हिंदुस्तान के सबसे गरीब लोगों के बैंक अकाउंट में पैसा डालना चाहता हूँ: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा पांच साल से नरेन्द्र मोदी वायदे करते जा रहे हैं। पहले नारा हुआ करता था, अच्छे दिन आएंगे, अब नया नारा सुनिए, चौकीदार (जनता ने कहा, चोर है) चौकीदार, (जनता ने फिर कहा, चोर है), चौकीदार (जनता ने फिर कहा, चोर है) अब बीजेपी वालों ने शिकायत की इलेक्शन कमीशन से, इलेक्शन कमीशन को कहा कि राहुल गांधी चौकीदार शब्द का प्रयोग कर रहा है। राहुल गांधी को चौकीदार शब्द नहीं प्रयोग करना चाहिए। अब मैं जब चौकीदार बोलता हूँ, जनता जवाब देती है, सुनिए, चौकीदार (जनता ने कहा, चोर है), चौकीदार (जनता ने फिर कहा, चोर है), चौकीदार (जनता ने फिर कहा, चोर है)। अब नरेन्द्र मोदी जी को अच्छा नहीं लग रहा, मोदी जी पहले कहते थे, मैं प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहता, मैं तो चौकीदार बनना चाहता हूँ, अब जब राहुल गांधी कह रहा है भईया चौकीदार देश कह रहा है चोर है, क्यों कह रहा है, देश आज और आप किसी भी चौराहे पर चले जाइए, बुंदेलखंड के किसी भी चौराहे पर चले जाइए, शहर में, स्कूल में, कॉलेज में और ये शब्द बोलिए, चौकीदार जवाब मिलेगा। देखिए, चौकीदार (जनता ने कहा, चोर है), आप कोशिश करिए, जाइए, रेसकोर्स रोड के सामने दिल्ली में आप जाइए, बोलिए कि चौकीदार जवाब मिलेगा। शायद नरेन्द्र मोदी जी के घर के सामने जो सिक्योरिटी वाले खड़े हैं वो कहेंगे चोर हैं। मैंने अभी कोशिश भी की है, मगर मैं गारंटी लेकर बोलता हूँ, अगर आप रेसकोर्स रोड़ के सामने चले गए, वो बंदूक लिए जो खड़े रहते हैं, सीआरपीएफ के, बीएसएफ के सुरक्षाकर्मी, उनके सामने आपने बोला चौकीदार, वो कहेंगे चोर है, पूरा देश जानता है क्यों, क्योंकि पिछले पांच साल में नरेन्द्र मोदी ने 5 लाख 55 हजार करोड़ रुपया 15 लोगों का माफ किया है। 30 हजार करोड़ रुपया नरेन्द्र मोदी जी ने अनिल अंबानी को राफेल घोटाले में दिया। फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री आए हमसे मिले और मुझे साफ बोल दिया, एचएएल को कॉन्ट्रैक्ट नहीं देना है, सरकारी कंपनी को नहीं देना है, अनिल अंबानी को देना है, हवाई जहाज हिंदुस्तान में नहीं बनेगा, फ्रांस में बनेगा और 1,600 करोड़ रुपए का हवाई जहाज खरीदा जाएगा, मैं नहीं बोल रहा हूँ, भाईयों और बहनों, फ्रांस के राष्ट्रपति ने बोला है, प्रेस को बोला है और यहाँ जो युवा आए हैं, आप इंटरनेट पर जाइए, ओलांद उनका नाम है, टाइप करिए गूगल पर ओलांद, मोदी, राफेल उसमें आपको दिख जाएगा। तो आपसे चोरी की है, और कम पैसा नहीं चोरी किया है, लाखों करोड़ रुपए आपसे चोरी किए हैं, लाखों करोड़ रुपए। आपसे कहा था 15 लाख रुपए हर बैंक अकाउंट में चौकीदार डालेगा। मैंने तो नहीं बोला था न? पिछले चुनाव में मैंने तो नहीं बोला था न, 15 लाख डालूँगा, नरेन्द्र मोदी ने बोला था, अरे भईया, बड़े दम से नरेन्द्र मोदी ने बोला था न (जनता ने कहा, हाँ) हाँ, अब मुझे बताओ, कितना मिला? (जनता ने कहा, कुछ नहीं) कितने रुपए मिले, (जनता ने कहा, कुछ नहीं), जीरो। तो कुछ महीने पहले मैंने अपना काम शुरु किया, मैंने कांग्रेस के इकॉनमिस्ट्स को बुलाया, थिंक टैंक को बुलाया, चाय पिलाई और उनसे मैंने कहा, देखिए, नरेन्द्र मोदी ने इन्हें, देश को 15 लाख का वायदा किया था, झूठ था, मगर देश के गरीब लोगों ने सपना देखा कि हां सरकार हमारे बैंक अकाउंट में पैसा डाल सकती है। तो मैंने कांग्रेस पार्टी के इकॉनमिस्ट्स से पूछा, मैं हिंदुस्तान के सबसे गरीब लोगों के बैंक अकाउंट में पैसा डालना चाहता हूँ। चिदम्बरम जी हिल गए, चौंक गए, राहुल जी ये आपने क्या कहा? मैंने क्या कहा, मैं सरकार का पैसा डायरेक्ट बुंदेलखंड के सबसे गरीब लोगों के बैंक अकाउंट में डालना चाहता हूँ, अब आप मुझे बताइए, मैंने कांग्रेस के थिंक टैंक से पूछा, आप मुझे बताइए, कितना डाल सकता हूँ, एक शर्त है, नोटबंदी जैसा काम नहीं करना, गब्बर सिंह टैक्स जैसा काम नहीं करना, मैं हर महीने पैसा डालना चाहता हँ, आप पता लगाइए, मेरे लिए पता लगाइए, दुनिया के सबसे बेहतरीन इकॉनमिस्टस से पूछ लीजिए, अर्थशास्त्रियों से पूछ लीजिए, मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता, मुझे नंबर चाहिए भई, मुझे भाषण नहीं चाहिए, वायदा नहीं चाहिए, नंबर चाहिए, कमरे में सन्नाटा, सन्नाटा, फिर मुझसे पूछते हैं, राहुल जी, आप कितने लोगों की बात कर रहे हैं? मैंने कहा नरेन्द्र मोदी ने 15 लोगों को दिया न, 5 लाख 55 हजार करोड़ रुपए, मैं 25 करोड़ लोगों को 5 करोड़ परिवारों को देना चाहता हूँ, राहुल जी आपने क्या बोल दिया, 25 करोड़ लोगों को हिंदुस्तान की सरकार पैसे कैसे देगी? मैंने आपसे कहा, आप पता लगाओ, दस रुपए दे पाएगी, तो दस बताओ, 50 दे पाएगी, तो 50 बताओ, 100 दे पाएगी, तो 100 बताओ। अगर नंबर बहुत छोटा है तो नहीं करेंगे, अगर धमाके का नंबर दोगे, तो करेंगे। मैंने कहा उनसे, चार महीने हैं, मुझे प्लानिंग करनी है। मैं ये काम 6 महीने के अंदर शुरु करना चाहता हूँ, चुनाव के एकदम बाद, मैं काम शुरु करना चाहता हूँ, आप जाइए, पता लगाइए, वापस आइए। कुछ दिन पहले आते हैं, वापस, मुस्कुरा रहे थे, मैंने कहा बताइए, नंबर बताइए, बैठे, सफेद कागज पर पैन लेकर उन्होंने नंबर लिखा, 72 हजार। मैंने एकदम पूछा भईया, 72 हजार कितने लोगों को? कितने समय में? कहते हैं, राहुल जी, 72 हजार