सरकार तीनों कानून को वापस ले नहीं तो किसानों का ये आंदोलन गांव व शहरों में फैल जाएगा-राहुल गाँधी
दिल्ली।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्वअध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि देश के युवाओं को मैं कहना चाहता हूं, ये जो तीन कानून हैं, इनको समझने की जरुरत है।
पहला कानून है,जो हिंदुस्तान के मंडी सिस्टम को, एग्रीकल्चर मार्केट्स को खत्म कर देगा, नष्ट कर देगा।
दूसरा कानून है – जिससे हिंदुस्तान के सबसे बड़े बिजनसमैन, 3-4-5 बिजनसमैनजितना भी अनाज स्टोर करना चाहते हैं, जितना भी अनाज होर्ड (hoard) करना चाहते हैं, लाखों टन, वो भंडारण कर सकते हैं। अगर इनको ये इजाज़त दी गई, किसानदाम नेगोशियेटनहीं कर पाएगा।
और तीसरा कानून – सबसे अजीब कानून, कि किसान अपनी कठिनाई को कोर्ट नहीं ले जा सकता।
ये तीन कानून के लिए किसान दिल्ली के बाहर खड़े हैं और सरकार इनसे बात करने की बजाए, सिचुएशन को रिसॉल्व करने कीबजाए,उनकोधमका रही है, ओर पीट रही है, एनआईए का प्रयोग कर रही है, उनको डिसक्रेडिट(discredit) करने की कोशिश कर रही है।
सरकार को एकदम इन तीन क़ानूनों को वापस लेना चाहिए, रद्द करना चाहिए। और आज जो हो रहा है, सिंधु बॉर्डर पर जो सरकार इन पर आक्रमण कर रही है, इनको मार रही है, ये बिलकुल गलत है।
26 जनवरी को लाल किले में हुई घटना के संदर्भ में पूछे एक प्रश्न के उत्तर में श्री राहुल गांधी ने कहा कि आप मुझे एक बात बताइए, उन लोगों को लाल किले के अंदर किसने जाने दिया और क्यों जाने दिया? क्या गृह मंत्रालय का काम नहीं है कि रेड फोर्ट पर इनको नहीं जाना चाहिए, नही अलाऊ करना चाहिए? उसके लिए कौन जिम्मेदार है? सीधी सी बात है, उनको क्यों अंदर जाने दिया, किसने अंदर जाने दिया? होम मिनिस्टर से जाकर पूछिए और उसके पीछे क्या आइडिया था, किस प्रकार अलाऊ किया गया? वो भी पूछ लीजिए।
और जो हमारा था, वो भी ले रहे हैं। तो प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे? प्रधानमंत्री इन 5 लोगों के लिए काम करते हैं। उनके लिए नोटबंदी की, उनके लिए जीएसटी बनाई, उनके लिए किसानों से, मतलब, उनका भविष्य छीन रहे हैं, तो क्या बोलेंगे वो? कुछ बोलने को नहीं है।
मगर उनको ये नहीं लगना चाहिए कि किसानपीछे हटजाएंगे और मैंकिसानों से कहना चाहता हूं – हम सब आपके साथ हैं, एक इंच पीछे मत हटिए, ये आपका भविष्य है, इसके लिए आप लड़िए और ये जो 4, 5, 10 लोग हैं, ये जो आपका सामान, आपका भविष्य चोरी करने की कोशिश कर रहे हैं, इनको आप नहीं चोरी करने दीजिए और हम आपकी पूरी मदद करेंगे।
एक अन्य प्रश्न पर कि कल गाजीपुर में किसान नेता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है कि उस इलाके के बीजेपी विधायक गाडियों में आसपास घूम रहे हैं और लोगों को हमारे खिलाफ षड़यंत्र करने के लिए उकसा रहे हैं? श्री राहुल गांधी ने कहा कि देखिए, ये ग़लतफ़हमी है बीजेपी को। इसमें अभी एक इशू है कि देश के किसानों को, मैंने केरल में, तमिलनाडु में बात की, देश के सभी किसानों को ये कानून अभी तक डेप्थ में समझ नहीं आए हैं। पंजाब में, हरियाणा में, यूपी