4th Coast Guard Global Summit: भारतीय तटरक्षक बल ने बढ़ाया देश का मान
नई दिल्ली। रोम (इटली) में 11–12 सितम्बर को आयोजित चौथे कोस्ट गार्ड ग्लोबल समिट (CGGS) में भारतीय तटरक्षक बल (ICG) ने भारत का परचम बुलंद किया। महानिदेशक परमेश शिवमणि, एवीएसएम, पीटीएम, टीएम के नेतृत्व में दो सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर सक्रिय भागीदारी निभाई।
115 देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की उपस्थिति के साथ यह सम्मेलन समुद्री सुरक्षा और सहयोग के क्षेत्र में दुनिया का प्रमुख वैश्विक मंच बन चुका है। इसमें समुद्री सुरक्षा, समुद्री प्रदूषण नियंत्रण, प्राकृतिक आपदाओं और समुद्री दुर्घटनाओं में आपातकालीन प्रतिक्रिया, ट्रांसनेशनल समुद्री अपराधों से मुकाबला, मानव संसाधन विकास और अंतर-क्षेत्रीय सहयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा हुई।
इस सम्मेलन की शुरुआत इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा (वर्चुअली) के उद्बोधन से हुई। दोनों नेताओं ने समुद्री प्रदूषण नियंत्रण, Maritime Search & Rescue (M-SAR) और Maritime Law Enforcement जैसे क्षेत्रों में वैश्विक सहयोग की अहमियत पर बल दिया।
भारतीय तटरक्षक बल ने इस मंच पर ‘Guardians Against the Blaze: ICG’s Tactical Response to Fire Emergencies’ विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान प्रस्तुत किया। इससे न सिर्फ भारत की तकनीकी दक्षता और अनुभव का प्रदर्शन हुआ, बल्कि समुद्री सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया में भारत की रचनात्मक भूमिका भी सामने आई।
याद रहे कि जापान कोस्ट गार्ड और निप्पॉन फाउंडेशन ने 2017 में इस वैश्विक पहल की शुरुआत की थी। आज, इटली और जापान की सह-अध्यक्षता में आयोजित चौथा संस्करण इस मंच को और सशक्त बना रहा है।
भारत ने घोषणा की है कि वह 2027 में होने वाले 5वें कोस्ट गार्ड ग्लोबल समिट की मेजबानी और अध्यक्षता के लिए बोली लगाएगा। यह न केवल भारत की वैश्विक समुद्री शासन के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, बल्कि तटरक्षक बल को विश्व स्तर पर “Guardians at Sea” के रूप में अग्रणी भूमिका निभाने का अवसर भी प्रदान करेगा।
यह सम्मेलन भारत के लिए एक मजबूत संदेश है कि वह न केवल हिंद महासागर क्षेत्र, बल्कि पूरी दुनिया के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और सहयोगी समुद्री व्यवस्था का दृढ़ पक्षधर है।