बेदाग छवि और पार्टी के प्रति समर्पित कार्यकर्ता का भाव बना पौड़ी लोकसभा क्षेत्र से तीरथ की उम्मीदवारी का मजबूत आधार….
संवाददाता पौड़ी
उत्तराखंड राज्य की 5 लोकसभा सीटों में से 3 लोकसभा सीटों पर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है लेकिन वीवीआईपी जनपद पौड़ी और धर्मनगरी हरिद्वार लोकसभा पर अभी संशय के बादल मंडरा रहे थे लेकिन अब पौड़ी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा का अंदरूनी सर्वे व कार्यकर्ताओं से लिया गया फीडबैक पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान सांसद तीरथ सिंह रावत के पक्ष में ही सुनाई दे रहा है, तीरथ सिंह रावत पार्टी लोकसभा पौड़ी ही अपितु उत्तराखंड राज्य की अधिकांश विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं/ वरिष्ठ व पार्टी के सभी संगठनों के साथ आम मतदाताओं की पहली पसंद बनें हुए हैं, इसके पीछे का कारण आम मतदाताओं से संपर्क पर पता चला कि तीरथ सिंह रावत का मृदुभाषी होना, सरलता से मिलना-जुलना और जनभावनाओं के सम्मान के साथ पार्टी की बूथ स्तरीय कार्यक्रमों में शामिल होना बताया। इसके साथ पिछले लोकसभा में तीरथ सिंह रावत की संसद में हिस्सेदारी और अपनी लोकसभा क्षेत्र से संबंधित प्रश्नों को पूछने के मामले में भी वे अव्वल रहे जिसका रिकार्ड इस तरह से है,लोकसभा में तीरथ की सक्रियता के आंकड़े पर नजर डालें तो पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत की संसद में हाजिरी 92 प्रतिशत रही, साथ ही वे उत्तराखंड के सांसदों में सवाल पूछने के मामले में अब्बल रहे संसद के रिकॉर्ड के अनुसार तीरथ सिंह रावत 44 डिबेट में भाग लिया और 63 सवाल पूछे इन सवालों में तारांकित और अतारांकित दोनों प्रश्न शामिल हैं।
पिछले पांच सालों के कार्यकाल में उनके द्वारा पूरे गढ़वाल मंडल में मोबाइल नेटवर्किंग कनेक्टिविटी के क्षेत्र से लेकर ग्रामीण सड़क संपर्क मार्गो के निर्माण से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल योजनाओं के विकास हेतु किए गए, साथ ही पिछले पांच सालों में
तीरथ रावत ने जिस तरह से बद्रीनाथ से कोटद्वार और नरेंद्रनगर से रामनगर तक के विधानसभा क्षेत्रों में नियमित अंतराल में उपस्थिति दर्ज कर जनता से संवाद बनाया, साथ ही अपने संसदीय क्षेत्र के तमाम जिलों की “दिशा DISHA” की बैठकों में सक्रिय उपस्थिति दर्ज रखी, उनका यह पहलू भाजपा ही नहीं अपितु लोकसभा पौड़ी के सभी संगठनों और अन्य पार्टियों के मतदाताओं की भी पहली पसंद बनकर उभरे हैं।।
गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र से तीरथ सिंह रावत का भाजपा से नाम फाइनल होने पर भाजपा को उत्तराखंड की दो लोकसभा सीटों हरिद्वार और टिहरी पर ही नहीं अपितु उत्तर प्रदेश, दिल्ली और सभी हिंदी भाषी राज्यों में निवासरत सभी पहाड़ी मतदाताओं को भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में लोकसभा चुनावों में बहुत फायदेमंद साबित होगा जिससे मोदी जी के मिशन अबकी बार 400 पार के लक्ष्य को हासिल करने में भी मदद मिलेगी।