आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए हम कृतसंकल्पित हैं :अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश की राजधानी के प्रसिद्ध बंगला बाजार इलाके के रामकथा पार्क में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में देश भर में भारतीय जनता पार्टी द्वारा चलाये जा रहे देशव्यापी जन-जागरण अभियान के तहत आयोजित एक विशाल जन-सभा को संबोधित किया और कहा कि जिन्हें भी नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करना है, करें लेकिन CAA वापिस नहीं होने वाला। कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल एवं सरकार के कई मंत्रीगण, पार्टी विधायक, सांसद और पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे। केंद्रीय गृह मंत्री के आह्वान पर सभा में उपस्थित जन-समुदाय ने टोल फ्री नंबर 8866288662 डायल करके नागरिकता संशोधन कानून को अपना समर्थन दिया।
श्री शाह ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून पर दुष्प्रचार कर, भ्रम फैला कर, देश को तोड़ने वालों के खिलाफ भाजपा देशव्यापी जन-जागृति अभियान लेकर निकली है। लोकतंत्र के मंदिर देश की संसद ने नागरिकता संशोधन कानून लागू किया लेकिन राहुल गाँधी एंड कंपनी, अखिलेश यादव, बहन मायावती, ममता बनर्जी और कम्युनिस्ट नेता इसका विरोध करते हुए ये दुष्प्रचार कर रहे हैं कि देश के मुसलमानों और अल्पसंख्यकों की नागरिकता चली जायेगी। मैं CAA का विरोध कर रहे इन सभी नेताओं को चुनौती देता हूँ कि यदि आपमें हिम्मत है तो आप कोई भी सार्वजनिक मंच ढूंढें, हमारे प्रदेश अध्यक्ष आपसे नागरिकता संशोधन कानून पर बहस करने के लिए तैयार हैं। CAA की कोई भी धारा मुसलमान और अल्पसंख्यक तो छोड़ें, किसी एक व्यक्ति की भी नागरिकता छीनने के लिए नहीं है। यदि नागरिकता संशोधन कानून की किसी भी पंक्ति में एक भी व्यक्ति की नागरिकता जाने का सवाल हो तो दिखाएँ। उन्होंने कहा कि जान-बूझकर जनता द्वारा नकारी गई कुछ विपक्षी पार्टियों द्वारा CAA पर भ्रम फैलाया जा रहा है, दंगे भड़काये जा रहे हैं, आगजनी की जा रही है। CAA किसी की भी नागरिकता लेने का कानून नहीं बल्कि यह तो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से अपनी अस्मिता और धार्मिक संस्कार को अक्षुण्ण रखने हेतु अपनी जान बचा कर भारत आये हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों को हिंदुस्तान की नागरिकता देने का कानून है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा – राहुल गाँधी कान खोल कर सुन लें। कांग्रेस के पाप के कारण ही धर्म के आधार पर भारत माँ के दो टुकड़े हुए। नेहरू-लियाकत समझौते के तहत भारत में तो अल्पसंख्यक फले-फूले और आगे बढ़े जबकि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर भीषण अत्याचार हुए। पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी महज 3% और बांग्लादेश में 7% ही रह गई है। CAA का विरोध करने वाले बताएं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? अफगानिस्तान में सिख खत्म होने के कगार पर हैं। अफगानिस्तान में विश्व के शांति दूत भगवान् बुद्ध की प्रतिमा को गोले दागकर तोड़ दिया गया। पाकिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर भीषण अत्याचार का सिलसिला आजादी के बाद से ही चल रहा है। एक फैशन की तरह मानवाधिकार का लबादा ओढ़े ह्यूमन राइट्स के तथाकथित चैंपियन तब कहाँ थे जब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे थे। इन ह्यूमन राइट्स के चैम्पियनों के मुंह से एक शब्द भी नहीं निकला जब कश्मीरी पंडितों को अपने ही देश में विस्थापित कर शरणार्थी बनने पर मजबूर कर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के 70 सालों से पीड़ित विस्थापितों को उनके जीवन का नया अध्याय शुरू करने का अवसर दिया है। मैं डंके की चोट पर कहना चाहता हूँ कि जिस किसी को भी विरोध करना है, करें लेकिन CAA वापस नहीं होने वाला।
श्री शाह ने कहा कि मैं नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे लोगों से कहना चाहता हूँ कि वे देश में रह रहे शरणार्थियों के कैंप में जाएँ और उनकी जिंदगी देखें कि वे किस कष्ट में अपना जीवन यापन कर रहे हैं। वास्तव में कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल, राजद, कम्युनिस्ट जैसी पार्टियों के नेताओं की आँख पर वोट बैंक की पट्टी पड़ी हुई है। ये लोग हमारी बात न सुनें, ये तो समझ में आता है लेकिन ये अपने ही नेताओं की बात न सुनें तो इसे क्या कहा जाए? उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार पटेल, आचार्य कृपलानी, इंदिरा गाँधी से लेकर डॉ मनमोहन सिंह तक, सभी नेताओं ने पाकिस्तान और बांग्लादेश से आये पीड़ित अल्पसंख्यक शरणार्थियों को भारत में बसाने और उन्हें सम्मान पूर्वक जीवन जीने का मौक़ा देने की वकालत की थी लेकिन आज कांग्रेस वोट बैंक की लालच में अंधी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव तो ज्यादा न ही बोलें तो अच्छा है क्योंकि वे किसी विषय को पढ़ते तो हैं नहीं, बस सुनी-सुनाई बातों को लेकर भाषण दे देते हैं। केवल कोरी राजनीति के लिए अखिलेश यादव ऐसे बयान न दें क्योंकि उत्तर प्रदेश का चप्पा-चप्पा देश विरोधी किसी भी चीज को कभी स्वीकार नहीं करेगी। ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मुझे यह समझ में नहीं आता कि मतुआ और नामशूद्र दलित बंगाली शरणार्थियों से ममता बनर्जी को क्या तकलीफ है कि वह इन शरणार्थियों के अधिकारों के खिलाफ खड़ी हो गई हैं। ममता दीदी ने स्वयं 2003 में संसद में बांग्लादेशी शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने की मांग की थी। पिछले वर्ष हुए राजस्थान विधान सभा चुनाव के कांग्रेस के घोषणापत्र के 34वें बिंदु में कांग्रेस पार्टी ने पाकिस्तान से आये हिंदू और सिख को भारत की नागरिकता देने का वादा किया था लेकिन आज कांग्रेस पार्टी इसका विरोध कर रही है। कांग्रेस पाकिस्तान से आये हिंदू और सिख शरणार्थियों को भारत की नागरिकता दे तो अच्छा लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस दिशा में कदम उठाएं तो गलत – ये किस तरह की राजनीति है? उन्होंने कहा कि हमारा स्टैंड कभी भी बदलता नहीं है। हम विपक्ष में रहते हैं, तब भी देश हित की बात करते हैं और आज जनता ने हमें सेवा करने का अवसर दिया हुआ है, तब भी हम देश हित के लिए ही लड़ रहे हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि केवल CAA पर ही नहीं, कांग्रेस, राजद, सपा, बसपा, तृणमूल, आप पार्टी और वामपंथी पार्टियां हमेशा ही देश हित के मुद्दों पर वोट बैंक की पॉलिटिक्स के तहत विरोध करती रही है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 और 35A लागू कर पंडित जवाहरलाल नेहरू ने जो गलती की थी, उसे सुधारते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 05 अगस्त 2019 को धारा 370 को खत्म कर दिया और आज तिरंगा शान के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में लहरा रहा है। धारा 370 और 35A का उन्मूलन जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद मुक्त राज्य की दिशा में ले जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धारा 370 और 35A को ख़त्म किया तो राहुल गाँधी ने इसका विरोध किया। हमने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को ख़त्म करने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक किया तो कांग्रेस, सपा, तृणमूल और वामपंथी पार्टियों ने इसके सबूत भी मांगे और इसका भी विरोध किया। इन पार्टियों ने कहा कि गुमराह लोगों को क्यों मारते हो? यदि आपको इन गुमराह आतंकियों से इतना ही प्रेम है तो अपनी पार्टी की सदस्यता दिला दो। ये मोदी सरकार है, आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए हम कृतसंकल्पित हैं।
आखिर कांग्रेस देश के विरोध में ऐसी हरकतें क्यों करती हैं? कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग के समर्थन में खड़ी हो जाती है, राहुल गाँधी देशद्रोही नारे लगाने वालों के समर्थन में जेएनयू जा पहुँचते हैं, क्या देश को टुकड़े-टुकड़े करने का ख्वाब पाले बैठे लोगों को जेल में नहीं डाल देना चाहिए? ये मोदी सरकार है, हिंदुस्तान की धरती पर देशविरोधी नारे लगाने वालों की असली जगह जेल की सलाखों के पीछे ही होगी। बहन शाहबानों ने ट्रिपल तलाक के खिलाफ आवाज उठाई लेकिन वोट बैंक के लालचियों ने इसे मुस्लिम महिलाओं के समानता के अधिकार की अनदेखी करते हुए ट्रिपल तलाक को जारी रहने दिया। मुस्लिम देशों में भी ट्रिपल तलाक बैन है लेकिन भारत में ट्रिपल तलाक वैध था। देश की जनता ने जनादेश दिया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे उखाड़ कर फेंक दिया। चाहे धारा 370 का विषय हो, सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक हो या फिर CAA, मुझे समझ नहीं आता कि राहुल गाँधी, अखिलेश यादव, बहन मायावती, ममता बनर्जी और कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं की भाषा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से क्यों मिलती है! आखिर राहुल गाँधी, अखिलेश यादव, बहन मायावती, ममता बनर्जी, कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं और इमरान खान में संबंध क्या है?
श्री शाह ने कहा कि हम श्रीराम जन्मभूमि पर जल्द से जल्द प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के पक्ष में थे तो कांग्रेस इसे सुप्रीम कोर्ट में लटकाए रखना चाहती थी। लगभग 500 साल पहले आक्रमणकारियों ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान् राम के मंदिर को तोड़ दिया था। भगवान् राम के भव्य मंदिर के लिए कई जन-आंदोलन हुए, कई लोगों ने अपनी शहादत दी। जब तक कांग्रेस सत्ता में रही, भगवान् श्रीराम का मंदिर बनने नहीं दिया गया। जब भी सुप्रीम कोर्ट में इस विषय को लेकर सुनवाई होती थी तो कांग्रेस सुनवाई की राह में लटकाए रखती थी। केंद्र में जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार आई और सुप्रीम कोर्ट में जल्दी-जल्दी सुनवाई हुई और अब कुछ ही महीनों में भगवान् रामलला के जन्मस्थान पर अयोध्या में भगवान् श्रीराम का भव्य मंदिर बनने वाला है। जैसे ही अयोध्या में भगवान् श्रीराम का भव्य मंदिर बनेगा, हम सबका जीवन धन्य हो जाएगा क्योंकि हम अपने जीवन काल में ही भगवान् रामलाल का मंदिर बना हुआ देख पायेंगे।