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महंत दिलीप रावत: धर्म और राजनीति का संगम, जनसेवा जिनका संकल्प

 महंत दिलीप रावत – जनता की सेवा ही जीवन का ध्येय

लेखक अमर चंद्र

देवभूमि उत्तराखंड की पावन धरा पर धर्म और सेवा का संगम जिस व्यक्तित्व में दिखाई देता है, वह हैं कोटद्वार सिद्धबली धाम के महंत और लैंसडाउन विधानसभा से तीसरी बार के विधायक महंत दिलीप रावत। सरल स्वभाव के होते हुए भी उन्होंने अपने जीवन का उद्देश्य केवल जनसेवा को माना और उसी पथ पर आज भी अडिग होकर चल रहे हैं। उनके लिए मंदिर की सेवा और राजनीति की सेवा में कोई भेद नहीं है, दोनों का ध्येय केवल लोककल्याण ही है।

महंत दिलीप रावत का मानना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो स्वप्न है—समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक विकास पहुँचाना—वह उनके लिए जीवन का संकल्प है। जनता के बीच रहकर उनकी समस्याओं को सीधे सुनना और फिर उन्हें सदन से लेकर मीडिया तक बुलंद करना उनका स्वभाव बन चुका है। कई बार उन्होंने अपनी ही सरकार से कठोर प्रश्न पूछे और जनता के हक में बिना किसी संकोच के आवाज़ उठाई।

उनकी जनसेवा केवल नारों तक सीमित नहीं है, बल्कि जमीनी स्तर पर दिखाई देती है। चाहे ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण हो, शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में पहल हो, स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने का प्रयास हो या बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की मांग—महंत दिलीप रावत हर मोर्चे पर सक्रिय रहते हैं। आपदा के समय वे स्वयं मैदान में उतरकर पीड़ित परिवारों की मदद करते हैं। यही वजह है कि लोग उन्हें “जनता का विधायक” कहते हैं।

यह संस्कार उन्हें विरासत में भी मिला है। उनके पिताजी स्वर्गीय भारत सिंह रावत स्वयं जनता के बीच रहकर सेवा कार्यों में जुड़े रहते थे। लोगों की पीड़ा को अपनी पीड़ा मानना और हर हाल में मदद के लिए खड़ा होना, यह गुण महंत दिलीप रावत को अपने पिताजी से मिला। उसी परंपरा को उन्होंने और अधिक सशक्त रूप में आगे बढ़ाया।

क्षेत्र के लोगों का मानना है कि यदि महंत दिलीप रावत को मंत्रिमंडल में स्थान मिलता है, तो उनके अनुभव और कार्यकुशलता का लाभ केवल लैंसडाउन क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे उत्तराखंड को मिलेगा। जनता का विश्वास है कि उनका सादगीपूर्ण जीवन, ईमानदारी और जनता के लिए संघर्ष करने का जज़्बा प्रदेश के विकास में नई ऊर्जा भर सकता है।

संगठन और सरकार जनता की इस आवाज़ को कितना सुनते हैं यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन यह निर्विवाद सत्य है कि महंत दिलीप रावत पहले से ही जनता के दिलों में राज कर रहे हैं।

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