में, राजस्थान में, इधर बात समझ आ गई है। प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि ये आंदोलन यहाँ रुकेगा। ये आंदोलन, मैं बता रहा हूं, ये आंदोलन किसानों से शहरों के अंदर जाएगा। क्योंकि सिर्फ किसान गुस्सा नहीं है, हिंदुस्तान में अब लाखों-लाखों युवा हैं, जिनसे इन्हीं 5-10 लोगों ने, प्रधानमंत्री ने रोजगार छीना है। उनको भविष्य नहीं दिख रहा है। ये पूराका पूराआंदोलनशहरोंमें फैलेगा इस अवसर उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी,आप किसानों से बात कीजिए, इस स्थिति को रिसॉल्व कीजिए, इन कानूनों को वापस लीजिए, नहीं तो देश का नुकसान होगा। देखिए, ये जो इंस्टेबिलिटी (instability) है, इस इंस्टेबिलिटी से देश को फायदा नहीं हो रहा है, ठीक है। अन्याय किया है, अन्याय को ठीक किये बिना इंस्टेबिलिटी नहीं जाएगी। मगर मैं कह रहा हूं कि इंस्टेबिलिटी से फायदा नहीं है। बातचीत करनी है और इसको रिसॉल् करना है, ये देश की आवाज है, प्रधानमंत्री को सुननी ही पड़ेगी और मैं बता रहा हूं, अगर नहीं सुनेंगे, ये फैलेगा। ये बाकी प्रदेशों में जाएगा, इसको आप स्प्रेस नहीं कर सकते।
एक अन्य प्रश्न पर कि ऐसा कहा जा रहा है की आज पुलिस की मौजूदगी में भाजपा समर्थक कुछ लोगों द्वारा हिंसा हुई है श्री राहुल गांधी ने कहा कि एक बात बताइए, किसान वहाँ महीनों से यहाँ बैठे हैं। 10-15 लोग तो नहीं हैं ना, लाखों लोग हैं, तो कुछ ना कुछ तो होगा। कुछ ना कुछ तो इनकी फीलिंग होगी, इनका दर्द होगा। ये सब के सब, मतलब, लाखों लोग बस ऐसे ही खड़े हुए हैं क्या, बिना कोई कारण? कोई ना कोई कारण तो है ! सिंपल कारण है, आप इनका भविष्य इनसे छीन रहे हो। आप हिंदुस्तान के एग्रीकल्चर सिस्टम को तोड़ रहे हो। आप अपने दो-तीन मित्रों को पूरा हिंदुस्तान का एग्रीकल्चर सिस्टम पकड़ा रहे हो और आपको लगता है कि किसान कुछ नहीं करेंगे। अगर आपके घर में रात को चोर आए, आप उसको रोकने की कोशिश
दिल्ली।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्वअध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि देश के युवाओं को मैं कहना चाहता हूं, ये जो तीन कानून हैं, इनको समझने की जरुरत है।
पहला कानून है,जो हिंदुस्तान के मंडी सिस्टम को, एग्रीकल्चर मार्केट्स को खत्म कर देगा, नष्ट कर देगा।
दूसरा कानून है – जिससे हिंदुस्तान के सबसे बड़े बिजनसमैन, 3-4-5 बिजनसमैनजितना भी अनाज स्टोर करना चाहते हैं, जितना भी अनाज होर्ड (hoard) करना चाहते हैं, लाखों टन, वो भंडारण कर सकते हैं। अगर इनको ये इजाज़त दी गई, किसानदाम नेगोशियेटनहीं कर पाएगा।
और तीसरा कानून – सबसे अजीब कानून, कि किसान अपनी कठिनाई को कोर्ट नहीं ले जा सकता।
ये तीन कानून के लिए किसान दिल्ली के बाहर खड़े हैं और सरकार इनसे बात करने की बजाए, सिचुएशन को रिसॉल्व करने कीबजाए,उनकोधमका रही है, ओर पीट रही है, एनआईए का प्रयोग कर रही है, उनको डिसक्रेडिट(discredit) करने की कोशिश कर रही है।
सरकार को एकदम इन तीन क़ानूनों को वापस लेना चाहिए, रद्द करना चाहिए। और आज जो हो रहा है, सिंधु बॉर्डर पर जो सरकार इन पर आक्रमण कर रही है, इनको मार रही है, ये बिलकुल गलत है।
