आईएमए अध्यक्ष ने की ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने की मांग
– महामारी ने खोली देश में मौजूदा स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल
नई दिल्ली। कोरोना आने के बाद पता चला कि आजादी के बाद से अब तक देश को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए मजबूती से तैयार ही नहीं किया गया। अब जब कोरोना का संकट आ ही गया है तो हमें इससे सबक लेना चाहिए। कोरोना के सबक से देश के स्वास्थ्य तंत्र की सेहत सुधारने की जरूरी पहल होनी चाहिए,ताकि हम कभी भी, किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधी आपदा से निपटने के लिए तैयार हो सकें। यह बात यह बात इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने कही। उन्होंने बताया कि केन्द्र और देश की विभिन्न सरकारो ने पहले के मुताबिक अब हेल्थ सेक्टर को बढ़ावा तो दे रही है लेकिन देश की आबादी के मुताबिक यह अभी भी काफी कम है। इसी को ध्यान में रखते हुए डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने केन्द्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि हेल्थ बजट को और बढ़ाया जाए ताकि देश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया जा सके। इसके अलावा उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही आयुष्यमान भारत योजना देश के हर नागरिकों के लिए वरदान है लेकिन कुछ प्रदेश की सरकारे इसे अपनी राजनीतिक सोच के कारण अपने प्रदेश में लागू अब तक नही किया है, हम उन सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से अपील करते है कि राजनीति से ऊपर उठकर इस योजना को लागू करे ताकि लोगों को इस योजना का लाभ मिले। इसके अलावा डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह राज्य सरकारो से भी अपील करते हुए कहा कि वे भी अपने-अपने प्रदेशों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और आधुनिक करे ताकि प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले और भविष्य में अगर फिर कभी महामारी जैसी कोई आपदा आए तो हम उससे निपटने के लिए सक्षम रहे। इसके अलावा सिंह ने आईएमए से जुड़े सभी डॉक्टरों से अपील किया कि हम सभी भी सरकार के साथ – साथ अपने स्तर पर देश की स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में बढ़चढक़र हिस्सा ले ताकि देश के नागरिकों को एक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करा सके।