डॉक्टर सत्येंद्र सिंह लोगों को योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली जीने की प्रेरणा दे रहे है —श्याम सिंह यादव
दिल्ली।उत्कर्ष योग समिति द्वारा आयोजित अपने स्वास्थ्य शिक्षा संस्कार एवं व्यवहार के आज विशिष्ट शिविर के अवसर आनलाइन व आफलाइन बड़ी संख्या में लोग ने आरोग्य अभ्यास कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि , वरिष्ठ लोकसभा सदस्य श्री श्याम सिंह यादव ने आनलाइन आफलाइन प्रतिभागियों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्कर्ष योग द्वारा आयोजित आज के इस विशिष्ट आरोग्य शिविर में आप सभी को जो समारोह स्थल में मौजूद हैं तथा जो आनलाइन जुड़े हैं। सभी को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई उन्होंने कहा कि डॉ सत्येन्द्र सिंह द्वारा संचालित इस उत्कर्ष योग अभियान के लिए मेरी ओर से बहुत-बहुत बधाई ।
उन्होंने कहा कि डॉ सत्येन्द्र योग पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इतना बड़ा कार्य कर रहे हैं।इसके लिए में उनकी सराहना करता हूं।वे लोगों को योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन शैली जीने की प्रेरणा दे रहे हैं। स्वस्थ जीवन शैली से व्यक्ति अधिक उत्साह के साथ अपना कर्तव्य निर्वहन करता है । यह भी राष्ट्र की ही सेवा है ।उन्होंने इस मौके पर सभी लोगों का आह्वान किया कि व अपने जीवन में योग को अवश्य अपनाए।
उन्होंने ने कहा कि वह भी इसमें भाग लेते रहेंगे। उत्कर्ष योग के इस आफलाइन व आनलाइन कार्यक्रम से रोज जुड़कर आप लोग तो लाभ उठा ही रहे हैं। आप विशेष कर अपने ऐसे मित्रो, रिश्तेदारों व परिचितों को भी अधिक से अधिक संख्या में जोड़कर योग की इस शिक्षा के प्रति प्रेरित करें ,जो बीमार हैं। लोग स्वस्थ रहेंगे तो इससे हमारे देश में खुशहाली आएगी। हर नागरिक स्वस्थ रहेगा ,तो देश और आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि उनके इस मानवहित आरोग्य अभ्यास अभियान से देश विदेश में भारी संख्या में जुड़कर लोगों को शारीरिक मानसिक और मनोवैज्ञानिक बीमारियों से निजात मिल रही है। यह कार्य सराहनीय एवं अनुकरणीय है।
इस अवसर पर योग गुरु डॉ सत्येन्द्र सिंह ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके जैसे अतिविशिष्ट लोगों के जुड़ने से उत्कर्ष योग साधक साधिकाओं को प्ररेणा एवं प्रोत्साहन मिलती है। योग के माध्यम से जुड़कर हम बीमारियों से आजादी हासिल कर सकते हैं। उन्होंने योग को सामाजिक व स्वअनुशासन बताया इसके माध्यम से मानसिक शारीरिक व मनौवैज्ञानिक व सामाजिक बीमारियों से आजादी मिल सकती है। इसका आधार शिक्षा संस्कार एवं व्यवहार है। उन्होंने कहा
हमें आजादी लेनी होगी धर्म क्षेत्र भाषा व जातिगत भेदभाव से इन सबसे ऊपर उठकर राष्ट्रहित देशहित में काम करना होगा।
और इस दिशा में स्वअनुशासन पहला कदम है ,जो योग से संभव है। उत्कर्ष इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसलिए हमारा नारा भी है
“उत्कर्ष योग का एक ही नारा घर घर हो स्वस्थ शिक्षित संस्कारवान हमारा”
उन्होंने लोगों से स्वास्थ्य, शिक्षा संस्कार एवं व्यवहार के इस बड़े अभियान से जुड़कर इसे सफल बनाने की अपील की।