सूरजकुंड मेला में मिलते हैं भारत के दर्शन: डा. साधना ठाकुर
सूरजकुंड मेला पूरे भारत का चित्रण करता है। शिल्पकारों व कलाकारों को यहाँ अपनी कला का प्रदर्शन करने के लिए एक अच्छा मौका मिलता है। यह बात हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की धर्मपत्नी डाॅ. साधना ठाकुर ने सूरजकुंड मेला में मालिकों से बातचीत में कही। डा. साधना ठाकुर बुधवार को सूरजकुंड मेला देखने पहुंची थी। उन्होंने मेला परिसर में हिमाचल प्रदेश के सूचना केंद्र का दौरा किया। साथ ही अपने घर में हिमाचल प्रदेश से आए कलाकारों व शिल्पकारों से मुलाकात करते हुए उनकी मित्रता स्पष्ट होती है। उन्होंने मेला परिसर में विभिन्न स्टालों का अवलोकन भी किया और मेला के इंतजामों को लेकर प्रशंसा भी जाहिर की। उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश को थीम राज्य का दर्जा मिला है और यह खुशी की बात है कि हिमाचल की कला-संस्कृति को आंतरिक स्तर का मंच मिला है। इतने बड़े आयोजन को लेकर हरियाणा सरकार की व्यवस्था प्रशंसनीय है।
उन्होंने मुख्य चौपाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आनंद लिया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में उज्बेकिस्तान, हरियाणवी और हिमाचल प्रदेश के शिमला व मंडी के लोकनृत्यों का प्रदर्शन हुआ। शिमला के नाट्य नृत्य के दौरान कलाकारों के अनुरोध पर डा। साधना ठाकुर ने मंच पर पहुंच कर उनका उत्साहवर्धन किया। हरियाणा सरकार व सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के अधिकारियों ने डाॅ। ठाकुर का सूरजकुंड पहुंचने पर स्वागत किया गया।
वहीं हरियाणा सरकार में पर्यटन विभाग के महानिदेशक राजीव रंजन, मेला प्राधिकरण की प्रशासक बेलीना डेप्युटी रेजिडेंट कमीशनरचल सरकार विवेक महाजन सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।