दिल्ली में बड़ी कार्रवाई: 2500 Amar sandesh नई दिल्ली।दिल्ली में उपभोक्ता मामले विभाग और भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की संयुक्त कार्रवाई में बड़ी मात्रा में घटिया हेलमेट जब्त किए गए हैं। लाइसेंस रद्द या समाप्त हो चुके नौ हेलमेट निर्माताओं से 2,500 गैर-अनुपालना वाले हेलमेट जब्त किए गए। इसके अलावा, 17 खुदरा दुकानों और फुटपाथ बाजारों से करीब 500 बिना ISI मार्क वाले हेलमेट जब्त किए गए हैं।
भारत में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताते हुए सरकार ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे केवल BIS प्रमाणित ISI मार्क वाले हेलमेट का ही उपयोग करें। मोटर वाहन अधिनियम, 1988 के अनुसार हेलमेट पहनना अनिवार्य है, लेकिन इसकी प्रभावशीलता गुणवत्ता पर निर्भर करती है। घटिया हेलमेट जान के लिए खतरा बन सकते हैं।
साल 2021 से लागू गुणवत्ता नियंत्रण आदेश के तहत, सभी दोपहिया सवारों के लिए IS 4151:2015 मानक के अनुरूप ISI-चिह्नित हेलमेट पहनना अनिवार्य किया गया है। जून 2025 तक देशभर में 176 हेलमेट निर्माताओं के पास वैध BIS लाइसेंस हैं।
बीआईएस द्वारा हाल ही में की गई सघन जांच और छापेमारी में पाया गया कि बड़ी संख्या में बाजार में बिक रहे हेलमेट अनाधिकृत हैं, जो उपभोक्ताओं के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए जिला कलेक्टरों और मजिस्ट्रेटों को निर्देश दिए गए हैं कि वे गैर-प्रमाणित हेलमेट बेचने वालों के खिलाफ सख्त अभियान चलाएं।
दिल्ली-एनसीआर में इन कार्रवाइयों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं और अब यह अभियान अन्य राज्यों में भी तेजी से फैलाया जा रहा है। बीआईएस की टीम ने चेन्नई में भी ISI मार्क वाले हेलमेट के प्रचार और जागरूकता के लिए रोड शो और अभियान चलाए हैं।
उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए BIS ने BIS-Care मोबाइल ऐप और पोर्टल पर हेलमेट के प्रमाणन की जानकारी उपलब्ध करवाई है, जिससे यह जाना जा सकता है कि किसी हेलमेट निर्माता के पास वैध लाइसेंस है या नहीं। शिकायत दर्ज करने की सुविधा भी ऐप पर उपलब्ध है।
सरकार का उद्देश्य है कि सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को रोका जाए और केवल उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद ही बाजार में बिकें। ‘क्वालिटी कनेक्ट’ जैसे अभियान से ‘मानक मित्र’ स्वयंसेवक लोगों को सही उत्पादों की पहचान और उनके महत्व के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
उपभोक्ता मामलों का विभाग सभी नागरिकों से अपील करता है कि वे स्वयं और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए केवल BIS प्रमाणित हेलमेट का ही प्रयोग करें।