वसंत केवल एक ऋतु नहीं, बल्कि नई ऊर्जा, नई आशाओं और नई संभावनाओं का संदेश लेकर आता है—आर. के. चौधरी
फरीदाबाद।एनएचपीसी, भारत की 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी द्वारा 08 मार्च 2025 को एनएचपीसी आवासीय परिसर, सूरजकुंड, फरीदाबाद में ‘वसंत उत्सव 2025’ का आयोजन बड़े धूम-धाम के साथ किया गया। एनएचपीसी द्वारा वसंत ऋतु के आगमन का स्वागत करने और भारतीय संस्कृति की समृद्धि और विविधता को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से वसंत उत्सव मनाया जाता है। इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री आर. के. चौधरी, सीएमडी एनएचपीसी ने वसंत उत्सव 2025 की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वसंत केवल एक ऋतु नहीं, बल्कि नई ऊर्जा, नई आशाओं और नई संभावनाओं का संदेश लेकर आता है।
उन्होंने आगे कहा कि आज का यह दिन इसलिए और भी खास है क्योंकि आज हम अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस भी मना रहे हैं। इस शुभ अवसर पर उन्होंने ने कहा “मैं नारी शक्ति को नमन करता हूँ और सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ देता हूँ। महिलाएँ न केवल परिवार की आधारशिला हैं, बल्कि समाज, राष्ट्र और समग्र मानवता की प्रगति में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।“ अपने सम्बोधन में श्री चौधरी ने एनएचपीसी की निर्माणाधीन परियोजनाओं तथा भविष्य की योजनाओं के बारे में भी उल्लेख किया। कार्यक्रम के दौरान एनएचपीसी के दिव्यांग कार्मिकों के संघर्षों और उनकी उपलब्धियों को दर्शाती पुस्तिका “हौसले की उड़ान” का विमोचन श्री आर. के. चौधरी, सीएमडी एनएचपीसी के कर कमलों द्वारा किया गया।
इस अवसर पर श्री राजेंद्र प्रसाद गोयल, निदेशक (वित्त), एनएचपीसी, श्री उत्तम लाल, निदेशक (कार्मिक), एनएचपीसी, श्री संजय कुमार सिंह, निदेशक (परियोजनाएं एवं तकनीकी), एनएचपीसी तथा एनएचपीसी महिला कल्याण समिति की सदस्याओं श्रीमती गायत्री गोयल, श्रीमती मोना लाल तथा श्रीमती गरिमा सिंह भी उपस्थित थीं। इस उत्सव का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध लोक गायिका सुश्री मैथिली ठाकुर तथा उनके साथी कलाकार थे जिनकी शानदार प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस उत्सव में जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम आदि जैसे विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से स्थानीय हस्तशिल्प, पोशाक सामग्री, खाद्य व्यंजनों, कठपुतली शो आदि को बढ़ावा देने वाले कई स्टाल एनएचपीसी पावर स्टेशनों/परियोजनाएं/क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा स्थापित किए गए थे।