ट्राई का नाम लेकर धोखाधड़ी करने वालों से सावधान रहें: जागरूक बनें, सुरक्षित रहें
अमर संदेश
आज की डिजिटल दुनिया में मोबाइल और इंटरनेट हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन जहां तकनीक हमारे जीवन को सरल बना रही है, वहीं कुछ असामाजिक तत्व इसका गलत इस्तेमाल कर आम नागरिकों को धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं। हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह सामने आया है कि कुछ धोखेबाज़ लोग खुद को भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) का अधिकारी बताकर लोगों को कॉल या संदेश भेज रहे हैं और उन्हें डराने-धमकाने का प्रयास कर रहे हैं।
क्या है धोखाधड़ी का तरीका?
इन ठगों द्वारा सबसे आम तरीका यह है कि वे खुद को TRAI अधिकारी बताकर फोन करते हैं या संदेश भेजते हैं और कहते हैं कि आपका मोबाइल नंबर अवैध गतिविधियों में शामिल है, या आपका KYC अधूरा है, और यदि आपने तुरंत कार्रवाई नहीं की, तो आपका मोबाइल कनेक्शन डिस्कनेक्ट कर दिया जाएगा। फिर वे या तो पैसे की मांग करते हैं या किसी लिंक पर क्लिक करवाने की कोशिश करते हैं जिससे वे आपके डिवाइस और बैंकिंग डिटेल्स तक पहुँच सकें।
TRAI की तरफ से स्पष्ट स्पष्टीकरण
यहाँ यह जानना बेहद ज़रूरी है कि:
🔹 TRAI (भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण) ग्राहकों से सीधे संपर्क नहीं करता, चाहे वह कॉल हो, मैसेज हो या कोई अन्य माध्यम।
🔹 TRAI ने कभी किसी तीसरे पक्ष को भी अधिकृत नहीं किया है कि वह ग्राहकों से मोबाइल डिस्कनेक्शन या केवाईसी के नाम पर संपर्क करे।
🔹 मोबाइल नंबर से संबंधित किसी भी कार्रवाई—जैसे कि बिलिंग, KYC या नंबर डिस्कनेक्ट—केवल आपके दूरसंचार सेवा प्रदाता (TSP) द्वारा की जाती है, न कि TRAI द्वारा।
क्या करें यदि आपको ऐसा कॉल या मैसेज मिले?
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शांत रहें और घबराएं नहीं। ऐसे किसी भी मैसेज या कॉल का उत्तर न दें जो डराने या पैसे की मांग करने की कोशिश करे।
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अपने मोबाइल सेवा प्रदाता के अधिकृत कस्टमर केयर सेंटर से संपर्क करें और कॉल की सत्यता की पुष्टि करें।
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किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और किसी को भी OTP या बैंक डिटेल्स साझा न करें।
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ऐसी धोखाधड़ी की शिकायत “संचार साथी” पोर्टल पर जाकर करें:
👉 https://sancharsaathi.gov.in/sfc/ -
यदि आपको साइबर धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया है, तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या https://cybercrime.gov.in/ पर जाकर शिकायत दर्ज करें।
जागरूकता ही सुरक्षा है
यह समय है जब हमें केवल खुद ही सतर्क नहीं रहना है, बल्कि अपने परिवार, दोस्तों और समाज को भी इन खतरों के प्रति जागरूक करना है। तकनीक का उपयोग जितना शक्तिशाली है, उतना ही उसकी सुरक्षा भी आवश्यक है। सावधानी, सतर्कता और सही जानकारी से हम इन डिजिटल ठगों से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
TRAI एक प्रतिष्ठित नियामक संस्था है जो भारत में दूरसंचार सेवाओं की निगरानी करती है। कोई भी व्यक्ति या संगठन यदि TRAI के नाम का दुरुपयोग करता है, तो यह एक दंडनीय अपराध है। ऐसे में हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह न केवल खुद सतर्क रहे, बल्कि दूसरों को भी सतर्क बनाए।
आइए, मिलकर एक सुरक्षित, जागरूक और डिजिटल रूप से आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करें।