दिल्ली

जोधपुर में नवनिर्मित बीएपीएस स्वामिनारायण मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियां अंतिम दौर में

सी एम पपनै

जोधपुर (राजस्थान)। जोधपुर स्थित कालीबेरी सूरसागर में स्थित नवनिर्मित बीएपीएस स्वामिनारायण मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियां अंतिम दौर में चल रही हैं। आगामी 25 सितंबर को संस्था प्रमुख और अध्यात्म गुरु परम पूज्य महंत स्वामी महाराज जी के कर कमलों मंदिर प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न होना है। सूचनानुसार गुरु हरि महंत स्वामी महाराज जी का जोधपुर आगमन 19 सितंबर को होना है।

आयोजित कार्यक्रमों का श्रीगणेश 23 सितंबर को विश्वशांति यज्ञ से किया जाना है जिसमें समग्र विश्व के लिए शांति की कामना की जाएगी। 24 सितंबर को दोपहर 2 बजे से भव्य शोभायात्रा और झांकियां निकालने का कार्यक्रम क्रियान्वित किया गया है, जिसमें हजारों की संख्या में भक्तों के भाग लेने की सूचना दी गई है। नगर शोभा यात्रा में नव निर्मित मंदिर में प्रतिष्ठित होने वाली मूर्तियों को नगर चर्या के लिए ले जाया जाएगा।

उक्त नव निर्मित बीएपीएस स्वामी नारायण मंदिर जोधपुर शहर के लिए एक अनुपम नजराना बनने जा रहा है। निर्मित मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में बड़ी संख्या में राजस्थान के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों तथा विश्व के सभी 4 महाद्वीपों के प्रमुख देशों अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया तथा अफ्रीकी देशों के भक्तों की बड़ी संख्या में सम्मिलित होने की संभावना आयोजकों द्वारा जताई जा रही है।

आयोजित विराट उत्सव की भव्य व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए अनेक सेवा विभागों को व्यवस्था का जिम्मा सौंपा गया है। आयोजकों द्वारा दी गई सूचना के अनुसार नव निर्मित मंदिर में लगभग 35 विभिन्न सेवा विभागो का गठन किया गया है। जिसमें करीब एक हजार स्वयं सेवक प्रबंधन का जिम्मा संभाले हुए हैं। पार्किंग व्यवस्था, सभा व्यवस्था, सुशोभन व्यवस्था, ट्रांसपोर्ट व्यवस्था, प्रेस सूचना व्यवस्था, पूछताछ इत्यादि इत्यादि विभिन्न सेवा विभाग पूरे तन मन से अपने-अपने कार्य क्षेत्र में तैयारियों में जुट कर सेवा कार्य कर रहे हैं। जिनमें पुरुषों के साथ महिला स्वयं सेविकाएं भी सेवा में अपना हाथ बटा रही हैं। नगर प्रशासन द्वारा भी व्यवस्था में सहयोग दिया जा रहा है।

डॉ ज्ञानानंद दास स्वामी द्वारा अवगत कराया गया है, “सभी भक्त केवल भगवान और गुरुजी के प्रति समर्पण भाव से सेवा दे रहे हैं। नव निर्मित मंदिर सनातन धर्म और प्राचीन भारतीय संस्कृति का गौरव है।”

————-

Share This Post:-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *