चात सभी ने हाई-टी का भी आनंद उठाया।