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वैश्विक ऊर्जा संवाद में भारत की दमदार मौजूदगी: गैसटेक 2025 मिलान में ओएनजीसी का नेतृत्व

वैश्विक ऊर्जा संवाद में भारत की दमदार मौजूदगी: गैसटेक 2025 मिलान में ओएनजीसी का नेतृत्व

 

Amar sandesh दिल्ली/मिलान। इटली के मिलान में आयोजित गैसटेक 2025 सम्मेलन में भारत की ऊर्जा क्षमता और भविष्य की रणनीति ने सबका ध्यान आकर्षित किया। 150 से अधिक देशों के पचास हज़ार से ज्यादा ऊर्जा विशेषज्ञों और उद्योग प्रतिनिधियों की मौजूदगी वाले इस भव्य आयोजन में ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) ने किफ़ायतीपन, विस्तार क्षमता और स्थिरता को अपने संवाद का मुख्य आधार बनाया।

भारत मंडप – इंडिया पवेलियन में ओएनजीसी ने इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम, इंजीनियर्स इंडिया, गेल इंडिया, ऑयल इंडिया और पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड जैसी अग्रणी सार्वजनिक उपक्रम कंपनियों के साथ सहभागिता की। इस दौरान मिलान स्थित भारत के महावाणिज्य दूत  एल. कुमार, आईएफएस ने पवेलियन का दौरा किया और भारत की बढ़ती वैश्विक ऊर्जा भूमिका की सराहना की।
ओएनजीसी की ओर से रणनीति एवं कॉरपोरेट मामलों के निदेशक  अरुणांशु सरकार ने स्नाम इटली, ब्लूमबर्ग, शैल, ब्रिटिश पेट्रोलियम, टोटल एनर्जीज़, मित्सुई, इक्विनोर, आरडब्ल्यूई, एक्सॉन मोबिल और एनवाईके लाइंस जैसी विश्वस्तरीय कंपनियों से महत्वपूर्ण चर्चाएँ कीं। इन वार्ताओं का केंद्र तरलीकृत प्राकृतिक गैस की लचीलापन और आपूर्ति, जहाज़रानी एवं परिवहन की विश्वसनीयता, कार्बन उत्सर्जन में कमी के मार्ग, भारत के गैस बाज़ार का विस्तार और भविष्य के ईंधन तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित नवाचार रहे।

भारत की ऊर्जा यात्रा “आज और कल की ऊर्जा” का संदेश भी इस आयोजन में गूँजा। ओएनजीसी भारत की घरेलू तेल और गैस आपूर्ति में तिरेसठ प्रतिशत योगदान दे रहा है और उसकी मौजूदगी उन्नीस देशों के बत्तीस अंतरराष्ट्रीय परियोजनाओं तक फैली हुई है। कंपनी ने वर्ष 2030 तक दस गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा स्थापित करने और पच्चीस सीबीजी संयंत्र लगाने का लक्ष्य तय किया है। इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क के अंतर्गत चल रहे प्रोजेक्ट हर साल लगभग बाईस लाख टन कार्बन डाइऑक्साइड की कटौती सुनिश्चित कर रहे हैं। इंडियन ऑयल के साथ मिलकर कार्बन को पकड़ने, उपयोग करने और भंडारण की पायलट परियोजनाएँ भी इस दिशा में नई राह खोल रही हैं।

भारत मंडप ने साथ ही दुनिया को यह भी याद दिलाया कि सत्ताईस से तीस जनवरी 2026 को गोवा में आयोजित होने वाले इंडिया एनर्जी वीक 2026 के लिए भारत पूरी तरह तैयार है। यह केवल बातचीत का हिस्सा भर नहीं है, बल्कि आने वाले कल की ऊर्जा दिशा तय करने का भारत का संकल्प है।

ओएनजीसी की मौजूदगी गैसटेक 2025 में केवल उपस्थिति भर नहीं रही, बल्कि यह भारत की वह मजबूत आवाज़ बनी जिसने साबित किया कि भविष्य की ऊर्जा राहें अब भारत की अगुवाई में तय होंगी।

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