गुजरातगोवाछत्तीसगढ़जम्मू कश्मीरझारखण्डदिल्लीपंजाबराज्यराष्ट्रीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर्यटन कूटनीति के नए दौर में भारत-आसियान संबंध मजबूत

Amar sandesh नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2025 को आसियान-भारत पर्यटन वर्ष घोषित किया है और आसियान देशों के साथ भारत के सांस्कृतिक, आर्थिक और पर्यटन संबंधों को और प्रगाढ़ करने की प्रतिबद्धता दोहराई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पर्यटन लोगों को जोड़ने, आपसी समृद्धि को बढ़ाने और भारत व आसियान देशों के बीच मित्रता को मजबूत करने का एक प्रभावी माध्यम है।

इस नई पहल के अंतर्गत भारतीय रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) को वियतनाम के हो ची मिन्ह सिटी स्थित सैगॉन एग्ज़ीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में 4 से 6 सितंबर 2025 तक आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित इंटरनेशनल टूरिज्म एक्सपो (ITE) वियतनाम 2025 में भारत की भागीदारी का दायित्व सौंपा गया है। आईआरसीटीसी ने इस अवसर पर एक विशेष आसियान-भारत पवेलियन की स्थापना की है, जिसमें भारत की विविध पर्यटन संभावनाओं को प्रदर्शित किया गया है। इसमें देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, आध्यात्मिक और वेलनेस पैकेज, प्राकृतिक पर्यटन, साहसिक गतिविधियाँ और आईआरसीटीसी की विश्व-प्रसिद्ध लग्ज़री ट्रेनें जैसे महाराजा एक्सप्रेस, गोल्डन चैरियट और बौद्ध सर्किट लक्ज़री एसी ट्रेन शामिल हैं। पवेलियन में आसियान देशों के पर्यटन परिदृश्य और आकर्षण भी प्रस्तुत किए गए हैं। इस पवेलियन का उद्घाटन भारत के महावाणिज्यदूत श्री विप्र पांडेय ने हो ची मिन्ह सिटी में किया।

इस सहयोग की प्रस्तावना और 2025 को आसियान-भारत पर्यटन वर्ष के रूप में मनाने के उत्सव के तहत आईआरसीटीसी ने विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर बैंकॉक में आयोजित पीएटीए ट्रैवल मार्ट 2025 में भारत और आसियान देशों के पर्यटन क्षेत्र से जुड़े प्रतिनिधियों का सफल नेतृत्व किया। भारतीय राजदूत श्री नागेश सिंह द्वारा उद्घाटन किए गए इस आसियान-भारत पवेलियन ने दोनों क्षेत्रों के बीच सांस्कृतिक और पर्यटन सहयोग को नई गति दी। इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए 28 अगस्त 2025 को थाईलैंड में एक रोड शो भी आयोजित किया गया, जिसमें पर्यटन उद्योग के प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और इसे अत्यंत सफल बताया गया।

आईटीई वियतनाम में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व आईआरसीटीसी कर रहा है, जिसमें प्रमुख पर्यटन जीएसए, राज्य पर्यटन बोर्ड के अधिकारी और आसियान देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं। यह सामूहिक भागीदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस दृष्टि का प्रतीक है जिसमें भारत और आसियान देश पर्यटन के क्षेत्र में साथ मिलकर आगे बढ़ें। आईआरसीटीसी को न केवल आसियान-भारत पवेलियन की स्थापना का दायित्व दिया गया है, बल्कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल की पूरी लॉजिस्टिक्स व्यवस्था की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। इसके साथ ही आईआरसीटीसी हो ची मिन्ह सिटी में आसियान-भारत टूरिज्म रोड शो का आयोजन भी कर रहा है, जिसमें भारत और आसियान के विभिन्न पर्यटन उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा और यात्रा उद्योग के प्रमुख प्रतिनिधियों तथा टूर ऑपरेटरों के साथ सीधे संवाद और साझेदारी के अवसर तैयार किए जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित आसियान-भारत पर्यटन वर्ष भारत को वैश्विक पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। आईटीई वियतनाम में स्थापित आसियान-भारत पवेलियन ने भारत और आसियान देशों के बीच संस्कृति और पर्यटन के प्रचार-प्रसार के नए रास्ते खोले हैं और भविष्य की समृद्धि और विकास के लिए एक उत्प्रेरक का काम किया है। इस पहल ने न केवल क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ाया है, बल्कि आपसी विश्वास, मित्रता और सहयोग की नींव भी मजबूत की है। इसके माध्यम से भारत और आसियान देश पर्यटन आधारित विकास और सतत विकास के नए अध्याय की ओर बढ़ रहे हैं।

Share This Post:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *