प्रियंका गांधी का बिहार की महिलाओं से बड़ा संदेश
“संघर्ष को शक्ति में बदलो, बदलाव जरूरी है” – प्रियंका गांधी**
Amar sandesh दिल्ली/बिहार।कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने बिहार दौरे में महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार और नेताओं को महिलाओं के संघर्ष को पहचानना चाहिए, न कि केवल चुनाव आते ही उन्हें 5,000-10,000 रुपये थमा देने की राजनीति करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी बहनें और जीविका समूह की महिलाएं दिन-रात काम करती हैं, फिर भी उन्हें मानदेय और सम्मान नहीं मिलता। पलायन के कारण महिलाएं अकेली पूरे परिवार का बोझ उठा रही हैं, बच्चों की पढ़ाई और इलाज तक मुश्किल हो रहा है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी ने हमें संघर्ष की ताकत दी और संविधान ने वोट का अधिकार दिया है। इसलिए इस वोट का इस्तेमाल समझदारी और जिम्मेदारी से करना होगा। उन्होंने महिलाओं से अपील की कि जो नेता सिर्फ चुनावी लाभ के लिए स्कीम दिखाता है, उसे सबक सिखाना चाहिए।
उन्होंने जोर दिया कि महिला शक्ति ही देश की सबसे बड़ी शक्ति है। बच्चे और नई पीढ़ी महिलाओं के हाथों में हैं, महिलाएं ही उन्हें शिक्षा, संस्कार और नैतिकता देती हैं। इसलिए अब समय है कि महिलाएं अपनी शक्ति को पहचानें और बदलाव की दिशा में खड़ी हों।
प्रियंका गांधी ने कहा कि बिहार में पिछले 20 से 50 सालों में महिलाओं के जीवन में वास्तविक बदलाव नहीं आया। इसलिए यदि महिलाएं सम्मान और न्याय चाहती हैं तो बिहार में नई सरकार बनाना बेहद जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने पूरे देश में सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष किया है, जिसमें महिलाओं को सम्मान और न्याय दिलाना भी शामिल है।
प्रियंका गांधी का स्पष्ट संदेश था कि महिला शक्ति ही देश का भविष्य है और बिहार की महिलाएं अब वोट की ताकत से बदलाव लाकर, सम्मान और न्याय दिलाने वाली सरकार चुनें।