बड़ी कीमत चुकाने के बाद देश ने स्वतंत्रता हासिल की प्रदर्शनी इन बलिदानों के पीछे की कहानी का वर्णन करती है—जावेडकर
दिल्ली।केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने आज नेशनल मीडिया सेंटर, नई दिल्ली में एक फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन द्वारा आयोजित प्रदर्शनी ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के आयोजन के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के व्यापक जागरूकता अभियान का हिस्सा है।
इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा, यह बताने के लिए देश के सामने यह महत्वपूर्ण पल है कि आजादी के बाद से अभी तक हम कितना आगे आ चुके हैं और अगले 25 साल में हम क्या हासिल करना चाहते हैं। निश्चित रूप से ये प्रदर्शनियां इसी बारे में बताती हैं। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बड़ी कीमत चुकाने के बाद देश ने स्वतंत्रता हासिल की थी और यह प्रदर्शनी इन बलिदानों के पीछे की कहानी का वर्णन करती है। श्री जावडेकर ने प्रदर्शनियों की स्थापना के लिए बीओसी को बधाई दी।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव श्री अमित खरे ने कहा कि केन्द्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में बनी राष्ट्रीय समिति ने प्रत्येक मंत्रालय को लोगों को उन लोगों के बारे में शिक्षित करने की दिशा में काम करने के लिए कहा है, जिन्होंने स्वाधीनता संग्राम में योगदान किया था। सचिव ने कहा कि इन प्रदर्शनियों का एक डिजिटल संस्करण तैयार किया जा रहा है और 15 अगस्त से पहले इसकी शुरुआत होने का अनुमान है।
श्री प्रकाश जावडेकर ने वर्चुअल माध्यम से छह अन्य स्थानों पर भी फोटो प्रदर्शनियों का उद्घाटन किया।
सांबा जिला, जम्मू व कश्मीर
बेंगलुरु, कर्नाटक
पुणे, महाराष्ट्र
भुवनेश्वर, ओडिशा
मोइरांग जिला, बिष्णुपुर, मणिपुर
पटना, बिहार
सांबा, जम्मू में ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह पुरा बगूना में प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जो ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह का जन्म स्थान है और उन्हें ‘कश्मीर का रक्षक’ के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने कश्मीर में अक्टूबर, 1947 में अकेले ही पाकिस्तान समर्थित कबायलियों का डटकर सामना किया और इस जंग में अपनी जान कुर्बान कर दी थी। ब्रिगेडियर राजेन्द्र सिंह और उनके सैनिकों ने पाकिस्तान के कबायली लड़ाकों को श्रीनगर तक जाने से देर तक रोके रखा, जब तक भारतीय सेना वहां पर पहुंच नहीं गई। 30 दिसंबर, 1949 को वह स्वतंत्र भारत के पहले महावीर चक्र विजेता बन गए थे।
रीजनल आउटरीच ब्यूरो, बेंगलुरु ने केन्द्रीय सादाना, कोरमंगला, बेंगलुरु में प्रदर्शनी आयोजित की। बेंगलुरु में नेशनल हाई स्कूल ग्राउंड, गांधी भवन, बनप्पा पार्क, फ्रीडम पार्क और यशवंतपुरा रेलवे स्टेशन जैसे स्वाधीनता संग्राम से जुड़े कई स्थान हैं। प्रदर्शनी में राष्ट्रीय स्वाधीनता सेनानियों के साथ स्थानीय स्वाधीनता सेनानियों के योगदानों को भी रेखांकित किया गया है