संस्था भविष्य मे समाज कल्याण के लिये कार्य करती रहेगी-वी एन शर्मा
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना (कोविड-19) के चलते देश में पिछले 25 मार्च से लॉकडाउन की वजह से उन जगहों पर खासा प्रभाव पड़ा है जो झुग्गी बस्तियों यानि क्लस्टर में रहते हैं। इनके पास न तो रोजगार के साधन हैं और न ही दो वक्त की रोटी
इसी कड़ी में राजधानी दिल्ली में महावीर इंटरनेशनल दिल्ली (वीरा विजन डिवीज़न) पिछले 27 मार्च से पूर्वी दिल्ली के पांच क्लस्टर क्षेत्रों जिसमें यमुना खादर में तीन क्षेत्र हैं, पहले पुलिस सहायता से और बाद में 6 अप्रैल से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के सहयोग से लगातार इन क्षेत्रों में भूख से मुक्ति कार्यक्रम (Hunger relief programme) के तहत जरूरतमंदों तक पहुंचा रही है।
महावीर इंटरनेशनल दिल्ली के वित्त प्रमुख व पूर्व भविष्य निधि आयुक्त वीएन शर्मा ने बताया कि संस्था की वीरा विज़न डिवीज़न की टीम अब तक 85 हजार से अधिक खाने के पैकेट जरूरतमंदों को उपलब्ध करा चुकी हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखते हुए संस्था द्वारा जरूरतमंदों को भोजन के साथ-साथ समय-समय पर मास्क इत्यादि भी वितरित किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त क्लस्टर की इन झुग्गी बस्तियों में नियमित अंतराल पर सैनिटाइजेशन भी कराया जा रहा है।
चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने, विशेषकर मोतियाबिंद मुक्त दिल्ली अभियान को लेकर महावीर इंटरनेशनल, दिल्ली 1980 से कार्यरत है। संस्था 6 छोटे अस्पतालों और डिस्पेंसरी की मदद से अब तक 48.45 लाख लोगों को चिकित्सकीय सेवाएं प्रदान कर चुकी है। इसके अतिरिक्त कुशल विशेषज्ञ डाक्टरों की देखरेख में 28, 720 मोतियाबिंद के सफल आपरेशन भी किए जा चुके हैं। महावीर इंटरनेशनल, दिल्ली के वित्त प्रमुख श्री वीएन शर्मा की देखरेख में उत्तराखंड के पौड़ी, अल्मोड़ा, चमोली और नैनीताल जिलों में 55 स्वास्थ्य शिविर और लगभग एक हजार से अधिक मोतियाबिंद के सफल ऑपेरशन किए जा चुके हैं।
1975 में राजस्थान के जयपुर में स्थापित महावीर इंटरनेशनल, एपेक्स के वर्तमान अध्यक्ष श्री एस के जैन (आईपीएस) और पूर्व विशेष पुलिस आयुक्त हैं, की समस्त भारत में 400 से अधिक शाखाएं कार्यरत हैं। उन्हीं शाखाओं में से एक महावीर इंटरनेशनल, दिल्ली और 212 पूर्णतः कार्यरत और कभी-कभार अन्य शाखाओं की मदद से अब तक 1.55 लाख सूखी खाद्य सामग्री के बैग, 4.52 लाख खाद्य सामग्री पैकेट्स, 2.75 लाख मास्क, 65,000 सैनीटाइजर, 875 पीपीई किट्स और 1230 जीव दया (पक्षियों के लिए) किट्स वितरित कर चुकी है। इसके अतिरिक्त संस्था की विभिन्न शाखाओं द्वारा पीएम केयर्स फंड में 72 लाख रुपये और लगभग 18 लाख रुपये विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में दानस्वरूप दिए जा चुके हैं। कुल मिलाकर संस्था द्वारा इस मद में अब तक ₹ 8,88,64,000 की धनराशि व्यय की जा चुकी है।
महावीर इंटरनेशनल की वीरा विज़न डिवीज़न की निदेशक श्रीमतीअलका जैन के कुशल नेतृत्व में जरूरतमंदों को अब तक लगभग 85 हजार भोजन पैकेट्स, 950 पैकेट्स सूखी खाद्य सामग्री, 300 बेबी किट्स तथा 950 सैनिटरी नैपकिन्स बांटे जा चुके हैं।
स्मरण रहे कि महावीर इंटरनेशनल दिल्ली 2013 में उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा के समय भी सक्रिय रही है। संस्था ने इस दौरान चमोली जिले के नौटी गांव, जो प्रसिद्ध नंदा देवी राजजात यात्रा का एक पड़ाव है, जीआईसी भवन के 4 शौचालयों सहित 5 कमरों का भी निर्माण किया। संस्था ने चमोली जिले के ही गैरसैंण क्षेत्र के सैंजी गांव में प्राथमिक उप चिकित्सा केंद्र के निर्माण के लिए एक लाख रुपये की धनराशि भी दानस्वरूप प्रदान की। श्री वीएन शर्मा के मुताबिक संस्था भविष्य में भी समाज कल्याण के लिए कार्य करती रहेगी।
इसके अतिरिक्त लॉकडाउन के दौरान उत्तराखंड मानव सेवा समिति के अध्यक्ष वीएन शर्मा, अभिषेक चौहान, पूर्व पार्षद हरीश अवस्थी, बीएन ढोंडियाल और चार्टर्ड अकाउंटेंट दिनेश जैन ने दिल्ली के नरेला, आजादपुर, हरिनगर, शास्त्री पार्क, पालम, महावीर एन्क्लेव, विनोद नगर, मंडावली, खिचड़ी पुर और शाहदरा में उत्तराखंड के रामनगर रेलवे लाईन के समीप 200 उत्तराखंडी जरूरतमंद परिवारों को बतौर राहत सूखी खाद्य सामग्री भी वितरित की।