सम के दो दिवसीय संगीतोत्सव में युवा संगीतकारों ने बिखेरा जलवा
दिल्ली।संगीत के क्षेत्र में विगत 18 वर्षो से संघर्षरत, प्रतिभावान युवा संगीतकारों को समुचित सम्मान और मंच देने के लिए कृत संकल्प संस्था सम और संगीत नायक पंडित दरगाही मिश्र संगीत अकादमी के तत्वावधान में आज नई दिल्ली के लोधी रोड स्थित लोक कला मंच सभागार में सब रस सब रंग संगीतोत्सव का आयोजन किया गया।
समारोह का शुभारंभ शिक्षाविद् दयानंद वत्स ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर संगीत मर्मज्ञ और सम के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित विजय शंकर मिश्रा ने शिक्षाविद् एवं संगीत प्रोत्साहक श्री दयानंद वत्स, श्री अजय साहनी और सुभाष चौधरी को संगीत के उत्थान, प्रचार-प्रसार के लिए समाज गौरव सम्मान से सम्मानित किया।
सम्मान स्वरूप शाल और स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस बार का संगीतोत्सव युवा संगीतकारों को समर्पित था। इस समारोह में बनारस घराने के उभरते संगीत सितारे उज्ज्वल मिश्र ने राग कलावती में खयाल और तराना गाकर समा बांध दिया। उनके सुर लगाने के अंदाज और तानों की तैयारी ने आकर्षित किया। तबले पर पंडित जय शंकर मिश्र और हारमोनियम पर ललित सिसोदिया ने भी काफी अच्छी संगति की। पंकज कुमार और पूनम रानी भारद्वाज का गायन भी पसंद किया गया। अलका मानकानी ने त्रिताल मे प्रस्तुत अपने मुक्त तबला वादन में कुछ अच्छी बंदिशों को प्रस्तुत किया। जबकि ऋषिराज मिश्र और आयुष्मान कुमार ने अपने युगल तबला वादन में बनारस घराने की कई महत्त्वपूर्ण बंदिशों का आकर्षक प्रदर्शन किया। हार्मोनियम पर ललित सिसोदिया ने भी अच्छी संगति की। पायल मिश्र और नानकी भाटिया का कथक नृत्य भी पसंद किया गया। श्री चित्रांक पंत बनारस घराने के प्रखर युवा तबला वादक हैं। इन्होंने त्रिताल में प्रस्तुत अपने आकर्षक स्वतंत्र वादन में बनारस घराने की कई दुर्लभ बंदिशों की प्रभावशाली प्रस्तुति की। अच्छी तैयारी, बोलों का सुंदर निकास और पद्धतिपूर्ण वादन चित्रांक की विशेषता है। सबसे बड़ी बात यह कि आज के अनेक युवा तबला वादकों की तरह चित्रांक की अंगुलियों तबले पर आवारागर्दी नंही करती हैं। चित्रांक और उज्ज्वल को इस समारोह में संगीत रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।