रेल टिकट बुकिंग सिस्टम में बड़ा सुधार, अब पूछताछ और तत्काल टिकट में होगी पारदर्शिता
Amar sandesh दिल्ली।भारतीय रेलवे देशभर के यात्रियों को एक स्मार्ट, पारदर्शी, सुलभ और कुशल यात्रा अनुभव प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में रेलवे की टिकटिंग प्रणाली में चल रहे सुधारों की व्यापक समीक्षा की।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एक यात्री की रेल यात्रा की शुरुआत टिकट आरक्षण से होती है, और इसी को सुगम एवं नागरिक-अनुकूल बनाने के लिए रेलवे ने बहुपरतीय सुधारों की शुरुआत की है।
वर्तमान में ट्रेन के प्रस्थान से चार घंटे पहले आरक्षण चार्ट तैयार किया जाता है, जिससे प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों में अनिश्चितता बनी रहती है। इस अनिश्चितता को समाप्त करने हेतु रेलवे बोर्ड ने यह प्रस्ताव रखा है कि:
प्रस्थान से आठ घंटे पहले चार्ट तैयार किया जाए
1400 बजे से पहले रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए चार्ट पिछले दिन रात 2100 बजे ही बना दिया जाए
रेल मंत्री ने इस प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त करते हुए इसे चरणबद्ध ढंग से लागू करने के निर्देश दिए ताकि कोई व्यवधान न हो।
इस व्यवस्था से लंबी दूरी की ट्रेन पकड़ने के लिए दूरदराज के क्षेत्रों या उपनगरों से आने वाले यात्रियों को लाभ मिलेगा। प्रतीक्षा सूची की स्थिति स्पष्ट होने से वे वैकल्पिक व्यवस्था भी समय रहते कर सकेंगे।
दिसंबर 2025 तक आधुनिक पीआरएस प्रणाली पूरी तरह लागू
रेल सूचना प्रणाली केंद्र (CRIS) द्वारा विकसित की जा रही नई पीआरएस प्रणाली दिसंबर 2025 तक पूर्ण रूप से लागू हो जाएगी। यह प्रणाली अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित होगी और वर्तमान से दस गुना अधिक लोड को संभालने में सक्षम होगी।
प्रति मिनट 32,000 की जगह 1.5 लाख टिकट बुकिंग की क्षमता टिकट, पूछताछ क्षमता 4 लाख से बढ़कर 40 लाख प्रति मिनट,दिव्यांगजनों, छात्रों, रोगियों आदि के लिए विशेष विकल्प
तत्काल बुकिंग: अब सिर्फ सत्यापित उपयोगकर्ता ही कर पाएंगे बुकिंग
रेलवे 1 जुलाई 2025 से तत्काल टिकट बुकिंग के लिए सत्यापन अनिवार्य कर रहा है। इस प्रणाली के तहत:
केवल वेरिफाइड यूज़र ही आईआरसीटीसी वेबसाइट या ऐप से तत्काल टिकट बुक कर सकेंगे
जुलाई 2025 के अंत तक, OTP आधारित प्रमाणीकरण भी लागू किया जाएगा
प्रमाणीकरण आधार या डिजिलॉकर में उपलब्ध सरकारी पहचान पत्र से किया जाएगा
रेल मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यह ऑथेंटिकेशन सिस्टम व्यापक हो, जिससे न्यायसंगत और सुरक्षित बुकिंग प्रक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
रेलवे द्वारा किए जा रहे ये सुधार न केवल तकनीकी दक्षता को बढ़ाएंगे, बल्कि यात्रियों की सुविधा, समय प्रबंधन और यात्रा योजना को अधिक व्यावहारिक बनाएंगे। डिजिटल युग में यह कदम भारतीय रेलवे को विश्वस्तरीय यात्री सेवा प्रणाली की ओर ले जा रहा है।