ऑपरेशन सिंदूर केवल सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की राजनीतिक, सामाजिक और रणनीतिक इच्छाशक्ति का प्रतीक है: –राजनाथ सिंह
भारत अब आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा—योगी आदित्यनाथAmar sandesh लखनऊ।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज वर्चुअल माध्यम से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ब्रह्मोस इंटीग्रेशन एवं टेस्टिंग फैसिलिटी सेंटर का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर न केवल एक सैन्य ऑपरेशन है, बल्कि यह भारत की आतंकवाद के खिलाफ मजबूत इच्छाशक्ति और सख्त नीति का प्रमाण है।
उन्होंने कहा, “उरी के बाद सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा के बाद एयर स्ट्राइक और अब पहलगाम हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर—इन सभी ने दुनिया को दिखा दिया है कि नया भारत अब आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए तैयार है। अब सीमा पार भी आतंकियों और उनके आकाओं के लिए कोई जगह सुरक्षित नहीं है।”
श्री सिंह ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जबकि भारत ने निर्दोष नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचाया। इसके विपरीत, पाकिस्तान ने भारत के नागरिक क्षेत्रों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने की कोशिश की। भारतीय सशस्त्र बलों ने संयम और वीरता के साथ जवाब देते हुए पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, यहां तक कि रावलपिंडी स्थित सैन्य मुख्यालय तक भारत की कार्रवाई पहुंची।ब्रह्मोस सेंटर: आत्मनिर्भर भारत की दिशा में अहम कदम
श्री सिंह ने कहा कि 200 एकड़ में फैला यह ब्रह्मोस इंटीग्रेशन और टेस्टिंग सेंटर, भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक निर्णायक कदम है। यह केंद्र न केवल अत्याधुनिक रक्षा निर्माण में योगदान देगा, बल्कि उत्तर प्रदेश को एक रक्षा उत्पादन हब के रूप में स्थापित करने में भी अहम भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि यह सुविधा केंद्र न केवल रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में निवेश और रोजगार सृजन को गति देगा, बल्कि आईटीआई छात्रों, इंजीनियरों और उद्योग जगत के युवाओं को प्रशिक्षण व रोजगार के नए अवसर भी देगा। लगभग ₹300 करोड़ की लागत से बने इस केंद्र ने पहले ही 500 प्रत्यक्ष और 1,000 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा किए हैं।
‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ का विजन
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत अब न केवल अपनी सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करेगा, बल्कि वैश्विक रक्षा बाजार में एक प्रमुख निर्यातक बनने की दिशा में भी अग्रसर है। उन्होंने बताया कि UP डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (UPDIC) में अब तक 180 एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं, जिनमें ₹34,000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव है और ₹4,000 करोड़ का निवेश पहले ही हो चुका है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर कहा कि यह केंद्र मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत को मजबूती देगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को एक स्पष्ट संदेश बताया कि भारत अब आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा।
इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य और श्री बृजेश पाठक, मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह, DRDO अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत, ब्रह्मोस डीजी डॉ. जैतीर्थ आर. जोशी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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