गढ़वाल हितैषिणी सभा चुनाव में सूरत सिंह रावत व पवन मैठाणी के पैनल को प्रचण्ड जीत मिली
अमर चंद्र दिल्ली।उत्तराखंड से रोजी-रोटी के लिए आये दिल्ली प्रवास में हमारे समाज के हमारे बुजुर्गों ने अपने गांव से आकर दिल्ली में भी अपने पीढ़ी को ऐसी धरोहर दी है जो कि आज हमारे समाज की एकता व अस्मिता का मुख्य केंद्र बना गया है। उत्तराखंड समाज के गढवाली समाज द्वारा दिल्ली में अपने प्रवासियों के लिए गढवाल हितैषिणी सभा (रजि.) द्वारा संचालित गढ़वाल भवन, पंचकुईया रोड ,नई दिल्ली स्थित ऐसी धरोहर है गढवाल हितैषिणी सभा अपने समाज को एक सूत्र में बांधने का कार्य बखूबी कर रही है। सभा आज अपने समाज व उत्तराखंड की लोक संस्कृति को जन-जन तक पहुंचाने के लिऐ गंभीरता से कार्यरत है। इसी भाव को मध्य नजर रखते हुऐ समाज ने एकजुटता का परिचय दिखाते हुए, गढ़वाल हितैषिणी सभा दिल्ली अपने समाज को एक
डोर मे पिरोई हुई है। और हमारे युवा पीढ़ी को भी अपनी संस्कृति और अपने रहन-सहन पर उत्तराखंड के चिंतन के लिए एक मंच पर लाने का प्रयास करती रहती है।
गढ़वाल हितैषिणी सभा चुनाव :रविवार को गढ़वाल भवन दिल्ली के शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुए। इस चुनाव में सूरत सिंह रावत और पवन मैठाणी के पैनल की प्रचण्ड जीत हुई। चुनाव में कुल तीन पैनल मैदान में थे लेकिन पैनल 1 और पैनल 2 के बीच ही मुख्य मुकाबला देखने को मिला।
सुबह 10 बजे से ही वोटिंग प्रक्रिया शुरू हो गई थी। वोटिंग शुरू होते ही मतदाता बड़ी संख्या में वहां पहुंच रहे थे। 12 बजते बजते बूथ के बाहर लोगों का हजूम लग गया था। तीनो पैनल मतदाताओं से अपने पक्ष में वोट करने के लिए इधर से उधर भागते नजर भी आ रहे थे।। अन्य सालों के मुकाबले इस बार के चुनाव में काफी खींचातानी देखने को मिली। मतदान का समय सुबह 10 बजे से 5 बजे तक था। चुनाव के परिणाम 7 बजे के बाद घोषित किए गए।
आज हुए मतदान में लगभग 40 प्रतिशत मतदान हुआ । कुल 4500 मेंबर्स में से केवल 1658 मेंबर ही वोट करने पहुंचे। वोटों की गिनती के बाद आए परिणामों में पैनल नंबर 2 ने सभी पदों पर प्रचंड जीत दर्ज की।