एसबीआई फाउंडेशन ने कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए युद्ध स्तर पर की तैयारी-रजनीश कुमार
मुम्बई।इस समय संपूर्ण राष्ट्र कोविड-19 से उत्पन्न चुनौती का सामना कर रहा है। ऐसी स्थिति में सरकार व प्रशासन हर संभव प्रयास करते दिख रहे हैं। जिससे कि इस वैश्विक महामारी से देश को शीघ्र निजात मिल सके। ऐसी स्थिति में भारतीय स्टेट बैंक की सीएसआर इकाई एसबीआई फाउंडेशन ने देशभर में कोविड19 से संबंधित विभिन्न राहत कार्यक्रमों को शुरू किया है ।जिसके लिए एसबीआई फाउंडेशन ने 30 करोड़ रुपए का प्रावधान क्या है, फाउंडेशन ने कोविड- 19 के खिलाफ युद्ध स्तर पर तैयारी कर रखी है, खाद्य रात सहायता, स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की क्षमता में बढ़ोतरी करना, आईआई एसी के साथ साझेदारी करते हुए कोविड से संबंधित परियोजनाओं पर शोध, इन सभी पहलुओं लागू करने के लिए एसबीआई फाउंडेशन ने स्वास्थ्य विषय पर एक प्रमुख कार्यक्रम शुरू किया है। जिसके साथ महत्वपूर्ण अस्पतालों में वेंटिलेटर पीपीई आदि का वितरण और भारत के चार केंद्रों मे प्रतिदिन एक लाख पके हुए भोजन के पैकेट उपलब्ध कराना, जो कार्य शुरू कर दिया गया है ।ईसीएचओ इंडिया और स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ एसबीआई फाउंडेशन ने प्रोजेक्ट ईको इडिया भी लॉन्च किया है।जिसके के तहत विभिन्न राज्यों में 50,000 हेल्थ केयर पेशेवरों को ट्रेनिंग और मेटरिंग कि सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यूएसएआईडी के साथ एक अन्य कार्यक्रम कोविड-19 हेल्थ केयर एलायंस भी शुरू किया गया है। जो राज्य और केंद्र सरकारों के प्रयास के साथ साथ एक स्वास्थ्य देखभाल संबंधी पहल है।
एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा एसबीआई में हम हमेशा समाज और राष्ट्र को वापस देने मे विश्वास करते हैं। आज जब देश कोविड- 19 से संबंधित अनेक चुनौतियों से जूझ रहा है, उन्होंने कहा हमें उम्मीद है कि हमारी विनम्र पहल के सहयोग से देश को भी कोविड के खिलाफ सामूहिक लड़ाई को प्रभावी तरीके से लड़कर इस महामारी से राष्ट्र को छुटकारा दिलाने में सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा भारतीय स्टेट बैंक भारत में कोविड- 19 लड़ने के लिए रचनात्मक और सक्रिय कार्रवाई में रचनात्मक रूप से समर्पित है। श्री कुमार ने बताया कि बैंक के पेंशनरों ने उनकी अपील के जवाब में गोविद-19 राहत कोष में उदारता से योगदान देकर अतिरिक्त उदारता का परिचय दिया है, और इस तरह यह राष्ट्रीय संकट के इस दौर में एक सच्ची ताकत बनकर उभरे हैं ।उन्होंने कहा हम उन सभी व्यक्तियों को व्यक्तिगत तौर पर धन्यवाद देना चाहते हैं, हमारे सहयोगी को भी उनके अतिरिक्त समर्थन के लिए धन्यवाद कहना चाहते हैं, और उम्मीद करते हैं की अधिक संख्या में कॉरपोरेट्स और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम कोबिट 19 के खिलाफ इस लड़ाई में हमारे साथ शामिल होने के लिए आगे आएंगे ।एसबीआई फाउंडेशन ने कोविड राहत कोष को भी लॉन्च किया है ,ताकि इस महामारी से लड़ने के लिए धन जुटाया जा सके, एसबीआई महिला समिति की अध्यक्ष श्रीमती रीता अग्रवाल ने कर्मचारियों की पत्नियों को इस कोष में योगदान के लिए प्रेरित किया है, जिसका जबरदस्त रुझान मिला है, और बड़ी संख्या में राशि एकत्रित की गई है, इस राशि का उपयोग पूरे भारत में महत्वपूर्ण अस्पतालों में वेंटिलेटर की आपूर्ति करने और जरूरतमंदों को भोजन किट प्रदान करने के लिए किया जाऐगा। श्रीमती रीता अग्रवाल ने कहा यह योगदान दर्शाता है कि पूरे भारत में लेडीज क्लब की सदस्याओं ने एकजुट होकर पूरे परिश्रम के साथ गोविद 19 से पीड़ित लोगों का योगदान करने के लिए धन जुटाने की कोशिश की है ,उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि या हमारा कर्तव्य है कि हम भारत के अपेक्षाकृत अधिक भाग्यशाली नागरिकों के रूप में अपने साथी नागरिकों के दुखः दर्द और पीड़ा को कम करने के लिए इस अवसर पर एकजुट का परिचय दे रहे हैं । एसबीआई फाउंडेशन की स्थापना 2015 में की गई थी, फाउंडेशन का उद्देश्य जरूरतमंद लोगों के जीवन को समृद्ध बनाना और विकास समानता को बढ़ावा देने वाली अग्रणी संस्था के रूप में पहचान बनाना है और यह मकसद बैंक की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है, 4 वर्षों की छोटी सी अवधि में एसबीआई फाउंडेशन ने भारत भर में सबसे कमजोर और जरूरतमंद लोगो की सुविधाओं के विकास के लिए काम किया है। एसबीआई फाउंडेशन कमजोर वर्ग और जरूरतमंदों की सेवा स्वास्थ्य सेवा अन्य प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराने में भी अग्रणी काम करता है।