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प्रदेश में धामी ने लागू किया नकल विरोधी सख्त कानून 

 

शिवाली कोटद्वार। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी द्वारा कोटद्वार जिला कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर नकल विरोधी सख्त कानून पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में धामी सरकार शुरुआत से ही भ्रष्टाचार पर प्रहार की नीति के तहत कार्य कर रही है। नकल माफिया पर भी सरकार का शुरू से ही सख्त रुख रहा है। अब तक जितनी भी परीक्षाओं में गड़बड़ी की शिकायत मिली है उन पर गंभीरता दिखाते हुए उनकी जांच कराई है। परिणाम स्वरुप डेढ़ साल के भीतर उत्तराखंड में आठ भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी पकड़ी गई है। इनमें से 5 परीक्षाएं रद्द की जा चुकी है.जबकि शेष पर जांच चल रही है। यूकेपीएससी और यूके एसएससी की ओर से 3314 पदों के लिए कराई गई भर्ती परीक्षाओं में 68 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। धांधली के सूत्र धारों में यूकेएसएससी के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर आरबीएस रावत पूर्व सचिव मनोहर सिंह कन्याल पूर्व परीक्षा नियंत्रक राजेंद्र सिंह पोखरियाल और यूकेपीएससी के दो अनुभाग अधिकारियों संजीव चतुर्वेदी और संजीव कुमार भी शामिल है. जो अब अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी करने के चलते जेल में है। सीएम धामी ने दोषी व्यक्ति चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो। सभी को नैतिक साहस दिखाते हुए जेल की हवा खिलाने का काम किया है। विभिन्न विभागों में स्नातक स्तरीय 933 पदों को भरने के लिए 4 व 5 दिसंबर 2021 को परीक्षा करवाई गई थी। इस मामले में नकल माफिया हाकम सिंह, इंद्रपाल सिंह और पत्र छापने व परीक्षा की अन्य जिम्मेदारियां संभाल रही आरएमएस टेक्नोसोल्यूशंस के मालिक राजेश चौहान समेत 43 आरोपितों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिखाए मार्ग पर चलकर नासूर बन चुके नकल माफिया का खात्मा करने की शुरुआत कर देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लाने वाला कार्य किया है। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ,जिला मंत्री राकेश देवरानी,जिला सह मीडिया प्रभारी विनोद रावत, युवा मोर्चा अध्यक्ष शांतनु रावत,किसान मोर्चा अध्यक्ष अनिल रावत,डाटा प्रबंधन गजेंद्र रावत समेत समस्त जनपद व मंडल स्तरीय कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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