देवभूमि स्तुतिगान का लोकार्पण नोएडा सांसद डॉ. महेश शर्मा के कर कमलों संपन्न
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सी एम पपनै /अमर चंद्र
नोएडा। पर्वतीय सांस्कृतिक संस्था द्वारा एन ई ए ऑडिटोरियम सेक्टर 6 नोएडा में 29 जून की सायं आयोजित देवभूमि स्तुतिगान लोकार्पण समारोह में उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध संगीतकार राजेंद्र चौहान द्वारा संगीतबद्ध, अबू रावत द्वारा निर्देशित, संजीता कुकरेती तथा शुभम आर्या द्वारा कोरियोग्राफ व रोहित चौहान, कल्पना चौहान तथा हेमा भैंसोडा द्वारा राग मल्हार पर गाए देवभूमि स्तुतिगान-
क्ये भलो लागो यो हमरा पहाड़ा…।
के पोस्टर और यूट्यूब पर जारी करने हेतु निर्मित वृत्त चित्र का भव्य लोकार्पण नोएडा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा तथा उत्तराखंड के अनेकों प्रबुद्ध जनों के कर कमलों किया गया।
आयोजित देवभूमि स्तुतिगान लोकार्पण समारोह का श्रीगणेश प्रबुद्ध जनों में प्रमुख पी एन शर्मा, उपेंद्र पोखरियाल, आर बी घिल्डियाल, अनिल शुक्ला, विनोद कपटियाल, डॉ. सतीश कालेश्वरी, दलजीत सिंह रावत, जय किशन गौड़, विपिन मल्हन, आदित्य घिल्डियाल, कल्पना चौहान इत्यादि इत्यादि द्वारा दीप प्रज्वलित कर व हेमा भैंसोडा द्वारा गणेश वंदना-
दैणा होया खोली का गणेशा…।
से किया गया।
लोकार्पित किए गए उक्त स्तुतिगान वृत्त चित्र को सभागार में प्रदर्शित किया गया। उक्त वृत्त चित्र का फिल्मांकन उत्तराखंड की खूबसूरत वादी में गीत, संगीत और नृत्य को अति प्रभावशाली अंदाज में पिरोकर फिल्माया गया है, जो यूट्यूब के माध्यम से गीत, संगीत व नृत्य प्रेमियों को एक नया आयाम देगा।
मुख्य अतिथि डॉ. महेश शर्मा का आयोजक संस्था द्वारा शाल ओढ़ाकर कर, पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत अभिनन्दन किया गया। स्तुतिगान लोकार्पण के इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ महेश शर्मा द्वारा कहा गया, चारधाम कल्पना की सोच पर रचा, गाया व फिल्माया गया यह देवभूमि स्तुतिगान बहुत प्रभावशाली है। कहा गया, चालीस वर्षो का समय नोएडा में गुजारा है, यहां तक मुझे पहुंचाने में उत्तराखंड के लोगों का बड़ा योगदान रहा है। सभागार में उपस्थित अनेकों प्रबुद्ध जनों के चेहरे देख, उन्हें पहचान, उनके नाम लेकर डॉ. महेश शर्मा ने कहा, उत्तराखंड के लोग बूढ़े नहीं हो रहे हैं, यंग हैं। यह सब उत्तराखंड की माटी का कमाल है। मुख्य अतिथि द्वारा कहा गया, राजेंद्र चौहान और उनका परिवार उत्तराखंड की लोकसंस्कृति के संवर्धन हेतु सदा समर्पित रहा है, संस्कृति को जनमानस के मध्य बिखेरता रहा है। डॉ. महेश शर्मा ने कहा, उनकी योजना है, वे भी उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों तक अपने अस्पताल की श्रृंखला को बढ़ाए।
पर्वतीय सांस्कृतिक संस्था प्रमुख राजेंद्र चौहान द्वारा अति विशिष्ठ अतिथियों के साथ-साथ सभागार में उपस्थित साहित्यकारों, पत्रकारों, आंचलिक फिल्मों व रंगमंच से जुड़े कलाकारों व गायकों तथा विभिन्न सामाजिक संगठनो से जुड़े लोगों का विशेष अंदाज में परिचय कराया गया।
आयोजन के इस अवसर पर समाजसेवी दलवीर सिंह रावत तथा आंचलिक फिल्मों की पहली फिल्म निर्देशिका सुशीला रावत को आयोजकों द्वारा शाल ओढ़ाकर, पुष्पगुच्छ व स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। अंजलि भट्ट ग्रुप, यामिनी जोशी ग्रुप तथा पर्वतीय कला संगम ग्रुप द्वारा स्तुतिगान की प्रस्तुतियां प्रस्तुत की गई। उक्त सभी ग्रुपों के कलाकारों को भी आयोजकों द्वारा लोकगायिका कल्पना चौहान के कर कमलों स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।
लोकगायिका कल्पना चौहान के जीवन पर केशर भट्ट द्वारा निर्मित वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी किया गया। उक्त वृत्त चित्र के माध्यम से लोकगायिका कल्पना चौहान के बाल्यकाल, शिक्षा, गायन के प्रति बचपन से लगाव, संगीतकार राजेंद्र चौहान के साथ विवाह, लोकगायन के क्षेत्र में अर्जित ख्याति, दर्दनाक सड़क हादसे तथा सड़क हादसे के उक्त दुख से उबरने के बाद लोकगायन के क्षेत्र में निरंतर समर्पण की भावना को अति प्रभावी अंदाज में निर्मित वृत्त चित्र के माध्यम से प्रदर्शित किया गया।
आयोजन के इस अवसर पर महाकौथीग स्मारिका का लोकार्पण सभागार में उपस्थित प्रबुद्ध जनों तथा महाकौथीग शीर्ष टीम सदस्यों के कर कमलों किया गया। आयोजित कार्यक्रम का प्रभावशाली मंच संचालन रंगकर्मी हेम पंत द्वारा बखूबी किया गया। कार्यक्रम खबर लिखने के पश्चात भी आगे और चलता रहा, जिसमें कि लोक गायक रोहित चौहान व स्वरकोकिला श्रीमती कल्पना चौहान के गीतों पर लोग खूब झूमे।