सुप्रीम कोर्ट का फैसला मोदी सरकार की नीतियों व निर्णयों पर करारा तमाचा : रणदीप सिंह
सीबीआई डॉयरेक्टर को बहाल करने का सुप्रीम कोर्ट का फैसला मोदी सरकार की नीतियों व निर्णयों पर करारा तमाचा है। रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी जी ने राफेल घोटाले की संभावित जांच से घबरा कर रातों–रात, रात के 12 बजे सीबीआई डॉयरेक्टर आलोक वर्मा को एक षड़यंत्र के तहत पदमुक्त कर दिया था। वो सारा षड़यंत्र और मोदी सरकार के मनसूबे आज सुप्रीम कोर्ट ने ध्वस्त कर दिए हैं। श्री सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी देश के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने, सीबीआई के तोते की गर्दन मरोड़ उसे रातों-रात खत्म करने की साजिश की, ताकि वो भ्रष्टाचार की जांच ना कर सकें। सीवीसी की विश्वसनीयता को मोदी जी ने पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। यही नहीं 4-4 आर्थिक सलाहकारों और दो आरबीआई के गवर्नरों को मोदी जी की तानाशाही नीतियों के चलते अपने पद से जाना पड़ा। पहली बार सुप्रीम कोर्ट के चार जजों को आगे आकर जज लोया की मृत्यु के बारे में सार्वजनिक तौर से गुहार लगानी पड़ी। सीवीसी हो, सीबीआई हो, आरबीआई हो, सीआईसी हो, हर संस्था को मोदी जी ने अपने पांव के तले रोंद दिया है। पर मोदी जी ये जान लें कि मोदी जी का डंड़ा तंत्र देश के कानून तंत्र से बड़ा नहीं हो सकता, ये आज सुप्रीम कोर्ट के निर्णय ने साबित कर दिया है। सरकारें आई और सरकारें गई, परंतु हमारी संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता सदैव बरकरार रही और आज का सुप्रीम कोर्ट का निर्णय मोदी सरकार के लिए सबक भी है और एक सीख भी, मोदी जी आपके नापाक इरादे ध्वस्त हो जाने के बाद अब समय आ गया है कि सुप्रीम कोर्ट के इस सटीक निर्णय के बाद आप पूरे देश से सार्वजनिक तौर से माफी मांगे और वो राफेल के घोटाले की जांच पर पर्दा डालने के लिए ये सारा सीबीआई डॉयरेक्टर को हटाने का षड़यंत्र उन्होंने किया। एक अन्य प्रश्न पर कि जेपीसी नहीं हो रही हैं, सीबीआई डॉयरेक्टर राफेल को प्रोब नहीं कर सकते हैं, तो आपकी राफेल को लेकर क्या रणनीति है, श्री सुरजेवाला ने कहा कि राफेल की तफ्तीश भी होगी, राफेल के घोटाले के पर्दे भी खुलेंगे और राफेल घोटाले के रहस्य की परतें आपने जैसा देखा, हर रोज एक नई परत खुल जाती है और जितने झूठ मोदी जी और उनकी सरकार, जितने झूठ निर्मला जी और उनकी सरकार हर रोज राफेल के घोटाले को छुपाने पर बोलती है, उतना ही वो पकड़े जाते हैं, क्योंकि एक झूठ छुपाने के लिए सौ झूठ राफेल घोटाले पर बोले जा रहे हैं।