आपने कहा था 25 करोड़ लोगों को, 72 हजार 25 करोड़ लोगों को एक साल के अंदर। (तालियों की गड़गड़ाहट के बीच) अभी ताली मत बजाइए, भईया, मैंने अपना काम खत्म नहीं किया। मैंने कहा एक साल में कुछ नहीं होने वाला गरीब जनता का, एक साल में क्या होगा? कहते हैं राहुल जी एक साल की बात नहीं कर रहे हैं हम। मैंने कहा कितने साल चलेगा? कहते हैं, राहुल जी हमने प्लानिंग कर ली है हिंदुस्तान में जो भी 12 हजार रुपए से कम कमाता है महीने का, साल का नहीं, उसके बैंक अकाउंट में हिंदुस्तान की सरकार साल के 72 हजार, पांच साल के 3 लाख 60 हजार रुपए डालेगी और उस दिन तक डालेगी, जब तक उस व्यक्ति की आमदनी 12 हजार रुपए प्रति महीने से ज्यादा नहीं हो जाती, उससे पहले नहीं रुकेगा।
किसानों नें हमसे कहा- भईया, एक काम कीजिए, अलग बजट बनाइए, हमें बताइए, साल के शुरुआत में हमें बता दीजिए हमारी सरकार हमारे लिए क्या करेगी? आपने हुक्म दिया, हम करेंगे, अगले साल, इस साल चुनाव जीतने के एकदम बाद दो बजट बनेंगे भाईयों और बहनों, एक नेशनल बजट बनेगा और मैं आपको स्टेज से गारंटी दे रहा हूँ, उससे पहले उसके बाद नहीं, उसके पहले किसान का बजट बनेगा। नेशनल बजट के समय देखिए, लोकसभा में ऊपर बड़े-बड़े उद्योगपति पैन लेकर लिखते हैं, हमारा इतना टैक्स माफ हुआ, हमें इतना फायदा मिला, देखा आपने, बैठे रहते हैं। किसानों का बजट होगा, लोकसभा की गैलरी में किसान बैठे दिखेंगे, लिख रहे होंगे कि हां हमारे बजट में कांग्रेस पार्टी ने हमारी एमएसपी इतनी बढ़ाई इतना बोनस दिया, बुंदेलखंड में इस प्रकार से फूड प्रोसेसिंग प्लांट लग रहे हैं, बुंदलेखंड में स्टोरेज की ये फैसिलिटी दी जा रही है। बुंदेलखंड में अगर सूखा पड़ेगा तो बुंदेलखंड के किसान को इतना पैसा मिलेगा साल के शुरुआत में हम आपको बता देंगे, दूध का दूध, पानी का पानी आप अपनी प्लानिंग करो।
चलो युवाओं की बात करते हैं, नरेन्द्र मोदी ने दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात की थी, झूठ। न्याय योजना लाखों करोड़ युवाओं को रोजगार देगी, हिंदुस्तान की अर्थव्यवस्था को स्टार्ट करके। मगर हम वहाँ नहीं रुकेंगे। मैंने पता लगाया आज की बेरोजगारी में 22 लाख सरकारी नौकरियाँ खाली पड़ी हैं। 22 लाख नौकरियाँ, एक साल के अंदर कांग्रेस पार्टी आपके हवाले कर देगी। 