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भारत में 21वीं सदी के सबसे बड़े शहरी सुधार का दौर जारी है : हरदीप पुरी

आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय में राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने नई दिल्ली में स्‍मार्ट महानगरों पर एक दो-दिवसीय सम्‍मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा कि यदि हम संख्‍याओं के आधार पर देखें तो इस समय भारत में 21वीं सदी के सबसे बड़े शहरी सुधार का दौर जारी है। श्री पुरी ने कहा कि भारत की यह बेजोड़ शहरीकरण प्रणाली एक स्‍वाभाविक परिणाम होने के साथ-साथ विकास की इस गाथा का एक इंजन भी है। उन्‍होंने कहा कि भारत के लिए वर्ष 2030 तक निर्धारित लक्ष्‍य का 70 प्रतिशत निर्माण कार्य शेष है। इस क्षेत्र में घरेलू और अंतर्राष्‍ट्रीय निवशों के लिए अपार संभावनाएं हैं। इस अवसर दिल्‍ली के उप-राज्‍यपाल अनिल बैजल, आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय में सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, नई दिल्‍ली पालिका परिषद के अध्‍यक्ष नरेश कुमार, स्‍मार्ट सिटीज के मिशन निदेशक कुनाल कुमार तथा आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय के वरिष्‍ठ अधिकारी उपस्थित थे। आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय द्वारा आयोजित सम्‍मेलन में स्‍मार्ट महानगरों, उद्योगजगत, वित्तपोषक संगठनों और बहुपक्षीय एजेंसियों, क्षेत्र के विशेषज्ञों और विभिन्‍न हितधारकों की ओर से 130 से अधिक भागीदार शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान विभिन्‍न स्‍मार्ट सिटी परियोजनाओं पर आधारित एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई है।इस मौके पर सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने उद्घाटन भाषण में कहा कि स्‍मार्ट सिटी मिशन में नागरिकों को केन्‍द्र में रखा गया है और इसमें नागरिकों को बड़े पैमाने पर शामिल किया गया है। श्री मिश्रा ने स्‍मार्ट महानगरों की तीन मुख्‍य अवधारणाओं पर जोर दिया, जैसे महानगरों को रहने लायक बनाना, आर्थिक सुदृढ़ता प्रदान करना और सतत विकास सुनिश्चित करना।इस सम्‍मेलन में अनेक विषयों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इसमें कई देशों के 130 से अधिक विशेषज्ञ भाग लेंगे। इस दौरान स्‍मार्ट सिटी मिशन के कार्यान्‍वयन के लिए मार्गनिर्देश तैयार होने की उम्‍मीद है। इस अवसर पर श्री पुरी ने स्‍मार्ट सिटीज डिजिटल पेमेंट पुरस्‍कार (एससीडीपीए) भी प्रदान किए। इन पुरस्‍कारों का लक्ष्‍य डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने, मार्गदर्शित करने, प्रेरित करने, मान्‍यता देने और पुरस्‍कृत करने के लिए महानगरों को प्रोत्‍साहित करना है।

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