26 जनवरी को लाल किले में हुई घटना के संदर्भ में पूछे एक प्रश्न के उत्तर में श्री राहुल गांधी ने कहा कि आप मुझे एक बात बताइए, उन लोगों को लाल किले के अंदर किसने जाने दिया और क्यों जाने दिया? क्या गृह मंत्रालय का काम नहीं है कि रेड फोर्ट पर इनको नहीं जाना चाहिए, नही अलाऊ करना चाहिए? उसके लिए कौन जिम्मेदार है? सीधी सी बात है, उनको क्यों अंदर जाने दिया, किसने अंदर जाने दिया? होम मिनिस्टर से जाकर पूछिए और उसके पीछे क्या आइडिया था, किस प्रकार अलाऊ किया गया? वो भी पूछ लीजिए।
और जो हमारा था, वो भी ले रहे हैं। तो प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे? प्रधानमंत्री इन 5 लोगों के लिए काम करते हैं। उनके लिए नोटबंदी की, उनके लिए जीएसटी बनाई, उनके लिए किसानों से, मतलब, उनका भविष्य छीन रहे हैं, तो क्या बोलेंगे वो? कुछ बोलने को नहीं है।
मगर उनको ये नहीं लगना चाहिए कि किसानपीछे हटजाएंगे और मैंकिसानों से कहना चाहता हूं – हम सब आपके साथ हैं, एक इंच पीछे मत हटिए, ये आपका भविष्य है, इसके लिए आप लड़िए और ये जो 4, 5, 10 लोग हैं, ये जो आपका सामान, आपका भविष्य चोरी करने की कोशिश कर रहे हैं, इनको आप नहीं चोरी करने दीजिए और हम आपकी पूरी मदद करेंगे।
एक अन्य प्रश्न पर कि कल गाजीपुर में किसान नेता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है कि उस इलाके के बीजेपी विधायक गाडियों में आसपास घूम रहे हैं और लोगों को हमारे खिलाफ षड़यंत्र करने के लिए उकसा रहे हैं? श्री राहुल गांधी ने कहा कि देखिए, ये ग़लतफ़हमी है बीजेपी को। इसमें अभी एक इशू है कि देश के किसानों को, मैंने केरल में, तमिलनाडु में बात की, देश के सभी किसानों को ये कानून अभी तक डेप्थ में समझ नहीं आए हैं। पंजाब में, हरियाणा में, यूपी में, राजस्थान में, इधर बात समझ आ गई है। प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि ये आंदोलन यहाँ रुकेगा। ये आंदोलन, मैं बता रहा हूं, ये आंदोलन किसानों से शहरों के अंदर जाएगा। क्योंकि सिर्फ किसान गुस्सा नहीं है, हिंदुस्तान में अब लाखों-लाखों युवा हैं, जिनसे इन्हीं 5-10 लोगों ने, प्रधानमंत्री ने रोजगार छीना है। उनको भविष्य नहीं दिख रहा है। ये पूराका पूराआंदोलनशहरोंमें फैलेगा इस अवसर उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी,आप किसानों से बात कीजिए, इस स्थिति को रिसॉल्व कीजिए, इन कानूनों को वापस लीजिए, नहीं तो देश का नुकसान होगा। देखिए, ये जो इंस्टेबिलिटी (instability) है, इस इंस्टेबिलिटी से देश को फायदा नहीं हो रहा है, ठीक है। अन्याय किया है, अन्याय को ठीक किये बिना इंस्टेबिलिटी नहीं जाएगी। मगर मैं कह रहा हूं कि इंस्टेबिलिटी से फायदा नहीं है। बातचीत करनी है और इसको रिसॉल् करना है, ये देश की आवाज है, प्रधानमंत्री को सुननी ही पड़ेगी और मैं बता रहा हूं, अगर नहीं सुनेंगे, ये फैलेगा। ये बाकी प्रदेशों में जाएगा, इसको आप स्प्रेस नहीं कर सकते।
