प्रेस क्लब आफ इंडिया मे कामगार नेता स्व.मोहबत सिंह राणा की स्मृति सभा मे प्रवासी उत्तराखंडी संस्था पदाधिकारियों का उमडा हुजूम
नई दिल्ली। उत्तराखंड की सु-विख्यात प्रवासी सामाजिक संस्था गढ़वाल हितैषिणी सभा, गढ़वाल भवन के पूर्व अध्यक्ष व जुझारू कामगार नेता स्व.मोहबत सिंह राणा की तीसरी पुण्य तिथि पर प्रेस क्लब आफ इंडिया मे 30 सितंबर को स्मृति सभा का आयोजन उत्तरांचल जन कल्याण समिति आली बिहार द्वारा गढ़वाल भवन के पूर्व अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह नेगी की अध्यक्षता तथा उत्तराखंड समाज के वरिष्ठ सदस्य विजय सिंह राणा, गंभीर सिंह नेगी, सूरत सिंह रावत व पवन मैठानी मंचासीनो के सानिध्य में आयोजित की गई।
दिल्ली एनसीआर मे स्थापित उत्तराखंड की प्रवासी संस्थाओ व समिति सदस्यों व पदाधिकारियों द्वारा आयोजित स्मृति सभा के इस अवसर पर स्व.मोहबत सिंह राणा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावपूर्ण होकर स्व.राणा के कृतित्व व व्यक्तित्व पर सारगर्भित प्रकाश डाल, स-स्नेह याद किया गया।
स्मृति सभा मे प्रमुख रूप से उत्तराखंड की प्रवासी संस्थाओ से जुडे रहे प्रबुद्जनो सूरत सिंह रावत, विजय सिंह नेगी, राजेश्वर प्रसाद कंस्वाल, शैलेन्द्र सिंह नेगी, देवेन्द्र दत्त जोशी, हर्षवर्धन खंडूरी, बृज मोहन उप्रेती, रणवीर सिंह पुन्डीर, डाॅ बसियाल, गोपाल रावत, जयपाल सिंह चौहान, बिशन सिंह राणा, गम्भीर सिंह नेगी, जय प्रकाश चौबे, विजय राणा, रघुराज सिंह, धनसिंह नेगी, गंभीर सिंह नेगी, नारायण सिंह गुसाई, जगत सिंह अस्वाल, डाॅ दिनेश चंद्र बहुखंडी, सूरत सिंह रावत, विजय सिंह राणा, हुकुम सिंह कंडारी, विजय सिंह नेगी तथा नरेन्द्र सिंह नेगी द्वारा स्व.मोहबत सिंह राणा के कृतित्व व व्यक्तित्व पर सारगर्भित प्रकाश डाल कर स्व.राणा के आदर्शवादी व प्रेरणास्वरूप जीवन के प्रति सच्चे उद्गार प्रकट किए गए।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, स्व.मोहबत सिंह राणा एक जानेमाने आदर्शवादी जुझारू कामगार नेता व समाजसेवी के साथ-साथ एक प्रगतिशील और सकारात्मक विचारधारा के प्रेरणाजनक श्रोत थे। सबका सम्मान करते थे। आजीवन कर्मठ, ईमानदार व निष्पक्ष रहे।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, स्व.मोहबत सिंह राणा एक जानेमाने आदर्शवादी जुझारू कामगार नेता व समाजसेवी के साथ-साथ एक प्रगतिशील और सकारात्मक विचारधारा के प्रेरणाजनक श्रोत थे। सबका सम्मान करते थे। आजीवन कर्मठ, ईमानदार व निष्पक्ष रहे।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, स्व.मोहबत सिंह राणा उत्तराखंड राज्य गठन के प्रमुख आंदोलनकारी नेताओ मे अपना स्थान रखते थे। उत्तराखंड के चहुमुखी विकास के बावत उनके कई प्रगतिशील सपने व सोच थी। वे कामगार और सामाजिक संस्थाओ से जुडे एक अग्रणी व्यक्ति थे। उनका स्वभाव प्रेरणाजनक था। समाज को एक प्रगतिशील दिशा प्रदान करने के लिए सदा युवाओ को साथ लेकर चलते थे। उनका मानना था अपने काम के प्रति निष्ठा होनी चाहिए।वे सार्थक व मृदुभाषी थे। जन कल्याण की बात किया करते थे। लोग उनको समझते बडी देरी से थे। पक्ष-विपक्ष को जन कल्याणकारी कामो मे विनम्र होकर एक जुट होकर काम करवाने की खूबी उनमे कूट-कूट कर भरी हुई थी।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, स्व.मोहबत सिंह राणा उत्तराखंड राज्य गठन के प्रमुख आंदोलनकारी नेताओ मे अपना स्थान रखते थे। उत्तराखंड के चहुमुखी विकास के बावत उनके कई प्रगतिशील सपने व सोच थी। वे कामगार और सामाजिक संस्थाओ से जुडे एक अग्रणी व्यक्ति थे। उनका स्वभाव प्रेरणाजनक था। समाज को एक प्रगतिशील दिशा प्रदान करने के लिए सदा युवाओ को साथ लेकर चलते थे। उनका मानना था अपने काम के प्रति निष्ठा होनी चाहिए।वे सार्थक व मृदुभाषी थे। जन कल्याण की बात किया करते थे। लोग उनको समझते बडी देरी से थे। पक्ष-विपक्ष को जन कल्याणकारी कामो मे विनम्र होकर एक जुट होकर काम करवाने की खूबी उनमे कूट-कूट कर भरी हुई थी।
वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया, स्व.मोहबत सिंह राणा से उन्हे बहुत कुछ सिखने को मिला। वे कभी गुस्सा नही करते थे। सहज भाव से काम करते थे। दूरदर्षिता से काम करने की उनमे अपार क्षमता थी। समाज को उन्होंने बिना स्वार्थ बहुत कुछ दिया।स्व.राणा के सदविचार व उनके द्वारा किए गए कार्य सदा उनके मन मस्तिष्क में घूम कर उन्हे प्रेरणा प्रदान करते रहते हैं। वे गढ़वाल भवन संविधान सभा के अध्यक्ष भी रहे। उनके नाम पर गढ़वाल भवन मे एक कक्ष का नाम भी रखा गया है। उनके दिखाऐ सदमार्ग पर चलना प्रेरणादाई व हितकर होगा।
गढ़वाल हितैषिणी सभा पूर्व महासचिव पवन मैठानी द्वारा आयोजित स्मृति सभा का प्रभावशाली मंच संचालन किया गया, स्मृति सभा समापन की घोषणा की गई।