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Amar sandesh नई टिहरी,।:भगवान श्रीकृष्ण की क्रीड़ा स्थली सेम-मुखेम धाम में हर तीन वर्ष में आयोजित होने वाले त्रैवार्षिक मेले की तैयारियां इस बार जोर-शोर से चल रही हैं। 25 और 26 नवंबर को मुखेम के मडभागी सौड़ में यह ऐतिहासिक मेला आयोजित किया जाएगा, जिसमें पारंपरिक सांस्कृतिक झांकियां, लोकनृत्य, भजन-कीर्तन और धार्मिक अनुष्ठान भक्तिभाव का वातावरण बनाएंगे। अनुमान है कि इस बार करीब एक लाख श्रद्धालु मेले में शामिल होंगे।
भाजपा उत्तराखंड के आर्थिक प्रकोष्ठ के सह-संयोजक एवं प्रवक्ता (पैनलिस्ट) सी.ए. राजेश्वर पैन्यूली ने कहा कि “सेम नागराजा मेला केवल आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, लोकपरंपरा और सामाजिक एकता का जीवंत उत्सव है।”
उन्होंने कहा कि हर तीन साल में लगने वाला यह मेला क्षेत्र की पहचान बन चुका है और इसे भव्य रूप में आयोजित करने के लिए स्थानीय प्रशासन और जनता मिलकर तैयारी कर रहे हैं।
सड़क और स्वास्थ्य सुविधाओं की ओर ध्यान जरूरी
पैन्यूली ने बताया कि डोबरा-चांठी पुल से मोटणा तक की सड़क की स्थिति बेहद खराब है, जिससे श्रद्धालुओं को असुविधा हो सकती है। इस पर टिहरी सांसद श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह और प्रतापनगर ब्लॉक प्रमुख मनीष पंवार ने भी संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी टिहरी, लोक निर्माण विभाग और संबंधित एजेंसियों को शीघ्र सुधार कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही मेले के दौरान पेयजल, स्वास्थ्य, यातायात और सुरक्षा व्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए विभागीय स्तर पर तैयारियां चल रही हैं।
श्री पैन्यूली ने कहा कि प्रतापनगर क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति चिंताजनक है। सीएचसी चौण्ड में विशेषज्ञ चिकित्सक, एक्स-रे टेक्निशियन और आपात संसाधनों की कमी को लेकर लोग आंदोलनरत हैं। ऐसे में मेले के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करना आवश्यक है।
उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रमुख मनीषा पंवार की पहल पर सरकार जल्द ही लंबगांव अस्पताल और आसपास के स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक सुधार कार्य शुरू करेगी।
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