एक अन्य प्रश्न पर कि ऐसा कहा जा रहा है की आज पुलिस की मौजूदगी में भाजपा समर्थक कुछ लोगों द्वारा हिंसा हुई है श्री राहुल गांधी ने कहा कि एक बात बताइए, किसान वहाँ महीनों से यहाँ बैठे हैं। 10-15 लोग तो नहीं हैं ना, लाखों लोग हैं, तो कुछ ना कुछ तो होगा। कुछ ना कुछ तो इनकी फीलिंग होगी, इनका दर्द होगा। ये सब के सब, मतलब, लाखों लोग बस ऐसे ही खड़े हुए हैं क्या, बिना कोई कारण? कोई ना कोई कारण तो है ! सिंपल कारण है, आप इनका भविष्य इनसे छीन रहे हो। आप हिंदुस्तान के एग्रीकल्चर सिस्टम को तोड़ रहे हो। आप अपने दो-तीन मित्रों को पूरा हिंदुस्तान का एग्रीकल्चर सिस्टम पकड़ा रहे हो और आपको लगता है कि किसान कुछ नहीं करेंगे। अगर आपके घर में रात को चोर आए, आप उसको रोकने की कोशिश
दिल्ली।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्वअध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी मुख्यालय में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि देश के युवाओं को मैं कहना चाहता हूं, ये जो तीन कानून हैं, इनको समझने की जरुरत है।
पहला कानून है,जो हिंदुस्तान के मंडी सिस्टम को, एग्रीकल्चर मार्केट्स को खत्म कर देगा, नष्ट कर देगा।
दूसरा कानून है – जिससे हिंदुस्तान के सबसे बड़े बिजनसमैन, 3-4-5 बिजनसमैनजितना भी अनाज स्टोर करना चाहते हैं, जितना भी अनाज होर्ड (hoard) करना चाहते हैं, लाखों टन, वो भंडारण कर सकते हैं। अगर इनको ये इजाज़त दी गई, किसानदाम नेगोशियेटनहीं कर पाएगा।
और तीसरा कानून – सबसे अजीब कानून, कि किसान अपनी कठिनाई को कोर्ट नहीं ले जा सकता।
ये तीन कानून के लिए किसान दिल्ली के बाहर खड़े हैं और सरकार इनसे बात करने की बजाए, सिचुएशन को रिसॉल्व करने कीबजाए,उनकोधमका रही है, ओर पीट रही है, एनआईए का प्रयोग कर रही है, उनको डिसक्रेडिट(discredit) करने की कोशिश कर रही है।
सरकार को एकदम इन तीन क़ानूनों को वापस लेना चाहिए, रद्द करना चाहिए। और आज जो हो रहा है, सिंधु बॉर्डर पर जो सरकार इन पर आक्रमण कर रही है, इनको मार रही है, ये बिलकुल गलत है।
26 जनवरी को लाल किले में हुई घटना के संदर्भ में पूछे एक प्रश्न के उत्तर में श्री राहुल गांधी ने कहा कि आप मुझे एक बात बताइए, उन लोगों को लाल किले के अंदर किसने जाने दिया और क्यों जाने दिया? क्या गृह मंत्रालय का काम नहीं है कि रेड फोर्ट पर इनको नहीं जाना चाहिए, नही अलाऊ करना चाहिए? उसके लिए कौन जिम्मेदार है? सीधी सी बात है, उनको क्यों अंदर जाने दिया, किसने अंदर जाने दिया? होम मिनिस्टर से जाकर पूछिए और उसके पीछे क्या आइडिया था, किस प्रकार अलाऊ किया गया? वो भी पूछ लीजिए।
और जो हमारा था, वो भी ले रहे हैं। तो प्रधानमंत्री क्या बोलेंगे? प्रधानमंत्री इन 5 लोगों के लिए काम करते हैं। उनके लिए नोटबंदी की, उनके लिए जीएसटी बनाई, उनके लिए किसानों से, मतलब, उनका भविष्य छीन रहे हैं, तो क्या बोलेंगे वो? कुछ बोलने को नहीं है।
मगर उनको ये नहीं लगना चाहिए कि किसानपीछे हटजाएंगे और मैंकिसानों से कहना चाहता हूं – हम सब आपके साथ हैं, एक इंच पीछे मत हटिए, ये आपका भविष्य है, इसके लिए आप लड़िए और ये जो 4, 5, 10 लोग हैं, ये जो आपका सामान, आपका भविष्य चोरी करने की कोशिश कर रहे हैं, इनको आप नहीं चोरी करने दीजिए और हम आपकी पूरी मदद करेंगे।
