उत्तराखण्डदिल्लीराष्ट्रीय

चुनौती भरा एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विकास परख सोलह घोषणाऐ  

—————————————-

सी एम पपनैं

देहरादून/नई दिल्ली। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व मे गठित सरकार के एक वर्ष का चुनौती भरा कार्यकाल पूर्ण होने पर देहरादून स्थित रेंजर्स ग्राउण्ड में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। साथ ही नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड सदन में उत्तराखंड की पल-पल की खबरो पर नजर रखने वाली प्रिंट, इलैक्ट्रोनिक व सोशियल मीडिया पत्रकारों का जमावडा लगा रहा। उपस्थित पत्रकारों द्वारा बडी संख्या में सामूहिक रूप से देहरादून मे राज्य सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखा गया।

 

उत्तराखंड सदन दिल्ली मे राज्य सरकार के स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा के सानिध्य में वित्त अधिकारी आशीष खुदलानी, विशेष कार्याधिकारी (राज्य सम्पति) रंजन मिश्रा, मुख्यमंत्री मीडिया सलाहकार मदन मोहन सती, पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के सलाहकार पूरन नेलवाल, अंजू धपोला, के सी पांडे, अमरचंद इत्यादि इत्यादि के कर कमलो वरिष्ठ पत्रकारो, इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट व सोशियल मीडिया पत्रकारों तथा दिल्ली स्थित उत्तराखण्ड राज्य के अधिकारियो व कर्मचारियो की बडी संख्या मे उपस्थित के बीच राज्य विकास पुस्तिका ‘एक साल नई मिसाल’ का भव्य विमोचन किया गया।

एक वर्ष का चुनौती भरा कार्यकाल पूर्ण होने पर देहरादून, सहस्त्रधारा मार्ग स्थित तरला नागल में 12.45 हेक्टेयर भूमि में बनने वाले लगभग 37 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले सिटी पार्क का शिलान्यास। कार्यक्रम स्थल पर लगाये गये बहुद्देशीय शिविरों का अवलोकन तथा सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग द्वारा प्रकाशित विकास पुस्तिका ‘एक साल नई मिसाल’ का विमोचन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कर कमलो किया गया। साथ ही मुख्यमंत्री द्वारा जनसरोकारो के हित में 16 महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की गई।

 

आयोजित आयोजन के अवसर पर मंचासीन राज्य कैबिनेट मंत्रियों, पार्टी राज्य अध्यक्ष व विधायको, स्थानीय मेयर, अधिकारियों व अपार जनमानस की उपस्थिति में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा अपने संबोधन मे व्यक्त किया गया, आज का दिन कई अर्थो में विशेष है। एक तरफ देश की आजादी का अमृत काल मनाया जा रहा है। आज के दिन देवभूमि की जनता द्वारा चुनी गई सरकार का एक वर्ष पूर्ण हुआ है। सम्पूर्ण राज्य में उत्सव मनाया जा रहा है। उत्तराखंड की राजनीति में यह पहला अवसर था जब जनमानस द्वारा राज्य मे किसी एक दल के प्रभावशाली कार्यो व नीतियों को देख दुबारा सेवा का अवसर प्रदान किया था। मुख्यमंत्री द्वारा व्यक्त किया गया, जनमानस भली-भांति जानता था कि कौन इस प्रदेश को विकास के पथ पर अग्रसर कर सकता है। वंचितों को उनके अधिकार, युवाओं के सपने को साकार, अंत्योदय की परिकल्पना को सही आकार दे सकता है।

 

मुख्यमंत्री द्वारा व्यक्त किया गया, इस एक वर्ष के दौरान हर क्षण यह प्रयास किया गया है कि जितनी भी प्रदेश के सामने चुनौतियां हैं, उन सभी का समाधान निकाला जाए और राज्य को विकास कि राह पर आगे बढ़ाया जाए। जनता का विश्वास ही हमारी प्रेरणा रही है। समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों के चेहरों को ध्यान में रख हमारी सरकार निर्णय लेती है, लाभ पहुचाती है। लोगों का विश्वास ही हमारी प्रेरणा है, उनके इस विश्वास को हमें और अधिक मजबूत करना है। उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने का जो विकल्प रहित संकल्प लेकर हम चल रहे हैं, उसके कुछ पड़ाव हमने पार कर लिए हैं और कई पड़ाव अभी पार करने हैं।

 

मुख्यमंत्री धामी द्वारा व्यक्त किया गया, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चाहतनुसार उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार पूर्ण रूप से संकल्पबद्ध है। किसी भी सरकार के मूल्यांकन के लिये एक वर्ष का समय बहुत कम होता है, फिर भी इस एक वर्ष में नए उत्तराखण्ड के संकल्प के साथ राज्य सरकार ने बड़ी पहल की है। सरकार ने इस एक वर्ष के कार्यकाल को राज्य में संस्थागत सुधारों की दिशा में अनेक कदम उठाये हैं। जनहित में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये हैं। प्रदेश के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री का मार्गदर्शन सदा मिल रहा है। पिछले वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाएं प्रदेश के लिए ना केवल स्वीकृत की गई हैं बल्कि इनमें से कई पूर्ण होने की कगार पर भी हैं। प्रधानमंत्री द्वारा गौरीकुण्ड-केदारनाथ और गोविंदघाट-हेमकुण्ट साहिब रोपवे का शिलान्यास किया गया है और उन्हीं के मार्गदर्शन में मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी पर अभूतपूर्व कार्य हो रहा है। उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए डबल इंजन की हमारी सरकार निरंतर कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री ने केदारनाथ की भूमि पर कहा था कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। इस दशक को उत्तराखण्ड का दशक बनाने के लिए राज्य सरकार तेजी से आगे बढ़ रही है। सभी विभागों द्वारा आगामी दस सालों के रोडमैप पर कार्य किया जा रहा है।