10 लाख युवाओँ को पंचायतों में रोजगार दिया जा सकता है, 10 लाख युवाओं को कांग्रेस पार्टी पंचायतों में, बुंदेलखंड की पंचायतों में रोजगार दिलवा देगी। मैं यहाँ आया था, कुछ साल पहले बुंदेलखंड में सूखा पड़ा था, उत्तर प्रदेश गया, मध्य प्रदेश गया, याद रखिए, न उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार थी, न मध्य प्रदेश में हमारी सरकार थी। मगर हम आए और आपने हुक्म किया था, आपने ऑर्डर दिया था, बुंदेलखंड को पैकेज मिलना चाहिए, 3 हजार 8 सौ करोड़ रुपए हमने सीधा आपको दिया। मैं आपसे पूछना चाहता हूँ मध्य प्रदेश की जो पिछली सरकार थी, उन्होंने इस पैसे का क्या किया? कमलनाथ जी, आप जरा इंक्वायरी कराइए कि 3 हजार 8 सौ करोड़ रुपए का, जो जनता का, बुंदेलखंड का पैसा था, वो कहाँ गया? किसके हाथों में गया और वही 3 हजार 8 सौ करोड़ रुपए उन्हीं चोरों की जेब में से निकालकर कमलनाथ जी इनकी जेबों में डालेंगे। नेता, चौकीदार, तो ये मैं आपसे कहना चाह रहा था। देखिए, दिल्ली में जो सरकार आएगी कांग्रेस की, वो 15-20 लोगों की नहीं होगी। आप मेरा रिकॉर्ड देखो, मनरेगा, भोजन का अधिकार, जमीन अधिग्रहण बिल। बुंदेलखंड में जमीन छीनी जाती थी, दो मिनट में, बिना पूछे भट्टा पारसौल में लड़ाई शुरु की, जमीन अधिग्रहण बिल लाए, बिना किसान से पूछे जमीन नहीं ली जा सकती, चार गुणा मार्केट रेट से ज्यादा किसान के खाते में जाता है। इस बार सौ दिन का मनरेगा नहीं होगा, भाईयों और बहनों, 150 दिन का होने वाला है। तो आप एक बात समझिए, नरेन्द्र मोदी जी ने 15 लोगों की चौकीदारी की, मैं आपकी मदद करना चाहता हूँ, मैं किसानों का, मजदूरों का, बेरोजगार युवाओं का, मैं आपका हूँ और जो आप मुझे कहोगे, वो मैं करके दिखाऊँगा और जो मैं नहीं कर पाऊँगा मैं आपको सीधा बता दूँगा, सीधा डायरेक्ट आपको बता दूँगा भईया आपने 15 लाख मांगा मैं नहीं कर सकता हूँ। मगर मैं 3 लाख 60 हजार कर सकता हूँ। आपने दो करोड़ युवाओं को रोजगार की बात की, नहीं न्याय योजना से हो सकता है, 22 लाख सरकारी नौकरियाँ मैं कर दूँगा। तो ये मैं आपसे कहना चाहता हूँ, एक तरफ अन्याय झूठ, दूसरी तरफ सच्चाई, न्याय। कांग्रेस पार्टी का समर्थन कीजिए और इस बार भाईयो और बहनों, चौकीदार जी का आप चेहरा देखिए, ध्यान से टीवी पर देखिए, चौकीदार हिल गया है, उतर गया है चेहरा, डर-डरकर बोल रहा है, चौकीदार अब बेरोजगारी की बात नहीं करते, झिझक-झिझक कर बोलते हैं, उधर टेलीप्रॉम्पटर लगा है, दो आइने लगे हैं, शीशे लगे हैं, पीछे से कंट्रोलर कहता है मोदी जी, बेरोजगारी के बारे में मत बोलो, मोदी जी, किसानों की बात मत करना, मोदी जी, सिलिंडर की बात गलती से भी नहीं कर देना, महिलाएं समझ गईं बात, आपने कैरोसीन छीन लिया, दाम बढ़ा दिया। मोदी जी बेरोजगारी की मत करो बात, किसानों की मत करो, नुकसान हो जाएगा, कुछ कहने को नहीं बचा है। डबल जीरो हो गया है भईया, न्याय योजना, आप देखना, न्याय योजना फिर से चालू कर देगी, धड़ाक से। तो आप सबसे मैं कहता हूँ, गरीबों की, दुकानदारों की, युवाओं की, किसानों की सरकार बनाइए।