किसानों को बड़ी सौगात: कृषि यंत्रों पर जीएसटी दरें 5% हुईं
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा – “सस्ता होगा ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और खेती की हर मशीन”
Amar sandesh नई दिल्ली।केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज नई दिल्ली में कृषि यंत्रीकरण से जुड़े प्रमुख संघों के साथ अहम बैठक हुई। बैठक में ट्रैक्टर एवं कृषि यंत्रीकरण संघ (टीएमए), कृषि मशीनरी निर्माता संघ (एएमएमए), अखिल भारतीय कंबाइन हार्वेस्टर निर्माता संघ (एआईसीएमए), पावर टिलर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (पीटीएआई) और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किसानों के हित में ऐतिहासिक निर्णय लिया गया है
कृषि यंत्रों पर जीएसटी दरें अब 18% और 12% से घटाकर सिर्फ 5% कर दी गई हैं।
नई दरें 22 सितम्बर से लागू होंगी।किसानों को ट्रैक्टर, हार्वेस्टर, थ्रेसर, पावर टिलर और अन्य उपकरण अब सस्ती दरों पर मिलेंगे।श्री चौहान ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया—35 एचपी ट्रैक्टर अब ₹41,000 सस्ता होगा।75 एचपी ट्रैक्टर पर ₹63,000 की बचत होगी।धान रोपण यंत्र पर ₹15,400,थ्रेसर पर ₹14,000,हार्वेस्टर कंबाइन पर ₹4,375,और कटर बार (14 फीट) पर सीधे ₹1,87,500 की बचत होगी।इसी तरह रोटावेटर, हैप्पी सीडर, मल्चर, स्ट्रॉ रीपर, स्क्वायर बेलर और सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल जैसे सभी उपकरण अब काफी सस्ते होंगे।
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा किबिचौलियों की भूमिका समाप्त की जाएगी।घटे हुए दाम का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचे।कस्टम हायरिंग सेंटर को भी सस्ती मशीनें मिलेंगी, इसलिए किराए की दर भी घटनी चाहिए।
श्री चौहान ने बताया कि आगामी 3 अक्टूबर से शुरू हो रहे “विकसित कृषि संकल्प अभियान” के दूसरे चरण में किसानों को जीएसटी सुधारों से होने वाले लाभ की जानकारी दी जाएगी।साथ ही, विभिन्न संचार माध्यमों से व्यापक प्रचार-प्रसार कर किसानों को जागरूक किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया किकृषि यंत्रीकरण को और मजबूती देने के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे।मशीन निर्माता संघों से लगातार संवाद कर कारगर सुझावों को योजनाओं में शामिल किया जाएगा।किसानों की आय बढ़ाने और लागत कम करने के लिए हरसंभव प्रयास जारी रहेंगे।
बैठक में शामिल सभी संघों के प्रतिनिधियों ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया और किसानों तक लाभ पहुंचाने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई।
बैठक के अंत में केंद्रीय मंत्री ने सभी प्रतिनिधियों के साथ पौधारोपण कर किसान कल्याण का संकल्प लिया।
बैठक में कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
