गुरु पूर्णिमा के अवसर पर उत्कर्ष योग के शिष्यों ने अपने गुरु डॉक्टर सत्येन्द्र सिंह को माला अर्पण कर उनका आशीर्वाद लिया
दिल्ली। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आज पूरे देश में गुरु की महिमा व महता का सम्मान किया गया। गुरु का जीवन में बहुत बड़ा महत्व है ।गुरु बिना जीवन व्यर्थ होता है ।गुरु ही है जो हमारे जीवन को सही दिशा दशा देता है।
गुरु पूर्णिमा के इस पावन पर्व पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संचालित उत्कर्ष योग के शिष्यों ने अपने गुरु डॉक्टर सत्येन्द्र सिंह को माला अर्पण कर उनके चरण स्पर्श कर उनसे आशीर्वाद लिया। जात हो डॉक्टर सत्येन्द्र सिंह निस्वार्थ भाव से योग शिक्षा दे रहे हैं।
उन्होने अपना नारा भी दिया है जिसमें वे कहते ” उत्कर्ष योग का एक ही नारा घर घर हो स्वस्थ शिक्षित संस्कारवान हमारा ” उनके इस शिविर से पिछले कई वर्षों से सभी वर्गों के लोग स्वास्थ्य , शिक्षा ,व्यवहार व संस्कार की शिक्षा ले रहे हैं। उनके योग शिविर से लोग लाभ प्राप्त करते हुए अपने जीवन को सफल बना रहे हैं।
उनके शिविर से जुड़कर लोगों के अनेकों शारीरिक, मानसिक तनाव व अवसाद जैसी अनेकों बीमारियां दूर हुई हैं ।ज्ञात हो भारत सरकार में उच्च अधिकारी डॉक्टर सत्येन्द्र सिंह आज समाज और समाज के बाहर के लोगों की सेवा के लिए समर्पित होकर कार्य करते रहते हैं ।
योग गुरु डॉ सत्येन्द्र सिंह जी क्योंकि शिक्षा के साथ-साथ अपने वक्तव्यों और अपने विचारों से लोगों के मनोबल ऊंचा उठाते रहते हैं। समाज सेवा में और समाज के लोगों की सेवा करने के लिए सत्येन्द्र सिंह सदैव आगे देखते हैं ।उनका कहना है कि यदि हम अपने को स्वस्थ रख पाते हैं तो यह भी देश सेवा से कम नहीं है।गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर गुरु की समाज सेवा की इस भावना का सम्मान करते हुए उनके
शिष्यों ने उत्कर्ष योग को घर घर पहुंचाने का संकल्प लिया।