गांधी जयंती पर उत्तराखंड के अमर शहीदों को दी गयी भाव भीनी श्रद्धांजलि
नई दिल्ली, । – भारतीय जनता पार्टी पर्वतीय प्रकोष्ठ दिल्ली प्रदेश ने गांधी जयंती के विशेष अवसर पर उत्तराखंड के शहीद आदोलनकारिओं को भाव भीनी श्रद्धांजलि देकर शृद्धा सुमन अर्पित किये। इस विशेष अवसर पर भारतीय जनता पार्टी पर्वतीय प्रकोष्ठ दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष अर्जुन सिंह राणा ने बताया की आज से ठीक 25 वर्ष पहले एक ओर जहां देश महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जन्म जयंती मना रहा था, वहीं दूसरी ओर अपने हक की लड़ाई लड़ रहे उत्तराखंड से दिल्ली आ रहे उत्तराखंड राज्य के आंदोलनकारियों पर रामपुर तिराहा मुजफ्फर नगर में तत्कालीन मुलायम सरकार ने जो जुर्म ढाया उस विभत्स कांड को याद कर सभी पहाड़वासियों की रूह कांप उठती है। जिसमे आदोलनकारिओं के ऊपर किये गए जुर्मो ने बर्बरता की सारी सीढियाँ लांग दी थी, निहत्थे आदोलनकारिओं पर गोलियां चलाकर मौत के घाट उत्तारा गया और हमारी माँ, बहिनों के साथ जोर जबरदस्ती कर उनकी इज्जत को तार- तार किया गया। आज हम सभी इस वीभत्स घटना की 25वीं बरसी पर शहीद आंदोलनकारियों को भाव भीनी श्रद्धांजलि दे कर अपने शृद्धा सुमन अर्पित कर रहे है और उनके द्वारा दिए गए बलिदानों को हमेशा याद करेंगे तथा सभी पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के लिए हमारी सरकारें कृत संकल्प हैं । साथ में उन्होंने यह भी बताया की उत्तराखंड राज्य के गठन के लिए हम सभी अपने स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेई के ऋणी है और उनको भी इस विशेष अवसर पर शृद्धा सुमन अर्पित करते हैं।
श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि आज हम उन वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए यहां इकट्ठा हुए हैं जिन्होंने उत्तराखंड राज्य जनआंदोलन के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। उन्होंने कहा कि देश व समाज को अपनी मिट्टी के लिए बलिदान देने वालों को कभी नहीं भूलना चाहिए। उत्तराखंड की धरती की तासीर ऐसी है कि जब भी वहां का व्यक्ति खुश होता है तो उत्तराखण्ड की जय बोलने से पहले भारत माता की जय बोलता है। उत्तराखण्ड के लोगों की देशभक्ति इसी बात से सिद्ध होती हैं कि वहां के हर तीसरे घर का बच्चा देश की सेना में भर्ती होकर सर्वोच्च बलिदान देता है। देशभक्ति, ईमानदारी, सुविचार उत्तराखंड के लोगों में वास करता है। श्याम जाजू ने कहा कि 2 अक्टूबर, 1994 में उत्तराखण्ड में हुये आंदोलन में महिलाओं की अहम भूमिका थी एवं आज भी देश की राजनीति में भी महिलाओं का एक बड़ा योगदान है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड विकास की राह पर अग्रसर है। उत्तराखण्ड की जनता की ईमानदारी को देखते हुये शीघ्र ही उत्तराखण्ड में इन्वेस्टर सम्मिट का आयोजन किया जा रहा है जिसमें विश्वभर के इन्वेस्टरों के आने की संभावना है।
भगत सिंह कोश्यारी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के दिन एक तरफ देश महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस की खुशियां मनाता हैं वहीं दूसरी तरफ उत्तराखण्ड के लोग राज्य के निर्माण पर शहीद हुये आंदोलनकारियों को याद करता है। श्री कोश्यारी ने कहा केन्द्र की मोदी सरकार उत्तराखण्ड के आंदोलनकारियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देगी और 12000 करोड़ रूपये की लागत से हाईवे एवं सड़कों का विकास कार्य उत्तरखण्ड में शुरू हो चुका है। आने वाले दिनों में भाजपा सरकार एक विकसित उत्तराखण्ड राज्य का निर्माण करने के लिये प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर शहीदों की आत्मा की शांति के लिए पंण्डित जगमोहन सिंह रावत ने वैदिक मंत्रों से पूरे विधिविधान के साथ यज्ञ सम्पन्न किया। इस अवसर पर उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध लोक गायक मुकेश कठैत व साथियों द्धारा उत्तराखंड राज्य आदोंलन के अमर शहीदों को भजन व गीत के माध्यम से श्रद्धांजलि दी गई।
अंत में मीडिया प्रभारी देवेन एस खत्री ने बताया कि रामपुर तिराहा की यह घटना जिसने की पूरे देश को दहला दिया था, पुलिस की गोलियों से लोग मारे गए, औरतों के साथ बलात्कार हुआ तथा जुर्म को ढकने के लिए लाशों को खेत में दबा दिया गया यह अपने ही लोगों पर किये गए जुर्म की इतिहास की सबसे वीभत्स घटना है और आज का उत्तराखण्ड राज्य उन शहीद आन्दोलनकारीओं की ही देन है हम सभी मिलकर कभी भी उनके बलिदानों को ब्यर्थ नहीं जाने देंगे। इस कार्यक्रम में दिल्ली प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद भगत सिंह कोश्यारी, पर्वतीय प्रकोष्ठ के प्रभारी श्याम लाल सहित पर्वतीय प्रकोष्ठ के पदाधिकारी, पार्षद एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।