गरीब बच्चों के लिए आयोजित हुआ कार्यक्रम
नई दिल्ली : कृष्णा कॉलोनी टी कैंप हस्तसाल में कमजोर तबके के चहुंमुखी विकास के लिए संस्था ‘समविकास’ सामाजिक सरोकारों की एक नई पटकथा लिख रही है। संस्था गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षित करने, प्रोफेशन कोर्स कराने और बेरोजगार महिलाओं को कढ़ाई-बुनाई की विधिवत ट्रेनिंग देकर उनको स्वाबलंबी बना रही है। यही नहीं इस बस्ती में संस्था ने बड़े पैमाने पर साफ सफाई की मुहिम चलाकर अपने स्वच्छता अभियान से इलाके की रौनक बदल दी है।
कृष्णा कॉलोनी, टी. कैम्प हस्तसाल मे सिलाई मशीनों व कूङेदानों का लोकार्पण इसी क्रम में समविकास चेरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से कृष्णा कॉलोनी, टी. कैम्प हस्तसाल मे एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें समाज के हर वर्ग से आए हुए गणमान्य अतिथियो ने कृष्णा कॉलोनी, टी. कैम्प हस्तसाल के निवासियो के साथ स्वच्छता अभियान को सफल बनाने को लेकर परिचर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षाविद् एवं समाजसेवी श्रीमती अंशु पाठक जी ने की। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती सरिता जिंदल जी (निगम पार्षद एंव S.D.M.C West zone Chairperson) की तरफ से 21 कूङेदानों का लोकार्पण किया गया। 4 सिलाई मशीनें राकेश मदान (व्यवसायी) , अरुण गाँधी (व्यवसायी), राजेश दास (व्यवसायी) एंवम राकेश कुमार (समाजसेवी) व्दारा
समविकास चेरिटेबल ट्रस्ट को प्रदान की गई। अन्य अतिथि सुनील जिंदल (बीजेपी नेता), मोहन श्याम (एडवोकेट), संदीप ठक्कर , पंकज ठक्कर , विजेद्रं विक्रम धीर समेतअनेक गणमान्य लोगों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया और आयोजन को सफल बनाया।
स्वच्छ घर प्रतियोगिता में पुरस्कार वितरण सुंदर और स्वच्छ घर प्रतियोगिता के विजेताओं श्रीमति रोहीनी एंव बीना जी को
पुरस्कृत किया गया। सुनील जिंदल ने सुंदर व स्वच्छ घर प्रतियोगिता के विजेताओं को हर महीनें 1000 और 500 का प्रथम व द्वितीय पुरस्कार देने की घोषणा की। मनाया गया जन्मदिन समारोह ऐसा कम ही देखा गया है कि कोई व्यक्ति अपना जन्मदिन अपने परिवार एंव मित्रों के साथ न मना कर समाज के उस वर्ग के साथ मनाए…जो मुख्य धारा के साथ जुड़ने की भरपूर कोशिश कर रहा हो और यह कहना गलत नही होगा कि यह कार्य समाज को एक कङी में जोङने का प्रयास है । जनकपुरी निवासी राकेश मदान ने अपने पुत्र देव का जन्मदिन कृष्णा कॉलोनी टी. कैम्प हस्तसाल में मनाया। सभी ने प्रभु से देव के सुंदर व सुनहरे भविष्य की कामना की। हम पूर्ण विश्वास के साथ यह मानकर चलते हैं कि यदि इस प्रकार की प्रेरणादायी परवरिश हर माता – पिता अपने बच्चे की करे तो व्यक्ति, परिवार एंव समाज भी सुदृढ़ होगा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।