दिल्ली प्रेस क्लब में “उत्तराखंडी व्यंजन एवं उत्पादों” को लेकर चाय चर्चा की पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड हरीश रावत ने
Amar sandesh दिल्ली।उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज नई दिल्ली के प्रेस क्लब में “चाय पर चर्चा” कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों, कृषि उत्पादों, फलों और स्थानीय उद्यमों के प्रचार-प्रसार को प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम में श्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड की मिट्टी में बसे स्वाद, संस्कृति और परंपराएं देश की असली पहचान हैं, जिन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि राज्य के उद्यमी और उत्पादक अपनी मेहनत और गुणवत्ता से देशभर में पहचान बना सकते हैं, बस उन्हें उचित मंच और समर्थन की जरूरत है।
इस अवसर पर उत्तराखंड के व्यंजन तैयार करने और उनके प्रचार में सक्रिय कई उद्यमी तथा सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें संजय चौहान, राकेश रावत, श्रीमती लक्ष्मी बिष्ट, नरेंद्र सिंह रावत, मदन सिंह, श्रीमती जीवंती, रविंद्र रावत, अनिल कुमार पंत, कुशाल सिंह जीना और पंकज निगम सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे। सभी ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों और कृषि उत्पादों को देश के अन्य हिस्सों में पहचान दिलाने के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।
कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरिपाल रावत भी उपस्थित रहे। उन्होंने प्रदेश के खान-पान और पारंपरिक व्यंजनों की विविधता पर अपने विचार रखे और कहा कि उत्तराखंड का स्वाद और संस्कृति देश की पहचान का अभिन्न हिस्सा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी सुदृढ़ आधार मिलेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उपस्थित सभी उद्यमियों, रसोइयों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन उत्तराखंड की संस्कृति, स्वाद और परंपरा को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि निकट भविष्य में उत्तराखंड के व्यंजन और उत्पाद राष्ट्रीय मंच पर अपनी अलग पहचान स्थापित करेंगे।