एक अन्य प्रश्न पर कि कल गाजीपुर में किसान नेता राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है कि उस इलाके के बीजेपी विधायक गाडियों में आसपास घूम रहे हैं और लोगों को हमारे खिलाफ षड़यंत्र करने के लिए उकसा रहे हैं? श्री राहुल गांधी ने कहा कि देखिए, ये ग़लतफ़हमी है बीजेपी को। इसमें अभी एक इशू है कि देश के किसानों को, मैंने केरल में, तमिलनाडु में बात की, देश के सभी किसानों को ये कानून अभी तक डेप्थ में समझ नहीं आए हैं। पंजाब में, हरियाणा में, यूपी में, राजस्थान में, इधर बात समझ आ गई है। प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि ये आंदोलन यहाँ रुकेगा। ये आंदोलन, मैं बता रहा हूं, ये आंदोलन किसानों से शहरों के अंदर जाएगा। क्योंकि सिर्फ किसान गुस्सा नहीं है, हिंदुस्तान में अब लाखों-लाखों युवा हैं, जिनसे इन्हीं 5-10 लोगों ने, प्रधानमंत्री ने रोजगार छीना है। उनको भविष्य नहीं दिख रहा है। ये पूराका पूराआंदोलनशहरोंमें फैलेगा इस अवसर उन्होंने कहा प्रधानमंत्री जी,आप किसानों से बात कीजिए, इस स्थिति को रिसॉल्व कीजिए, इन कानूनों को वापस लीजिए, नहीं तो देश का नुकसान होगा। देखिए, ये जो इंस्टेबिलिटी (instability) है, इस इंस्टेबिलिटी से देश को फायदा नहीं हो रहा है, ठीक है। अन्याय किया है, अन्याय को ठीक किये बिना इंस्टेबिलिटी नहीं जाएगी। मगर मैं कह रहा हूं कि इंस्टेबिलिटी से फायदा नहीं है। बातचीत करनी है और इसको रिसॉल् करना है, ये देश की आवाज है, प्रधानमंत्री को सुननी ही पड़ेगी और मैं बता रहा हूं, अगर नहीं सुनेंगे, ये फैलेगा। ये बाकी प्रदेशों में जाएगा, इसको आप स्प्रेस नहीं कर सकते।
एक अन्य प्रश्न पर कि ऐसा कहा जा रहा है की आज पुलिस की मौजूदगी में भाजपा समर्थक कुछ लोगों द्वारा हिंसा हुई है श्री राहुल गांधी ने कहा कि एक बात बताइए, किसान वहाँ महीनों से यहाँ बैठे हैं। 10-15 लोग तो नहीं हैं ना, लाखों लोग हैं, तो कुछ ना कुछ तो होगा। कुछ ना कुछ तो इनकी फीलिंग होगी, इनका दर्द होगा। ये सब के सब, मतलब, लाखों लोग बस ऐसे ही खड़े हुए हैं क्या, बिना कोई कारण? कोई ना कोई कारण तो है ! सिंपल कारण है, आप इनका भविष्य इनसे छीन रहे हो। आप हिंदुस्तान के एग्रीकल्चर सिस्टम को तोड़ रहे हो। आप अपने दो-तीन मित्रों को पूरा हिंदुस्तान का एग्रीकल्चर सिस्टम पकड़ा रहे हो और आपको लगता है कि किसान कुछ नहीं करेंगे। अगर आपके घर में रात को चोर आए, आप उसको रोकने की कोशिशनहीं करोगे क्या – करोगे। तो ये हर किसान के घर में चोर घुस रहा है, नरेन्द्र मोदी जी उनको डाल रहे हैं अंदर और नरेन्द्र मोदी जी को लगता है कि किसान कुछ नहीं बोलेगा, घर चला जाएगा। कैसे, सवाल ही नहीं उठता और चोरी सिर्फ किसानों से नहीं हो रही है, चोरी शहरों में वर्कर से हो रही है। जो चोरी किसानों से हो रही है, चोरी छोटे बिजनेस वालों से हो रही है, स्मॉल – मीडियम बिजनेस से हो रही है, उनका भी भविष्य तोड़ा जा रहा है। तो अगर ये सोच है कि ये सिर्फ किसान की बात है, गलत है। ये किसानों से मजदूरों तक जाएगा, शहरों में जाएगा, स्लम्स में जाएगा, फैलेगा ये।