Amar sandesh नई दिल्ली।आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के अधीन नवरत्न सीपीएसई एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड को हिंदी के प्रचार-प्रसार और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक बार फिर प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त हुआ है।
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) दिल्ली (उपक्रम-2) द्वारा आयोजित छमाही बैठक एवं पुरस्कार वितरण समारोह में एनबीसीसी की आंतरिक हिंदी पत्रिका “निर्माण भारती” को उत्कृष्ट प्रकाशन के लिए “शील्ड पुरस्कार” प्रदान किया गया। यह सम्मान डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक एवं नराकास अध्यक्ष डॉ. विकास कुमार ने एनबीसीसी के महाप्रबंधक (मा.संसा.प्रबं./औ.सं./राजभाषा) टी.डी. मैराल और राजभाषा प्रभाग के अधिकारियों को भव्य समारोह में प्रदान किया।
इस अवसर पर एनबीसीसी की प्रबंधक (राजभाषा) श्रीमती वंदना ओझा को भी व्यक्तिगत उपलब्धि हेतु सम्मानित किया गया। राजभाषा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में तीसरा स्थान प्राप्त करने पर उन्हें नराकास अध्यक्ष द्वारा प्रमाणपत्र एवं ट्रॉफी प्रदान की गई।
यह सम्मान एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड की उस निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसके तहत संगठन राजभाषा हिंदी के संवर्धन, उपयोग और नवाचारपूर्ण प्रयोग को बढ़ावा देता है। “निर्माण भारती” न केवल संस्थान की गतिविधियों को हिंदी माध्यम में प्रस्तुत करती है, बल्कि कर्मचारियों की साहित्यिक प्रतिभा और रचनात्मकता को भी मंच प्रदान करती है।
यह उपलब्धि एनबीसीसी परिवार के लिए गर्व का क्षण है और हिंदी भाषा के प्रति संगठन की अटूट निष्ठा को और मजबूत करती है।