डॉ.सत्येंद्र सिंह द्वारा लिखी पुस्तक सहज उपचार घरेलू उपचार के लिए एक महत्त्वपूर्ण दस्तावेज है
हरिद्वार उत्तराखंड मैं आज उत्कर्ष योग के संस्थापक डॉक्टर सत्येंद्र सिंह द्वारा पुनः एक विशेष स्वास्थ्य शिक्षा संस्कार एवं व्यवहार से जुड़े जागरूकता अभियान चलाया गया ।इसमें श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के महाविद्यालय के छात्राओं एवं अध्यापकों ने बड़ी संख्या भाग लिया ।
डॉक्टर सिंह ने अध्यापकों एवं छात्र व छात्राओं से अपील की कि अपने -अपने घरों में घरेलू इलाज के प्रति सजग एवं चितनाशीलता को बढ़ाएं ताकि जो हमारी पुरानी प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को जिंदा रखा जा सके तथा लोगों में इसके प्रति चेतना जगाते हुए मुद्रा प्राणायाम जैसी ठोस चिकित्सा पद्धतियों से सहज रूप से इलाज करना सीखा जाए सीखा जाए ।यदि ऐसा होता है, तो प्रत्येक घर में घरेलू उपचार के प्रति सकारात्मकता बढ़ेगी तथा भारत में बीमारियों पर होने वाले खर्च को बचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने अपने नारे “उत्कर्ष योग का एक ही नारा घर-घर हो स्वस्थ शिक्षित और संस्कारवान हमारा” के साथ आज फिर से एक भव्य एवं प्रभावकारी एवं प्रदेणापूर्ण जागरूकता का कार्यक्रम का संचालन किया। कॉलेज के प्राचार्य अध्यापकों एवं छात्र छात्राओं ने आज के कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई डॉ सिंह ने उनको इसके लिए बधाई दी।
ज्ञात हो उत्कर्ष योग मिशन के संस्थापक डॉक्टर सत्येन्द्र सिंह एक बुद्धजीवी ,कर्मठ मृदुभाषी मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति हैं। आपका मानना है कि हमें पेयिंग बैक टू द सोसायटी के मिशन पर अनवरत कार्य करते हुए समाज सेवा करने की आवश्यकता है। तभी अशिक्षा को दूर करने में मदद मिल सकेगी। इस समय उत्कर्ष योग संस्था के द्वारा जागरूकता फैलाने का बहुत बड़ा कार्य किया जा रहा है । डॉ सत्येन्द्र सिंह निशुल्क योग शिविर कार्यक्रमों के माध्यम से देश विदेश में लाखों लोगों में प्राकृतिक चिकित्सा के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा कर रहे हैं । तथा इस मिशन को पूरा करने लिए रात दिन मेहनत कर रहे हैं। डॉ सिंह की पुस्तक ” सहज उपचार” जिसमें योग ,आसन प्राणायाम ,मुद्रा एवं एक्यूप्रेशर से घर बैठे सहज तरीके से उपचार किया जा सकता है की पाठकों द्वारा अत्यंत सराहना की जा रही है। उपयोगी घरेलू उपचार के लिए एक महत्त्वपूर्ण दस्तावेज है। पाठकों में माननीय मंत्री एवं संसद सदस्य गण सहित सभी वर्गों के लोग शामिल हैं। डॉ सत्येन्द्र सिंह ने बताया कि मेरे जीवन के अब एक ही उद्देश्य शेष है कि समाज में स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कार व व्यवहार को प्रत्येक घर-घर में पहुंचाया जाए।
उन्होंने कहा कि लोग उनके शिविर से आनलाइन जुड़कर इसका लाभ उठा सकते हैं।