 

आयोजित आयोजन के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा संबोधन मे घोषणा की गई-

 

राज्य में मुख्यमन्त्री प्रतियोगी परीक्षार्थी परिवहन योजना शुरू की जायेगी। इस योजना के तहत परीक्षाओं में भाग लेने वाले परीक्षार्थियों को आने-जाने के लिए परिवहन निगम की बसों के किराये में 50 प्रतिशत की छूट दी जायेगी।

 

कक्षा छ: से ही कम्प्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी की शिक्षा को लागू किया जायेगा।

 

राज्य के सभी तेरह जनपदों में लैब-ऑन-व्हील्स ‘चलती-फिरती प्रयोगशाला’ स्थापित की जायेगी।

 

उत्तराखण्ड राज्य साइंस टेक्नोलॉजी और इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी कॉरिडोर के रूप मे विकसित किया जायेगा। सरकार इस क्षेत्र में शीघ्र ही ‘साइंस और टेक्नोलॉजी इनोवेशन पॉलिसी’ लायेगी।

 

हल्द्वानी गौलापार में स्थापित अन्तरराष्ट्रीय स्टेडियम को उच्चीकृत कर अन्तरराष्ट्रीय मानकों का खेल विश्वविद्यालय स्थापित किया जायेगा।

 

राज्य में काश्तकारों को सहयोग देने के लिए मुख्यमंत्री औद्यानिकीकरण योजना प्रारम्भ की जायेगी।

 

राज्य में पशुपालकों को सहयोग देने के मुख्यमंत्री राज्य पशुधन मिशन प्रारम्भ किया जाएगा।

 

राज्य में मुख्यमंत्री कौशल विकास एवं रोजगार योजना प्रारम्भ की जायेगी। जिसमें स्नातक पास छात्र एवं छात्राओं को आवश्यक रूप से दक्ष बनाया जायेगा।

 

राज्य के ऐसे गांव जिनकी आबादी 250 से अधिक है, उनको मुख्य सड़कों से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना प्रारम्भ की जाएगी।

 

प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में उपलब्धता एवं उपयुक्तता के आधार पर एक-एक अमृत सरोवर झील को पर्यटक स्थल एवं वाटर स्पोर्टस के केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा।

 

जिला सेवायोजन एवं कौशल विकास कार्यालय को स्वरोजगार केन्द्र के नोडल कार्यालय के रूप में विकसित किया जाएगा।

 

श्रमिकों के बच्चों को भी उचित स्कूली शिक्षा मिल सके इस हेतु राज्य सरकार मोबाईल स्कूल (चलते-फिरते स्कूल) प्रारम्भ किये जायेंगे।

 

राज्य सरकार द्वारा दिवालीखाल से गैरसैंण तक के सड़क मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य किया जायेगा।

 

स्वतंत्रता सेनानी की मृत्यु होने पर उनकी पेंशन विधवा पत्नी को दी जाएगी।

 

उत्तराखण्ड के लोकपर्वो उत्तरायणी, फूलदेई, हरेला, ईगास, बूढ़ी दिवाली इत्यादि को व्यापक पहचान दिलाए जाने एवं पूर्ण श्रद्धा एवं हर्षाल्लास के साथ मनाए जाने के लिए समेकित नीति बनाई जाएगी।

 

मुख्यमंत्री द्वारा कहा गया, सरकार द्वारा मसूरी में आयोजित व्यापक चिंतन और विचार-विमर्श के आधार पर क्षेत्रवार राज्य के विकास का ना केवल खाका तैयार किया गया है, बल्कि इस पर तेजी से काम भी शुरू किया जा चुका है। विगत महीनों मे अंत्योदय परिवारों को तीन गैस सिलेंडर देने, प्रदेश की महिलाओं के लिये क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था को लागू करने, समान नागरिक संहिता का मसौदा तैयार करने की कार्यवाही, जबरन धर्मांतरण पर रोक के लिये कानून बनाने, नई शिक्षा नीति लागू करने, नई खेल नीति लागू करने, सख्त नकल विरोधी कानून, राज्य आंदोलनकारियों व उनके आश्रितों को सरकारी नौकरियों में दस प्रतिशत का क्षैतिज आरक्षण देने इत्यादि पर सरकार द्वारा निष्पादित कार्यो व मिली उपलब्धियों पर मुख्यमंत्री द्वारा प्रकाश डाला गया।

 

आयोजन के इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री एवं जनपद प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा भी सभा को संबोधित किया गया। बंशीधर तिवारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन देने के साथ ही, मुख्य आयोजन समाप्त हुआ।

 

उत्तराखण्ड सरकार के एक साल का कार्यकाल पूर्ण होने पर प्रदेश भर में सरकार की एक साल की उपलब्धियों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं।

Share This Post:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *