सोशल मीडिया पर सक्रियता के मामले में अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों व बड़े नेताओं से कहीं आगे हैं योगी
*लखनऊ, 12 नवंबर।* उत्तर प्रदेश के मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक और उपलब्धि दर्ज की है। ट्विटर पर उनके ऑफिशियल ऑफिस हैंडल @myogioffice ने 80 लाख फॉलोअर्स का आंकड़ा पार कर लिया है। पीएमओ के बाद योगी आदित्यनाथ के ऑफिस का ट्विटर अकाउंट फॉलोअर्स की संख्या के मामले में दूसरे स्थान पर है। ट्विटर पर मुख्यमंत्री योगी का एक और हैंडल @myogiadityanath भी सक्रिय है जिसके 2 करोड़ 25 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ की ख्याति इस समय पूरी दुनिया में फैल रही है। प्रदेश ही नहीं, बल्कि विभिन्न राज्यों के चुनावों में उनका चेहरा जीत की गारंटी बन गया है। उनको देखने और सुनने के लिए जनसभाओं में लाखों की भीड़ उमड़ पड़ती है। जनसभा हो, जनता दरबार हो या फिर कोई और कार्यक्रम, मुख्यमंत्री योगी व्यक्तिगत तौर पर लोगों से संवाद करते हैं। इसके साथ ही वो वर्चुअली भी 24×7 उपलब्ध हैं। मुख्यमंत्री योगी लगभग सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय रहते हैं और सभी जगह सक्रियता के चलते वो सोशल मीडिया में फॉलोअर्स की संख्या के मामले में देश के लगभग सभी मुख्यमंत्रियों, विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं समेत दुनिया के तमाम बड़े नेताओं से कहीं आगे हैं।
*कोई विपक्षी नेता नहीं है टक्कर में*
योगी आदित्यनाथ के पर्सनल ट्विटर हैंडल @myogiadityanath ने कुछ समय पहले ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (2.2 करोड़) को ट्विटर पर फॉलोअर्स की संख्या के मामले में पीछे छोड़ा था। उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी नेता अखिलेश यादव (1.76 करोड़) पहले से ही ट्विटर समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सीएम योगी के पर्सनल ट्विटर अकाउंट से बहुत पीछे हैं। योगी आदित्यनाथ पर्सनल ट्विटर अकाउंट पर फॉलोअर्स की संख्या के मामले में प्रियंका गांधी वाड्रा (51 लाख) से चार गुना से ज्यादा और मायावती (29 लाख) से 7 गुना से ज्यादा फॉलोअर्स रखते हैं। दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री और नेताओं की बात करें तो कोई ऐसा नहीं जो ट्विटर पर योगी आदित्यनाथ के आसपास भी हो। योगी आदित्यनाथ, शरद पवार (27 लाख) से सात गुना आगे हैं तो ममता बनर्जी (70 लाख) से तीन गुना। उद्धव ठाकरे (15 लाख) से तो योगी के करीब 15 गुना ज्यादा फॉलोअर्स हैं तो अशोक गहलोत (43 लाख) से भी वो 5 गुना आगे हैं।
*कू पर सबसे लोकप्रिय सीएम*
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हैंडल कू एप पर 60 लाख फॉलोअर्स बना चुका है। इस एप पर यह किसी भी व्यक्ति के सबसे अधिक फॉलोअर्स हैं। यहां पर योगी के हैंडल से प्रतिदिन औसतन 6 पोस्ट किए जाते हैं। मुख्यमंत्री योगी ने इस एप पर 9 फरवरी 2021 को पदार्पण किया था। एप के मैनेजमेंट की मानें तो यहां पर योगी को 28 राज्यों और 70 से ज्यादा देशों के लोग फॉलो करते हैं। लोकप्रियता की बात करें तो कोई भी नेता या अभिनेता उनके आसपास तक नहीं है। वहीं, इस एप पर सीएम ऑफिस यूपी के अकाउंट की लोकप्रियता भी कम नहीं। यहां उनके 8.27 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
*इंस्टाग्राम और फेसबुक पर भी लोकप्रियता शीर्ष पर*
ट्विटर और कू के अलावा फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया एप पर भी योगी की लोकप्रियता शीर्ष पर है। फेसबुक की बात करें तो यहां MYogiAdityanath के 73 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। वहीं, इंस्टाग्राम पर myogi_adityanath के 37 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। इस अकाउंट से सीएम योगी ने शनिवार दोपहर तक 3,157 पोस्ट की थीं।
*पीएमओ के बाद सबसे बड़ा योगी ऑफिस का अकाउंट*
ट्विटर पर योगी आदित्यनाथ के ऑफिस का अकाउंट प्रधानमंत्री मोदी के ऑफिस अकाउंट के बाद दूसरा सबसे बड़ा ऑफिस अकाउंट है। दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के ऑफिस अकाउंट की दूर-दूर तक इससे तुलना नहीं की जा सकती। प्रधानमत्री मोदी के ऑफिस अकाउंट @PMOIndia के 5.14 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के ऑफिस अकाउंट के महज 5 लाख फॉलोअर हैं तो ओडिशा सीएम ऑफिस के सिर्फ 13 लाख फॉलोअर हैं। सीएमओ तेलंगाना के 14 लाख, सीएमओ तमिलनाडु के 18 लाख, सीएमओ राजस्थान के 19 लाख और सीएमओ आंध्र प्रदेश के करीब साढ़े 9 लाख फॉलोअर्स हैं। अगर भाजपा शासित राज्यों की बात करें सीएमओ गुजरात के 10 लाख और सीएमओ महाराष्ट्र के 37 लाख फॉलोअर्स हैं।
*फॉलोअर्स के लिए कोई पेड प्रमोशन नहीं*
योगी आदित्यनाथ ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम और कू समेत सभी बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि योगी आदित्यनाथ के सोशल मीडिया पर जितने भी अकाउंट हैं, उनके फॉलोअर ऑर्गेनिक हैं यानी लोग खुद उन्हें फॉलो करते हैं। इसके लिए कोई पेड प्रमोशन नहीं किया जाता। लोगों से संवाद के लिए वो आमतौर पर हिंदी भाषा और अपनी शैली का प्रयोग करते हैं, लेकिन कभी-कभी वो अन्य भाषाओं में भी मुखातिब होते हैं। जैसे शुक्रवार को ही वाराणसी में होने जा रहे काशी-तमिल समागम को लेकर उन्होंने कुछ ट्वीट तमिल भाषा में भी किए। अपनी बात लोगों तक पहुंचाने की उनकी यह कला उन्हें लोकप्रियता के शीर्ष पर ले जाती है।